बुजुर्को को सोने के 3 से 4 घण्टे के बाद नींद क्यो नही आती है / Bujurgo ko sone ke 3 se 4 ghante ke bad nind kyo nahi aati he hindi

बुजुर्को को सोने के 3 से 4 घण्टे बाद नींद क्यो नही आती है  /  ,Bujurgo ko sone ke 3 se 4 ghante bad nind kyo nahi aati he  hindi

आपने अपने घर मे बुजुर्को को देखा होगा कि वे रात में देरी से सोते है ओर सुबह जल्दी उठ जाते है ओर जबकि नवजवान खूब सोते है। विशेषज्ञ मुताबिक एक ब्यक्ति के कम से कम 6 से 8 घण्टे सोना चाहिये। 8 घण्टे जो लोग गहरी नींद लेते है उनको ह्रदय समन्धित समस्याये कम होती है। ह्रदय अपने रिपेरिंग स्वयं कर लेता है।  आपने कभी सोचा कि नींद कम बुजुर्को को  क्यो आती है। यदि आप बुजर्क है तो आप काफी हद तक इस बात को समझ सकते है। एक बुजर्क जिनकी उम्र 60 पार होती है वह अनेक स्वास्थ्य समस्याओं से घिरे होने के कारण उनकी नींद अचानक रात में टूट जाती है उसके अनेक कारण हो सकते है जिनमे कमर के दर्द बाजू का दर्द हाथ पैरों का दर्द जिसको खवाई भी कही कही कहा जाता है ओर इसके अलावा भी कुछ समस्याये हो सकती है जिनका थायराइड रात में दही या खट्टा ओर या किसी कारण से बढ़ गया है उनकी नींद भी जल्दी रात को खुल जाती है ओर तब तक नींद उनको नही आती है जब तक वे कुछ न ले ले। आगे ब्लॉक में हम बताएंगे उनको क्या करना है। जिन लोगो का ह्रदय धीमा रहता है अक्सर 60 साल के बाद बहुत से बुजर्क ह्रदय की धीमे  गति के कारण भी नींद उनको नही आ पाती है उनको भी क्या करना चाहिये आगे जाने। सीने में जलन पिसाब का बार बार होना भी रात को नींद को डिस्टर्ब करता है । 

रात को अच्छी नींद के उपाय बुजुर्को के लिये खासकर
बुजर्क लोग अपनी शारीरिक जांच  मधुमेह थायराइड कोलोस्ट्रोल की समय समय पर कराते रहे । जागरूप लोग यह कराते भी रहते है ओर डॉक्टर से निर्देश उनको मिलते भी होंगे। क्योकि उनका समय पर खानपान दवाई लेने जरूर बनता है। आज हम कुछ टिप्स देगे जिनसे आप अच्छी नींद ले सकते है जैसे कि आप जानते है कि एक बार नींद टूट जाती है तो दुबारा जल्दी नही आती है ओर जिनका कोलोस्ट्रोल बढा रहता है उनको तो जल्दी आती ही नही। उनके नींद का समय अब्यवस्तित रहता है। 

नींद आने के टिप्स
1 बुजर्क रात को गर्म पानी अपने पास रखे। जब नींद खुल जाए उनको एक गिलाश गर्म पानी पी लेना  चाहिये। खासकर सर्दियों में नींद लाने के लिये यह बहुत कारगर उपाय है।

2 जो  थायराइड के मरीज है या जिनका दिल स्लो रहता है या पहले कभी रहा हो। उनको रात को दही नही खाना चाहिये। थायराइड ओर जिनको दिल स्लो चलता है उनको अपनी थायराइड की दवा डॉक्टर के मुताबिक लेनी चाहिये। यदि फिर भी समस्या बन रही है तो उनको डॉक्टर से अपनी डोज को बढ़ाने को कहना चाहिये। थायराइड के मरीज को कम डोज के कारण यह समस्या हो सकती है क्यो की बहुत बार डॉक्टर उनको कम डोज़ देते है जिनका उनके शरीर पर फायदा नही मिलता है। यह उपाय जिनका दिल स्लो  रहता है उनके लिये कारगर है। यह उपाय कोलोस्ट्रोल को भी धीरे धीरे ठीक करेगा।  थायराइड में जब दिल स्लो चलने लगता है तब 75 मैक्रोग्राम से 100 मैक्रोग्राम के बीच डॉज लेना होता है यदि आपके डॉक्टर कम लिख रहे है तो उनसे दुबारा मिलना चाहिये । थायराइड में डॉज बहुत महत्वपूर्ण है। 

3 थायराइड के मरीजो को अदरक लहसुन का सेवन कम मात्रा में लेकिंन जरूर करना चाहिये। शाम के समय 2 से 3 बूंद नीबू की लेना चाहिये। दूध दही का सेवन जरूर करे। दही रात को न खाए।  

4 थायराइड के मरीजो को रात में नींद नही आने पर गुनगुने पानी से आधा चम्मच अलशी का सेवन कर सकते है। पानी लेकिंन पूरा गिलाश पीना चाहिये।

5 जिनको दर्द की समस्या से रात को नींद टूटती है उनको सलाह दुगा की रात को सोने से पहले अपने हाथ पैरों की मालिश कर लीजिये या घर के सदस्य से करवा लीजिये। मसाज नींद लाने का उत्तम उपाय है। 

6 यदि गर्मियों के दिन है तो बुजुर्को को सिर में थोड़ा ठंडा पानी डालकर हल्की मसाज नींद लाने में कारगर है। यह नींद नही आने पर रात को भी कर सकते है।

7 बुजुर्को को काली मिर्च की चाय नींद लाने में कारगर है । काली मिर्च की चाय या भोजन में डाल कर ले सकते है।।।




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