सर्दियों में यूरिक एसिड बढ़ने को रोके इन चीजो से / Sardiyo me uric acid badhane ko roke en chijo se hindi
सर्दियों में यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने के लिये कुछ चीजे कारगर है । पहले जाने यूरिक एसिड बनता कैसे है। यूरिक एसिड शरीर मे प्रोटीन के टूटने से बनता है। जिसको प्यूरिक कहते है। जब शरीर मे प्यूरिक केमिकल की मात्रा बढ़ जाती है। यह कुछ खास पदार्थो में मिलता है। यूरिक एसिड का दर्द शरीर में खासकर जोड़ो में दर्द करता है । शरीर मे सूजन की समस्या हो जाती है। इसका कारण प्यूरिक क्रिस्टल के हड्डियों में जमा होने से यह समस्या होती है। यदि समय पर इसका इलाज नही किया गया तो इसके क्रिस्टल हड्डियों में जमा हो जाते है ओर यह गठिया बन जाता है। इसको रोकने के लिये सर्दियों में इन चीजो का इस्तेमाल कीजिये।
खीरा :-यूरिक एसिड को रोकने में खीरा का जूस कारगर है। खीरे के जूस में नीबू मिला कर पिया जा सकता है जो शरीर मे बन रहे यूरिक एसिड जो एक केमिकल है उसको पिसाब के रास्ते बाहर निकालने में सक्षम है। जब शरीर मे यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो किडनी इसको पूरी तरह से छान नही पाती है। इसलिये खीरे का सेवन यूरिक एसिड को नियंत्रित करता है। जिससे शरीर में यूरिक एसिड नियंत्रित रहता है ओर उससे होने वाली समस्याओं में जैसे सूजन, जोड़ो में दर्द से राहत मिलती है। खीरे के रस में फास्फोरस ओर पोटेशियम अच्छी मात्रा में होता है जो यूरिक एसिड को नियंत्रित रखता है।
अलशी:- अलशी का सेवन यूरिक एसिड में पिसाब के प्रभाव को बढ़ाता है जिससे यूरिक एसिड जो एक केमिकल है वो पिसाब से बाहर उसके क्रिस्टल को निकलते है।जिससे यूरिक एसिड से होनी वाली समस्याओं में राहत मिलती है। यह सूजन को कम करता है जोड़ो के दर्द में भी राहत देता है। कब्ज को तोड़ता है क्योंकि इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है।
ब्लैक कॉफी :- सर्दियों में लोग पानी कम पीते है जिससे पिसाब गाड़ा हो जाता है। जो यूरिक एसिड का कारण बन सकता है। इसलिये गुनगुना पानी आपको पीना चाहिये। ब्लैक कॉफी सर्दियों में पीना लाभकारी रहता है इसमे पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते है जो यूरिक एसिड को नियंत्रित रखते है।
नारियल पानी:- नारियल पानी हमारे शरीर के लिये हर लिहाज से फायदेमंद है। इसको पीने से शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकल जाते है। यह यूरिक एसिड को पनपने नही देगा। काफी हद तक लाभ देगा।
यूरिक एसिड के रोगी यह ध्यान दे की उनको अपने भोजन में दाल कुछ दिन नही खानी है जब रोगी की समस्या का निदान हो जाए तभी वे दाल का सेवन करे लेकिन दाल को बनाते वक्त यह ध्यान दीजिए की उसमे जो ऊपरी तरफ से उबाल आता है उस उबाल के झाग को बाहर निकाल दीजिए। जिससे की आपकी जो समस्या दर्द की यूरिक एसिड में बनी है वह आगे नहीं बढ़ेगी।