गिलोय का काढ़ा कैसे बनाये /Giloy ka kadha kaise banaye hindi

गिलोय का काढ़ा कैसे बनाये / Giloy ka kadha kaise banaye hindi

गिलोय जो एक बेल किस्म का पौधा है। यह भारत मे ज्यादातर गर्म जगह में पैदा होता है। गिलोय एक  आर्युवेदिक जड़ी बूटी है जो विभिन्न किस्म की दवा में आर्युवेद में इस्तेमाल किया जाता है। गिलोय का इस्तेमाल
आर्युवेदिक जड़ीबूटी की दवाओं में किया जाता है। इस जड़ीबूटी का स्वाद कड़वा होता है। गिलोय का  खासकर आर्युवेद में मधुमेह , बुखार की दवाओं के साथ इम्युनिटी बूस्टर की दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है। गिलोय की जड़ व तना दोनों ही दवा के रूप में इस्तेमाल होता है। यह एक आर्युवेदिक दवा है इसका अधिक प्रयोग नुकसानदायक भी हो सकता है। जब भी गिलोय का प्रयोग बुखार में करे तो एक निश्चित मात्रा में ही करना चाहिये। मधुमेह के रोगी भी इसका अधिक सेवन न करे। गिलोय का तना व जड़  तभी शरीर मे फायदा करते है जब इसकी सही मात्रा सही निर्देशन में ले रहे है। कोशिश करे कि इसमें किसी आर्युवेद डॉक्टर के निर्देशन में ही ली जानी चाहिये। क्योंकि इसका काढ़ा का ज्यादा लेना इसके  कड़वापन के कारण नुकसान दायक हो सकता है। इसलिये इसकी मात्रा व शरीर पर इस दवा का असर कितना व किस तरह हो रहा है उस पर अवस्य ध्यान देना चाहिये। 

गिलोय का काढ़ा बनाने की विधि / Giloy ka kadha banane ki vidhi hindi

गिलोय का काढ़ा बनाने के लिये गिलोय का एक इंच का तना काट कर उस तने को कुचल कर रातभर पानी मे भिगो दीजिये। यदि तुरन्त पीना चाहते है तो कम से कम एक घण्टे अवश्य इसको भीगा कर पी सकते है। दूसरा तरीका यह है कि गिलोय का एक इंच का टुकड़ा को पानी मे 10 मिनट उबाल कर इसको पिया जा सकता है।  यह बुखार जो बुखार
पुराना हो ओर बहुत दिनों से नही जा रहा हो। उस बुखार में गिलोय का काढ़ा लाभ देता है। कोशिश करे इसको निहार मुँह पिया जाय। इसको पीने के 2 घण्टे तक कुछ नही पीना चाहिये। तब जाकर यह दवा शरीर मे बहुत अच्छा लाभ देती है। अधिक जानकारी के लिये किसी नजदीकी आर्युवेदाचार्य
से सम्पर्ग करे। गिलोय का काढ़ा मिस्त्रित भी बनाया जाता है। इस तरह के काढ़े के लिये गिलोय का तना एक इंच के साथ थोड़ी काली मिर्च, अजवाइन, तुलशी,अदरक मिला कर भी इसका काढ़ा बनाया जा सकता है । यह काढ़ा बहुत पावरफुल होता है । यह किसी भी किस्म के बुखार , जुकाम को उतारने की शक्ति रखता है। यह काढ़ा इम्युनिटी को मजबूत करता है। कोरोना में इस तरह का काढ़ा शुरुवाती स्तर पर कोरोना को रोकने की पूरी सक्ति रखताहै ऐसाआर्युवेदाचार्यो
का कहना है जो सही भी है। हमने देखा जिन लोगो ने एक सीमित मात्रा में काढ़ा का प्रयोग किया उनको कोरोना नही हुआ था। 

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