कामयाब होने के किये क्या करना चाहिये / kamyab hone ke liye kya karna chahiye

कामयाब होने के लिये क्या करना चाहिए                       kamyab hone ke liye kya karna chahiye     


यह हमारी पोस्ट छात्रों पर आधारित है। जो आज बेरोजगार बन कर घूम रहे है।

 सफल छात्रों के असफ़ल होने के कारण

आज भारत जैसे देश मे शिक्षा का स्तर पहले से काफी अच्छा है। लाखो छात्र डिग्रियां लेकर कॉलोजो, यूनवर्सिटी से निकल रहे है। उसके बाद भी नॉकरी नही है।आखिर दोषी कौन है। क्या माँ बाप या शिक्षक दोषी है। या छात्र दोषी है।ये समझना थोड़ा मुश्किल है पर इतना कठिन भी नही है।

आजकल आपने अपने घर या आसपास में बहुतो को पढ़ लिख कर घर पर नॉकरी की तैयारी करते देखा होगा । और चार साल बाद भी बंदा या तो तैयारी कर रहा होता है या फिर फिजूल के काम से अर्निंग की सोचता है।कीमती समय वो अपनी नादानी से गवा दिया है। समय कितना कीमती है ये वे नादान बच्चे समझ नही पाते है।वे सोचते है कि हम दूसरे के लिये पढ़ रहे है। यदि समय पर उन्हें ये समझ आ जाती की वे जो कुछ भी पढ़ रहे है।वह उनके भविष्य के लिये है ।तो वे कभी भी असफलता के शिकार नही होते।

आजकल का जो नया ट्रेंड भारत मे चल रहा है कि बच्चा पढ़ाई के लायक भी नही है तो भी उसे पढ़ाया जा रहा है।माँ बाप बच्चो को पढा लिखा कर खाली रुपये पैसे की बर्बादी के सिवा और कुछ नही कर रहे है। आपका बच्चा यदि पढ़ने लिखने में कमजोर है तो उसे  12th के बाद कोई ऐसी शिक्षा दे जिसे वो आराम से कर सके। बहुत बार बच्चे की वेवजह की जिद भी मां बाप के लिये परेशानी का कारण बनती है।



कामयाब होने के लिये क्या करना चाहिए

 पेरेंट्स बच्चे पर अपनी हैसियत से ज्यादा खर्च कर देते है।और बाद में रिजल्ट कुछ नही निकलता है। इसलिये बच्चा काबिल है तभी बढ़ाये।नही तो किसी ब्यापार में डाल दे। या किसी छोटी नॉकरी की कोशिश करे। आज हम देख रहे है बहुत से बच्चे कम पढ लिख कर भी अच्छा कमा ले रहे है। उसका कारण है कि वे अपना समय गवाते नही है। बल्कि उसका पैसा कमाने में सदुपयोग करते है।

आखिर एक अच्छी डिग्री के बाद भी नॉकरी नही है तो इसका दोष समाज पर नही खुद को देना होगा। यदि आप छात्र है और मेहनती है।समय से पैसा कमाना चाहते है तो किसी ने आपके हाथ पकड़ नही रख्खे है। जो रुपया पैसा कमाने की समय से सोचेगा वो अवश्य सफल होगा।जब आप कमाई की सोचते है। तो आपके अन्दर एक एक्स्ट्रा ऊर्जा का संचार होता है।तब आप सोते भी कम है।क्योंकि तब आपको पढ़ाई की भी चिंता होती है।

जो लोग रुपया पैसा की नही सोचते है वे आराम से उठते ही 10 बजे तक का कीमती समय वो अपनी मटरगस्ती में बिता देते है।जो चालक होशियार बच्चे होते है।वे 4बजे से 8बजे तक पढ़ाई का काम निपटा देते है। उसके बाद वे रोजगार की सोचते है काम करते है। कोई ट्यूशन पढा रहा है। कोई बनिये की दुकान पर काम कर रहा है।

कामयाब होने के लिए क्या करना चाहिए

कोई खेत मे काम कर रहा है।कोई पढ़ाई के साथ वकालत कर रहा है कोई पढ़ाई के साथ राजनीति कर रहा है कहने का मतलब है जो होशियार चालक है वह कुछ तो कर रहा है। जो आराम वाले है अरे हो जाएगा वे समाज मे पिछड़ जाते है। कुछ लोग समाज मे काम ही नही करना चाहते है वे तो मौज लेना चाहते है।उन्हें नही पता कि जब हमें  बुद्धि कम है तो मेहनत तो करनी पड़ेगी।

आज का छात्र 75प्रतिशत नंबर लाकर भी असफल है।कारण है रोजगार है नही ऊपर से तुम्हारी मटरगस्ती।पैसा कहा से आएगा ये तुमने कभी सोचा नही । कम बुद्धि की वजह से सोचने में भी तुम्हे अपना आवारा कीमती वक्त गवाना पड़ सकता है। कुछ लोग सोचते है कि हम समय का सदुपयोग कर रहे है। एक्चुअली वे सदुपयोग नही दुरुपयोग कर रहे है।अगर वे सदुपयोग कर रहे होते तो आज कुछ काम कर रहे होते।

कामयाब होने के लिये क्या करना चाहिए

 दूसरे के आगे हाथ नही फेल रहे होते। समाज मे अपने को उच्च इस्थान पर रखना है तो मेहनत तो करनी पड़ेगी । यही सफलता की कुंजी है।और तब तक करती रहनी पड़ेगी ।जब तक सफलता हाथ ना आ जाये। सफलता पाना कुछ हद तक किस्मत पर भी निर्भर करता है। लेकिन हर बार हम किस्मत को दोष नही दे सकते है। 

