Jija Sali ki Sayariya rangin hindi / जीजा साली की रंगीन शायरिया
जीजा साली की आपस में बाते बड़ी सुंदर होती है। रिसता ही इतना मधुर है। गलत नीयत से नही दिल से इस रिश्ते का वास्ता होता है जैसे कहते है
साली जैसा प्यारा कोई सगा नही
जिसको रिश्ता मैं मैंने ठगा नही
बहाना कोई भी हो
झूठ का सहारा हमेशा लिया
साली के गुलाबी गालों को छूकर मजा उनका लिया।
पान खाकर थूक दिया
झूठ बोलकर अपना काम बना लिया
यही तो जिंदगी जीने का मजा है।
जीजा साली का अनोखा दिल का प्यार / Jija sali ka anokha dil ka pyar hindi
चांद की चांदनी का वास्ता तुझे
इन हसीन नजरो का वास्ता तुझे
प्यार का खत किसी को नही देना
तेरे जीजा का वास्ता है तुझे।
जीजा साली की शायरियां
खत को तो मैं छुपा लूंगी
पर तुम्हारी कातिल नजरो का क्या करुगी
जो दीदी के सामने मुझको घूरती है
मेरे लबों की लाली को निहारते
दीदी भी शर्म से सिर छुपा लेती है।
चिंता न करो अब अपनी दीदी की
उनको मैं देख लूंगा
तुम चिंता मत करो जल्द
फोन पर लंबी मीठी बाते करूगा
तुम्हारे होठों का रसपान
हमारी नसीब में नहीं
उसका उत्तर सुन लो
पराया माल जो तुम ठहरी।
जीजा साली का अनोखा दिल का प्यार / Jija sali ka anokha dil ka pyar hindi
जब साली सामने से मसखरी करेगी
जीजा का दिल बैठता है
उसकी समझ में कुछ नही आता
पत्नी का बेलन आखों में घूमता दिखता है।
साली ने जीजा से पिक्चर दिखाने की बात कही
दीदी सामने से अड़ी
पिक्चर दिखाना ही है
तो मुझको भी साथ ले चलो
अकेले साली को लेजाना कहा का इंसाफ है।
दीदी दो दिन से बीमार है
बुखार उसको लग रहा है
मेडिकल स्टोर की दवा से उसका इलाज हो रहा है
साली की उंगली सब्जी काटते जैसे ही हल्की कटी
जीजा जी तो सर्जन को मरहम पट्टी के लिए ले आए।
आसमान सिर पर ऐसे उठाए जैसे साली नही ये तो पूरी
घरवाली है।
आजकल टेलीविजन सीरियल वालो ने जीजा साली के पवित्र रिश्ता को बदनाम कर रखा है इसलिए तो सालियो ने जूते चुराना बंद कर दिया है।
साली जी आपका फोन जब आता है
फोन उठाता बाद में हूं
दिल की धड़कन बढ़ जाती है
जवानी में इसका कोई डर नही था
अब तो दिल के दौरो से डर लगता है।
जीजा जी अब तुम्हे बुढ़ापा आ गया
लेकिन साली संग मजाक करना बंद नही किया।
जीजा साली की शायरियां हंसी मजाक
जिस दिन साली से मजाक बंद करेगे
उस दिन जीजा जीजा नही रहेगा वो साला बन जायेगा।
इसलिए ऐसी दुवाए मत करो साली साहिबा
जीजा को जीजा रहने दो
बंद मत करो अपना मुस्कराना।
आजकल की सालिया भी रंगीन है
जीजा को जीजू कहती है
राखी के दिन वो करती है
जिससे हर जीजा शर्म से लाल
चुल्लू भर पानी में डूबने का मन उसका करता
आखिर साली उसकी नही मानी
जीजू को ऐसे पढ़ाई की
उसके हाथ में राखी का बंधन बाध कर
भैया की उपाधि दिलवाई।।
साली ने जीजा को राखी अपनी सुरक्षा में बंधवाई
जीजा जी का हाल बेहाल था
साली से जबसे राखी बंधवाई
क्या करे जीजाजी
माथा पकड़ कर
सिर दिन रात अपना खुजलाई।
नोट यदि आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तो को जरूर शेयर कीजिए। फेसबुक, वर्ड अप, इंस्ट्राग्राम पर हमारा लिंक जरूर डाले। ।
तुम खुबसूरती का अनमोल तोफा हो शायरी हिंदी / you are realy beautiful gift shayari hindi
Our health Blog
फेफड़ों की समता को कैसे बढ़ाये / How to improve lunch hindi