पृरुष त्वचा योन रोग का सरल घरेलू इलाज / purush twcha yon rog ka saral gharelu elaj hindi

पृरुष त्वचा योन रोग का सरल घरेलू इलाज / purush twcha rog ka saral gharelu elaj hindi

पुरुषों को अंगों की समय पर सफाई नही करने पर त्वचा योन रोग हो जाते है। जिसका इलाज बहुत सरल है। इलाज प्रथम दृस्टिय तोर पर  पृरुष जो अविवाहित है वे अपने योन अंगों की रोजाना सफाई रखे। योन अंगों की सफाई के लिये नीम का साबुन सर्वोत्तम रहता है। यदि योन अंगों की त्वचा पर किसी किस्म का घाव है तो नीम के साबुन के प्रयोग से वह ठीक हो जाएगा। जो लोग गांव में है वह नीम या बकाइन के पत्तो का भी प्रयोग उन अंगों की सफाई के लिये कर सकते है। यदि मौसम गर्मी का है ओर शरीर ठीक है तो किसी वैद्य की पहल पर नीम या  बकाइन के पत्ते को पानी मे रात को भीगा कर आधा गिलाश एक सप्ताह तक पीना त्वचा रोग में लाभ देता है। योग त्वचा रोग भी शरीर मे अन्य त्वचा रोग समान ही है क्योंकि यह नाजुक अंग पर है इसलिये समस्या विकट हो जाती है। शादीशुदा पृरुष भी इस उपाय को आजमा सकते है।

शादीशुदा पुरुषों के  अलग किस्म के योन रोग का घरेलू इलाज

जो पृरुष शादीशुदा होते है सहवास के बाद उन्हें बहुत बार अलग किस्म के योन त्वचा रोग का सामना करना पड़ता है । यह योन त्वचा रोग बहुत जटिल होता है। इस योन त्वचा रोग की पहचान यह है कि इस रोग में योन अंग लाल हो जाता है ओर जब उसमे पानी से सफाई की जाती है तब बहुत दर्द का सामना करना पड़ता है।  यह रोग बहुत बार पुरुषों को सुखी त्वचा के कारण होता है ओर सहवास के दौरान घर्षण के कारण योन अंग की त्वचा नरम होने के कारण उस पर लाली आ जाती है ओर आगे जाकर यही लाली  घाव बन जाते है बहुत बार उसमे से खून निकलने लगता है यदि समय पर इसका इलाज नही किया गया तो यह किसी बड़े रोग का कारण बनता है।  इस समस्या का  घरेलू इलाज  बहुत ही सरल है। इसमे नीम के साबुन का प्रयोग तो लाभदायक है ही साथ ही एक अन्य दूसरा घरेलू उपाय है तो दर्ददायक तो है लेकिन बहुत लाभदायक है। यह उपाय क्या है नीचे जाने।

सहवास के बाद पृरुष के योन त्वचा  घाव का घरेलु इलाज 

सहवास के दौरान यदि पृरुष के अंग में घाव हो जाता है तो उसको सबसे पहले  ठंडे पानी से साफ कीजिये । उसके बाद नीम के साबुन से घाव को साफ कीजिये। यदि नीम का साबुन नही है तो कोई बात नही । अब आपको घाव को पानी से साफ करने के बाद उसके गोमूत्र मत्तलब काऊ यूरिन जो बाजार में भी उपलब्ध है उससे दिन में तीन बार घुलाई कीजिये। शुरुवात में जब घाव को घुलाई करेगे तो उस दौरान आपको जलन तो कुछ देर होगी लेकिन जब दिन में तीन बार इसका इस्तेमाल करेगे तो चौथी बार गोमूत्र से घुलाई में दर्द नही होगा। तीन दिन में घाव सही हो जाएगा। यदि आप डॉक्टर के पास जायेगे तो वह पेनिसिलिन या एंटीबायोटिक देगे । आप जानते है कि एलोपेथी के दुष्परिणाम दूरगामी होते है। इसलिये आप घरेलू इलाज के द्वारा घर पर ही ठीक हो सकते है। ।









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