Heart attack how to prevent during exercise hindi / व्यायाम के समय हार्ट अटैक को कैसे रोके /,How to prevent heart attack during exercise hindi

Heart attack how to prevent during exercise hindi / ब्यायाम के समय हार्ट अटैक को कैसे रोके /  How to prevent heart attack during exercise hindi





हार्ट अटैक  Heart attack  आजकल यह खुब सुनाई दे रहा है की  फंला को खेलते, दौड़ते ,व्यायाम ,exercise करते ,चलते फिरते हार्ट अटैक आ गया। अब लोग हार्ट के बारे में बहुत कुछ जानना चाहते है। क्या हार्ट अटैक को रोका जा सकता है खासतौर पर जब आपके सामने कोई नही हो। आप इस समय क्या कर सकते है आपके पास ज्यादा ऑप्शन नहीं होंगे खासकर तब जब आप घर से बाहर होंगे किसी मैदान किसी रोड , गांव की सड़क शहर की सड़क आपके सामने कोई भी मौजूद नही है आप क्या करे । कोई दवा भी हार्ट को रोकने की नही है।  उस समय आपके पास सीमित ऑप्शन होते है। जब आपको पता है की मेरा सांस सीढ़ी चढ़ते फुल रहा है ओर कोलोस्ट्रॉल की शिकायत भी हो सकती है ब्लड प्रेशर कभी कभार हाई रहता हो या नही रहता  हो जब आपको कोई इस तरह की शिकायत आती है जिसमे सांस  एक्सरसाइज करने में फुल रही है सामान्य से ज्यादा फूल रही है तो तुरंत न्यायाम exercise को बन्द कीजिए ओर अपने को नॉर्मल कीजिए।

1 यदि आप की सांस नॉर्मल नही हुई तो कोई बड़ी परेशानी हो सकती है। तुरंत मदद की कोशिश कीजिए लेकिन मदद के चक्कर में  पैदल चलने से यह ज्यादा फूल सकती है ।  सांस फूलने में चलने से यह ज्यादा बड़ा संकट हो सकता है। आप अपने को तुरंत आराम दीजिए।

2 यदि पैदल चलते अचानक आप की चाल धीमी पड़ जाए तो तुरंत उसी जगह पर आराम कीजिए। आधा घंटा आराम के बाद ही थोड़ा चले ओर मदद का इंतजार कीजिए। कोशिश कीजिए की पैदल चलने से बचे।

3 पैदल चलते वक्त अचानक अटैक आ जाए तो बाएं हाथ की  छोटी उंगली को दांत से दबा कर हल्का काटने से ओर जब थोड़ा नॉर्मल हो जाए तो उसके बाद छोटी उंगली से थोड़ा नीचे हथेली में दवाब देकर हार्ट अटैक से बचा जा सकता है या बाए सीने में दवाब हल्के हल्के मार कर भी इस से बचा जा सकता है। सीने के बीच में दवाब दीजिए और उसके बाद तुरंत किसी चिकित्सक को दिखाए जो आपको उचित इलाज दे  सके। 

4 यदि घर पर हार्ट अटैक आने पर यदि घर के लोग मौजूद हो तो अनेक उपाय हो सकते है। ऊपर वाले उपाय तो करने ही है दूसरे उपाय के  तौर पर लाल मिर्च का घोल पानी में मिला कर दे सकते है।  किचन में दालचीनी अदरक का काढ़ा पिया जा सकता है । लेकिन जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर को पास लेकर जाए। किसी बड़े  अस्पताल में लेकर जाना चाहिए। योग्य चिकित्सक की राय ओर  दवा जरूरी है। बस इतना ध्यान रखे की घबराना नहीं चाहिए। किसी किस्म की घबराहट समस्या को बड़ा सकती है। हार्ट के बारे में जानकारी जरूर रखे।

