प्यास नही बुझ रही है तो क्या करे / pyas nahi bujh rahi he to kya kare hindi

प्यास नही बुझ रही है तो क्या करे / pyas bujh nahi rahi he to kya kare hindi

Pyas मतलब पानी की प्यास । यह प्यास हर किसी को लगती है लेकिन कभी कितना ही पानी पी लो प्यास नहीं बुझती है आखिर ऐसा क्या करे की पानी की प्यास  बुझ जाए। प्यास खासतौर पर गर्मियों में ज्यादा लगती है। लेकिन बहुत बार सर्दियों में भी प्यास लगती है। प्यास एक ऐसी चीज है जो कभी भी किसी भी वक्त लग सकती है । प्यास लगाने का कुछ तो कारण होगा चले आज हम प्यास लगती ही क्यों है । प्यास लगने के अनेक कारण हो सकते है हर कारण को जानना तो कठिन है लेकिन कुछ कारण है जो प्यास लगने के कारण हो सकते है। उन्ही कारणों को आगे जानते है। यह पानी की प्यास है जो पानी पीकर ही बुझती है लेकिन इस पानी प्यास के भी अनेक कारण होते है जिसको हम विस्तार से आपको नीचे  बतलाएगे।

प्यास लगने के संभावित कारण

१ तेज मिर्च मशाला वाला भोजन करना
जब हम तेज मिर्च मशाल वाला भोजन करते है तो वह भी प्यास का कारण बनता है। 

२ ज्यादा धूप में घूमना , बाहर निकलना, धूप में काम करना
प्यास लगने का यह भी एक मुख्य कारण हो सकता है।

३ प्यास तेज लगाना जबकि धूप में नहीं निकलना, तेज मिर्च मसाला वाला भोजन भी नही करना यह कारण लीवर का खराब होना हो सकता है। अपने चिकित्सक को दिखलाए।



प्यास बुझाने के उपाय
१ प्यास बुझाने के उपाय की जहा तक बात है तो जो प्यास तेज मिर्च मशालो से लगती है उसको ठंडे पानी से बुझाया जा सकता है ओर यह काफी हद तक बुझ भी  जाती है लेकिन यदि फिर भी नही प्यास बुझ रही है तो थोड़ा मीठा खा कर पानी पिया जा सकता है। जो प्यास को बुझाने में सहायक होता है।

२ जो प्यास गर्मी में लगती है जिसमे की पसीने से शरीर के लवण बाहर निकल जाते है प्यास को नींबू पानी थोड़ा नमक, चीनी, का घोल ठंडे पानी से बना कर पिया जा सकता है। जो प्यास तो बुझाएगा ही साथ ही शरीर को  शक्ति भी देगा। शरीर की कमजोरी को दूर करेगा।

४ प्यास बुझाने के लिए दही मठ्ठा का सेवन उत्तम रहता है। यदि शरीर को गर्मियों में दही मठ्ठा मिलते रहे तो प्यास तो लगती ही नही। यह प्यास बुझाने का सर्वोत्तम तरीका है। दिन के समय दही का खूब सेवन करना चाहिए। रात में दही को खाना मना है लेकिन जिनके शरीर की तासीर गर्म रहती है उनको यह रात में भी नुकसान नहीं करता है।

५ यदि किसी कारण से आपकी प्यास फिर भी नही बुझ रही है ओर पेट पानी से फुल रहा है को की शरीर के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। इसका मतलब यह है की आपका लीवर ठीक नही है। आप किसी डॉक्टर के निर्देशन में अपना इलाज लीजिए। दूसरी बात यह है की आप किसी वैद्य को चेक कराकर उनके निर्देशन में जो खासकर बड़े उम्र में है उनको हार्ड समेत अनेक समस्याएं भी हो सकती है कोलोस्ट्रोल, मधुमेह हो सकता है तो उनके लिए एक चुटकी अर्जुन की छाल लाभ देती है। जो एक चुटकी लेने से प्यास तो बुझ जायेगी लेकिन कुछ दिन लेने से इसको लीवर की समस्या भी दूर हो जायेगी। खुराक एक चुटकी पानी से लेना लाभकारी रहेगा। त्रिफला भी आप चाहे तो ले सकते है यह भी।आपको लाभ देगा। क्या आप जानते है ज्यादा पानी पीना लीवर ओर दिल के लिए नुकसानदायक होता है। यह उनकी जान के लिए खतरा पैदा कर सकता है। जब  मरीज के लीवर ओर उनके शरीर में  पानी भर जाता है तो  उनकी जान पर बात आ जाती है । जो कुशल मेहनती डॉक्टर  उनके शरीर से पानी को निकाते है। यह एक रेगुलर प्रक्रिया बन जाती है जिसको बहुत बार बड़े अस्पताल के डॉक्टर मरीज का इलाज तक करने को मना कर सकते है। क्योंकि इसमें समय बहुत लगता है ओर यह महीना तीन महीना में उनके शरीर का पानी बाहर निकलना पड़ता है। जो की खर्चीला भी है ओर आदमी अस्पतालों के खर्चे झेल नहीं पाएगा। हर महीना दो महीना या तीन महीना पर यह करना होता है। इसलिए बड़े अस्पतालों के पास मरीज की कमी नहीं है वे ऐसे मरीजों को मना भी कर सकते है बहुत बार कर भी देते है। यह सब लीवर खराब की समस्या के कारण ही होता है। इसलिए किसी आर्युवेद डॉक्टर से अपने लीवर का इलाज ओर परहेज पता कर लीजिए। यह उत्तम रहता है। 








Previous
Next Post »