कविता की बचपन जवानी के किस्से /kavita ki jwani ke kisse hindi

कविता की बचपन जवानी के किस्से / kavita ki bachpan jawani ke jesse hindi


     गूगल से ली फोटो

कविता की जवानी के किस्से में कविता एक ऐसी किरदार है जो गरीव घर से समन्ध रखती है। घर मे वह सबसे बड़ी है। दूसरी उसकी छोटी बहन  और एक भाई भी है। कविता के माता पिता बहुत गरीब होने के कारण अपने बच्चों का लालन पालन बड़ी मुश्किल से करते है। कविता जब से पैदा हुई है।उसने अपने मातापिता को तंगहाल में ही देख है। कविता के पिता रॉड पर मजदूरी करते है। उनका काम मजदूरी करके बच्चों का पेट भरना है। माँ भी बहुत बार काम करने चली जाती। काम से जब वो वापिस लौटती तो घर पर बच्चों को देख कर  खुश हो जाती। बच्चे भी मा के आने पर बहुत खुश हो जाते। आखिर सारे दिन इंतजार के बाद मां के दर्शन हो रहे थे। जब मां घर पर काम करती तब कविता भी मां का काम मे हाथ बढ़ाती थी। कविता जब मां का काम मे हाथ बढ़ती थी तो उसको असीम सुख की प्राप्ति होती थी। कविता अब 5 साल की हो गयी थी। जब कविता
पांच साल की हो गयी थी तो उसके मातापिता को उसके स्कूल की चिंता हो गयी थी। कविता की उम्र के बच्चे अब स्कूल जसने लगे थे। 



कविता का मन भी स्कूल जाने का हो गया था।लेकिन गरीबी के कारण वो कुछ नही कहती थी। लेकिन एक दिन कविता निराश थी। कविता का निराश होने का कारण उसकी सहेली थी जो गरीब तो थी लेकिन कविता  के मातापिता से उसके मातापिता मजदूरी करके ज्यादा पैसा कमा लेते थे। इसलिये वो प्रसन्न रहती है। उसकी छोटीमोटी जरूरते उसके मातापिता पूरी कर देते थे।
कविता एक होनहार लड़की थी। वो पढ़ना चाहती थी एक दिन उसने अपने मातापिता से स्कूल एडमिशन के लिये कहा तो उसके मातापिता  मान गये। अब कविता स्कूल जाने लगी।कविता एक गरीब घर की होनहार लड़की थी। एक दिन कविता के पास स्कूल की ड्रेश नही थी। उसे पता था कि उसके मातापिता उसके लिये दूसरी ड्रेश नही बना सकते थे। अभी तो उसके मातापिता ने उसके लिये स्कूल की ड्रेश बनाई थी। किसी तरह से उसने अपने मातापिता से कहा तो उन्होंने उसके लिये स्कूल की ड्रेश बनवा दी। अब कविता दिल लगा कर पढ़ने लगी । अब कविता 8वी पास कर ली। 8 वी के बाद कविता ने पढ़ाई भी की मेहनत मजदूरी भी की।  इस तरह से कविता पैसा भी कमाने लगी और स्कूल भी पढ़ने लगी। अब कविता ने बारहवी पास कर लिया। उसके बाद उसका मन कॉलेज जाने का हुआ।वहाँ उसने कॉलेज में एडमिशन लिया। अब कविता कॉलेज जाने लगी। उस दौरान एक घटना घटी गाँव का एक छोरा कविता से प्यार की पिगे बढ़ाने की सोच रहा था। लेकिन वो पढ़ाई में बहुत कमजोर था साथ ही आवारागर्दी उसका काम था। वो गाँव का छोरा जिसका नाम मोनू था । कविता को दिल से प्यार करने लग गया था। लेकिन कविता उसको घास नही डालती थी। उसका कारण था कि पढ़ाई कम बदमाशी ज्यादा करता था इसलिये कविता उस छोरे मोनू को पसन्द नही करती थी। मोनू कविता को बहुत पसंद करता था। वह कविता को देखने के लिये मिलने के लिये अवसर तलाश करता रहता था। अब कविता जवान हो गयी थी । उसकी जवानी के चर्चे गाँव मे खूब होने लगे थे। क्योंकि कविता बहुत सुंदर थी। गाँव मे कविता हो ऐसी थी जो कॉलेज जाती थी । वाली के बच्चे 10वी क्लास के बाद स्कूल छोड़ देते थे। कविता बहुत हिम्मत वाली लड़की थी। कविता जब शहर में पढ़ने जाती थी। उस दौरान कविता की जवानी को देखकर एक कॉलेज का लड़का उस पर फिदा हो गया था लेकिन कविता ने उसे भी घास नही डाली। अब कविता  पीजी करने लगी वहां उसकी सुंदरता के पुजारी बहुत मिलने लगी। कविता किसी को घास नही डालती थी। कविता तो  कविता थी। वो क्यो किसी को घास डाले क्योकि वो कविता थी।



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