5 हार्ट अटैक के बाद अपनी जीवन शैली को बदले। व्यायाम कम करे । सांस को ज्यादा व्यायाम में फूलने नही देना चाहिए। हल्की सांस फूलने से कोई परेशानी नहीं होती है इसलिए पैदल भी कम चलना चाहिए। हल्के हल्के ही चले यदि थोड़ा ज्यादा चलना है तो। 

6 जिन लोगो को कोलोस्ट्रोल की शिकायत बन रही हो या वे पहले कोलोस्ट्रॉल का इलाज करा चुके है उनको भी बहुत ज्यादा  एक्सरसाइज नही करनी चाहिए ओर बहुत तेजी से 3किलोमीटर से ज्यादा नहीं चलना चाहिए। इस बारे में अपने डॉक्टर से राय लीजिए। हर डॉक्टर को अनुभव नहीं होता है इसलिए सही डॉक्टर को अपने को दिखाए यदि संतुष्ट नहीं है तो डॉक्टर बदल भी सकते है।

हार्ट अटैक को कैसे पहचाने

हार्ट अटैक के लक्षण को  बड़ी आसानी से पकड़ा जा सकता है उसके लिए कुछ टिप्स दे रहे है उनको पहचाने

1 कुछ कदम सीढ़ी चढ़ने पर सांस का फूलना या जरूरत से ज्यादा सांस फूलना।

2 जब भी कसरत कर रहे है तो उस दौरान यदि सांस जरूरत से ज्यादा तेज चलने लगे तो तुरंत बैठ जाए ओर किसी मदद से अस्पताल पहुंचाना चाहिए।

3 कोई भी व्यायाम जरूरत से ज्यादा नहीं करे खासकर वे जो कोलोस्ट्रोल को झेल चुके हो।।

4 नवजवानों को भी हार्ट अटैक होता है इसलिए नवजवान अपने शरीर की तागत को नही वल्कि दिल की तागत को पहचाने। अपने शरीर  की क्षमता बढ़ाने के लिए किसी भी चीज का अधिक प्रयोग नहीं करना। चाहिए जो की दिल के लिए घातक बन जाए। यह दिल के लिए खतरनाक हो सकता है। बाजार में अनेक बॉडी बनाने वाले पाउडर दिल के लिए घातक हो सकते है। बड़े संभल कर उनका प्रयोग करे।  फैट वाली चीजे भी इस्तेमाल एक लिमिट से करे।

5 हार्ट के मरीजों को कोलोस्ट्रोल की शिकायत भी लगातार बनी रहती है। इन लोगो को झुक कर ज्यादा  व्यायाम नहीं करना चाहिए।  पुस अप भी 5 से ज्यादा नहीं लगाना चाहिए। ज्यादा पूस उप यह दिल को हार्ट अटैक दे सकता  हैं । कोशिश करे की पुष्ट उप नही लगाइए। हार्ट कोलोस्ट्रोल के मरीज को झुकने वाले व्यायाम नहीं करने चाहिए। ।

6,योग  को जीवन में शामिल करे।


Need exercise on foot hindi / हार्ट के मरीज कितना पैदल चले

एक सर्वे अमेरिकन मुताबिक हार्ट के मरीजों  को समाज में कम करने के लिए और उनको लंबी उम्र करने के लिए काम से काम 7हजार से 9हजार कदम पैदल चलना चाहिए। इसको हम इस तरह भी कह सकते है की तीन किलोमीटर सप्ताह में पांच दिन उन लोगो को चलाना चाहिए जिनकी उम्र ,60 साल हो। यदि हमारे देश में हार्ट को लेकर लोगो में जागरूपता बढ़े तो हार्ट के मरीज भारत में कम होगे क्योंकि पिछले कुछ सालों में भारत में जीवन शैली में बहुत अंतर आया है आज लोग भारत में इंडोर वर्क होम वर्क ज्यादा करते है फिजिकल वर्क कम है इसलिए स्वास्थ्य में को गई लापरवाही भारी पड़ सकती है।















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