what are the benefits Arjun chhal in heart and cholesterol hindi/ अर्जुन छाल के फायदे ह्रदय और कोलोस्ट्रोल में

अर्जुन पेड़ की छाल एक परिचय  /  Arjun tree bark introduction hindi

What are the benefits Arjun chhal in heart and cholesterol

अर्जुन छाल के फायदे ह्रदय ओर कोलोस्ट्रोल में
अर्जुन छाल दवा के रूप में ह्रदय के लिये बहुत लाभकारी है।अर्जुन की छाल अर्जुन नाम के पेड़ से निकाली जाती है जो अर्जुन पेड़ की छाल जिसको अर्जुन की पेड़ का बक्कल भी कहते है। आर्युवेद दवा में इसका ह्रदय की समस्त बीमारियों में बहुत फायदा है। भारत मे अर्जुन के पेड़ बहुत पाये जाते है। उत्तर भारत में हिमालय की तलहटी  मे उत्तराखंड से लेकर असम अरुणाचल प्रदेश तक इसके पेड़ पाये जाते है। शुष्क जगहों में भी इसके पेड़ पाये जाते है।अर्जुन प्रकृति से शीतल,ह्रदय के लिये लाभकारी कसेला छोटे मोटे कटने पर विष,रक्क्त,संबधी रोग,मोटापा, डायबिटीज, अल्सर,कफ,तथा पित्त को कम  करता है। उसमे फायदा पहुचाता है।अर्जुन कि छाल का पावडर ह्रदय से  मांशपेशियों  को बल मिलता है। ह्रदय का पोषण होता है। मांशपेशियों को बल मिलने से ह्रदय की धड़कन ठीक होती है। इससे सूजन कम होती है।रक्क्त वाहनियों के द्वारा होने वाले  रक्क्त का स्राव भी कम होता है। नींद अच्छी आती है। जो कि ह्रदय रोगियों के लिये जरूरी है। एक ह्रदय रोगी को कम से कम 6 से 8 घंटे सोना जरूरी है। इससे ह्रदय अपनी मरमत खुद  कर लेता है।अर्जुन छाल का कोई भी रोगी सीमित मात्रा में प्रयोग करे। ज्यादा प्रयोग करने से हड्डियो व स्पाइन में समस्या आ सकती है। वजन कम हो सकता है। वजन कम होना भी स्वास्थ्य के लिये ठीक नही है।what are the benefits Arjun chhal in heart and cholesterol hindi




अर्जुन छाल के फायदे ह्रदय के लिये/ Arjun tree bark benefits in heart treatment hindi                                  


अर्जुन के पेड़ की छाल का आर्युवेद में ओषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।इसके फल पत्ते छाल का प्रयोग ओषधि के रूप में किया जाता है। अर्जुन छाल में सबसे उपयोगी टेनिन होता है।इसके साथ                        पोटेशियम,मैग्नेशियमऔर कैल्शियम होता है।ह्रदय रोगी अर्जुन छाल को तब इस्तेमाल करे जब ह्रदय की सामान्य धड़कन 72 से  बढ़ कर 150 से ऊपर रहने लगे। उस समय एक गिलाश टमाटर के रस में 1 चम्मच अर्जुन की छाल का चूर्ण को मिलाकर नियमित पाइन से लाभ होता है। दूसरा तरीका अर्जुन छाल को कुटकर उसका बारीक पाउडर बना ले।उसके बाद कपड़ छान कर ले। उस पाउडर को छोटी चम्मच से आधी चम्मच लेकर आधा गिलाश दूध। व आधा गिलाश पानी मिला कर उबाल लें। यदि शुगर रोगी नही है तो उसमे चीनी मिला ले। जब दूधपानी आधा रह जाय उसको चूल्हे से नीचे उतार लें। और हल्का गर्म पी ले। इसको अर्जुन छाल की खीर पाक विधि कहते है। यह ह्रदय को पोषण देता है। ह्रदय को  तागत देता है। ह्रदय की पम्पिंग क्षमता को  बढ़ाता है। ह्रदय को तागत देने का मतलब है कि आप हर कार्य अच्छा से कर सकेंगे। नींद भी ठीक से आएगी। जो गहरी नींद नही आने की शिकायत थी वह भी दूर होगी। नींद बार बार नही टूटएगी है। उसमे शीघ्र सुधार होगा। और आप अच्छा से सो पाएंगे। भोजन में फाइबर का सेवन बढ़ा दे। फाइवर दिल को फायदा करता है। साथ मे तली भुनी चीजो का सेवन बन्द करे। भोजन में मैदा, चीनी से बनी चीजो का इस्तेमाल ना करे। कोशिश करे कि किसी डॉक्टर के निर्देशन पर अर्जुन छाल लेने से ठीक रहता है। वैसे अर्जुन छाल के कोई साइड इफ़ेक्ट नही है। बस ज्यादा मात्रा में ना ले। इस बात का ध्यान रखे यदि आप ह्रदय रोगी है या दिल कमजोर महसूस करते है। जांच में ह्रदय रोगी है इस तरह की शिकायत आने पर ह्रदय  की अर्जुन छाल का एक साल का कोर्स लाभकारी रहता है। उसके बाद भी इसे छोड़े नही बीच बीच मे हर महीने में या दो महीने में एक सप्ताह का कोर्स करे। यदि विल्कुल परफेक्ट है तो भी 6महीने में एक सप्ताह लेने से समस्या वापिस नही आती है। एक बार ह्रदय का रोग पकड़ ले तो दूसरी बार ये आराम से वापिस गलत खानपान के कारण आता है। इसलिये भोजन में सूखे मेवे व अनार,संतरे , सेब, नीबू का सेवन बराबर खाते रहे। जब भी मिल जाय खाते रहे। दूध और दही का सेवन भी करे।दूध मलाई उतर कर पीना चाहिये। दूध में थोड़ी सी हल्दी डालकर पिया करे। ये कोलोस्ट्रोल में फायदा करती है। अदरक, लहसुन,हल्दी, का सेवन हार्ट के मरीजो के लिये ठीक रहता है। जिनकी बॉडी गर्म रहती है वे हल्दी का सेवन दूध के साथ ना करे। बहुत बार ह्रदय हार्ट के रोगी जब दिल  ठीक हो जाता है तो अर्जुन छाल का सेवन बन्द कर देते है। क्योकि एक साल लगातार  ह्रदय हार्ट में अर्जुन छाल लेने से हार्ट ठीक हो जाता है। पर गलत खानपान की वजह से समस्या  फिर आ जाती है। और कोलोस्ट्रोल को तो लगातार ठीक रखना पड़ता है इसलिये अर्जुन  छाल के बीच बीच मे लेते रहे। दोनों विधि से लेते रहे। एक विधि ह्रदय हार्ट को पोषण तागत देती है। और दूसरी विधि  कोलोस्ट्रोल को कम करती है साथ ही ह्रदय की धड़कन को तागत देती है। साथ मे खून को प्राकृतिक तरीके से पतला करती है जो ह्रदय रोगियों के लिये जरूरी है। तीसरा तरीका है 50ग्राम आटे को 20 ग्राम देशी घी में गुलाबी होने तक भून लें।गुलाबी हो जाने पर 3ग्राम आर्जुन छाल का चूर्ण  और 40ग्राम मिश्री तथा 100ग्राम खोलता जल डाल कर पकाय।जब हलुवा तैयार हो जाय 1 चम्मच इसका रोजाना सेवन करे।इससे ह्रदय की पीड़ा,धड़कन,आदि सभी विकार दूर होते है।what are the benefits Arjun chhal in heart and cholesterol hindi