यदि हम समय से कोई काम पकड़ते है तो निश्चित ही भविष्य में हमे धन उपार्जन का माध्यम मिल जाएगा। यदि हम यही सोचते रहेंगे की हमे बड़ा काम करना है और हम छोटा काम नही कर सकते है तो शायद ये उचित नही होगा।काम पर यदि हम फोकस रखते है तो एक दिन विजय निश्चित मिलेगी। 

यदि नही भी मिलेगी तो वो कोई न कोई रास्ता हमारे लिये अवश्य बना देगी।कर्मठता ब्यक्ति के अंदर होनी चाहिये। उसी से उसका भविष्य बनता है।आज हमारे समाज के कुछ युवा नशे की और कुछ युवा शराब की लत में धूम्रपान की लत में पड़ गए है। आखिर इनका क्या  भविष्य होगा।  
आज समाज में और सीधे  और मूर्ख की बात होती है।  मूर्ख और सीधा कोन है।



कामयाब होने के लिये क्या करना चाहिये

आज में इनके  बारे में बतलाऊँगा। सीधा का मतलब जो आज्ञा का पालन करता है।अपने से बड़ो की और कभी जरूरत पड़ती  है तो अपने से छोटो की मदद  करता है। पर सत्कार के काम तो करता है पर  ढंग के काम जो धन उपार्जन के लिये किये जाते है नही करता है। खाली दुसरो की आवाभगत में लगा रहता है। इस सीधेपन का क्या मतलब है। 

दूसरी तरफ वे लोग है। जो खाली मुँह से बाते बनायेगे, कर के कुछ नही दिखाएंगे। यही सब यदि ब्यक्ति करता है तो किसी मूर्ख से कम नही है।
मूर्ख तो वह है जो सब कुछ जान कर भी अनजान बना है। और अपने भविष्य के लिये कुछ नही कर रहा है। वह सीधे सीधे मूर्ख है। उसे पता है कि कर्म करके पैसा आएगा, पर वह तो न तो कर्म ही तमीज से कर रहा है। 



कामयाब होने के लिए क्या करना चाहिए

और ना ही धन उपार्जन के लिये कुछ कर रहा है। ऊपर से घर मे समय से सब कुछ चाहिये। घरवाले पर धौंस अलग से है। घर के सदस्य का हाल बुरा है। बेचारे करे तो क्या करे।किसी से कुछ कह भी नही सकते है। यदि किसी के सामने कुछ कह दिया तो महाभारत तय है। 

इसी लिये छात्रों से अनुरोध है कि यदि जॉब नही मिल रही है तो वे धन उपार्जन का कोई भी माध्यम से करे। बिल्कुल करे। दिशा सही होनी चाहिये।किसी को कोसना बन्द करे।आज देश मे बेरोजगारी है।

इसलिये जितनी जल्दी हो सके कोई धन उपार्जन के लिये ब्यापार या नॉकरी जरूर करे। नही तो आप अपनी व समाज की नजर में मूर्ख बन जायेंगे। आपको धन उपार्जन तो करना ही है साथ मे माता पिता की सेवा भी करनी है। यदि आप उनकी सेवा नही करते है।

कामयाब होने के लिये क्या करना चाहिए

 तो फिर धन उपार्जन सिर्फ धन उपार्जन ही रह जायेगा। आपको समाज मे भी मिल कर रहना है। नॉकरी व ब्यापार के साथ वे सारे काम करने है जिससे कि समाज मे आप अपनी जगह बना सके। तभी समाज मे कोई अपको पूछेगा।
आज सफल छात्र असफल क्यो है। 

उसका कारण है कि वो सभी कामो में पारंगत नही है। यहां तक कि वो पढ़ने लिखने के वावजूद ट्यूशन तक ढंग से छात्रों को पढ़ा नही सकते है।मेहनत वाले काम से वे जी चुराते है। यही उनकी असफलता का राज है। एक बार वे मेहनत करते है उसमें उनको यदि असफलता हाथ लगती है। उसी असफलता की लकीर को सारी जिंदगी पीटते है। पढ़ाई के वक्त में ध्यान कहि और था। 

उसका खामियाजा आज भुगतना पड़ रहा है।देर है पर अंधेर नही है।अभी भी मौका है मेहनत करो सफलता जरूर मिलेगी। लेकिन ध्यान दे एक चीज में ही भाग्य न आजमाए
।दूसरे रास्ते भी है उनमें भी भाग्य को आजमाने की कोशिश करे। कहि न कही तो सफलता मिलेगी। 

आज असफल कोंन है जिसके पास रुपया पैसा नही है। सफल कोंन है जो हर काम मे सफल है। रुपया पैसा भरपूर है पावर है । समाज की नजर में उच्च है। आज बहुत से छात्र भी उच्च पद पाना चाहते है पर ज्ञान का अभाव कहे या किस्मत की मार या पोस्ट की कमी या आरक्षण का रोना। पर कुछ छात्र है जरूर परेशान। मेहनत करने के वावजूद फल नही मिल रहा है।बेचारे किसे कोसे।

कामयाब होने के लिए क्या करना चाहिए

 किस्मत रूढ़ सी गयी है। इसीलिये अपने को वे वेजवान्न समझने लगे है। मेहनत करो दोस्ततो एक दिन आएगा जब तुम्हारा सितारा भी बुलन्द होगा। बुलन्द ना भी हो तो अपने पैर पर तो। जरूर खड़े हो जाओगे। यदि आप सपने देखते हो साकार भी होंगे। पर दोस्ततो मेहनत से जी मत चुराओ। नहो तो जीवन भर पछताओगे। 












                                       
                                       हेम चंद्र पंत

                               Founder sapna health.com







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