ह्रदय रोग में अर्जुन छाल के चूर्ण का प्रभाव इंजेकशन समान होता है। नाड़ी घीमी हो या धड़कन तेज  जीप पर अर्जुन  छाल का चूर्ण रखते ही फायदा मिलना शुरू हो जाता है। यह अंग्रेजी की दवा से भी ज्यादा फायदा दिलाती है। इसका कोई साइड इफ़ेक्ट भी नही है। यह स्किन को भी फायदा करती है। 


अर्जुन की छाल के फायदे कोलोस्ट्रॉल में / Arjun tree bark benefit in cholesterol  hindi

कोलोस्ट्रोल बढ़ने पर सीना का भारी होना, बार बार नीद टूटना, ब्लड का गाड़ा होना ये समस्या आने पर अर्जुन की छाल का कोलोस्ट्रॉल में बहुत फायदे मिलते है। कोलोस्ट्रॉल बढ़ने पर  अर्जुन की छाल का पाउडर को एक गिलाश पानी मे आधा छोटी चम्मच अर्जुन छाल उबाल लें।उसको जब पानी आधा रह जाय तो गरम पी ले। यह सुबह करे। बड़ा हुआ कोलोस्ट्रॉल कम हो जाएगा। यह लगातार कुछ दिन तक करे। साथ मे परहेज भी करे। चिकनाई वाली चीजो का सेवन बन्द करे।  डालडा, तेल, घी, दूध से बनी चीजो का  सेवन कम करे। चीनी, मैदा, से बनी चीजो का सेवन कम करें। कोलोस्ट्रोल में अर्जुन छाल लाभकारी है। अर्जुन की छाल में खून को पतला करने का प्राकृतिक गुण भी है। इसलिये यह कोलोस्ट्रॉल के साथ खून पतला के कारण ह्रदय के लिये लाभकारी है। खून जो गाड़ा होने के कारण ह्रदय तक नही पहुँच रहा था। वो ब्लड पतला होने के कारण ह्रदय तक आराम से पहुँच जाएगा। जिससे ह्रदय की समस्या में आराम मिलता है। कोलोस्ट्रॉल में भी प्राकृतिक तरीके से सुधार होता है।what are the benefits Arjun chhal in heart and cholesterol hindi

अर्जुन छाल के फायदे उच्च रक्तचाप, ब्लड हाई प्रेशर में / Arjun tree benefits in high blood pressure hindi

उच्च रक्तचाप हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित ब्यक्ति को आधी चम्मच अर्जुन छाल का पावडर को एक गिलाश  पानी मे 10 मिनेट उबाल कर जब पानी आधा रह जाय उसको पी जाय । यह उच्च रक्क्तचाप  बड़े हुए ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है।  आप इसके  पाउडर को पानी के साथ छोटी चम्मच से आधा चम्मच ले सकते है। यह उच्च रक्तचाप में बड़े हुए ब्लड प्रेशर को कम करता है।ह्रदय की धड़कन को ठीक रखता है। कोलोस्ट्रॉल को तो कम ये करता ही है साथ ही खून को भी प्राकृतिक तरीके से पतला करने में भी लाभकारी है। 

अर्जुन के फायदे कर्ण सुल में/ Arjun  leaves benefit in ears pain hindi

कान के दर्द में अर्जुन के पत्तो का रस 3 से 4 बुद डालने से कर्ण सुल में आराम मिलता है। यह एक कान दर्द में राहत देने वाली ओषधि है

अर्जुन पेड़ के फायदे लीवर में/ Arjun trees bark powder benefits in liver hindi

अर्जुन पेड़ की छाल का पाउडर लीवर से समन्धित रोगो में बहुत लाभकारी है। लीवर के समस्त रोग पीलिया हो या भूख का कम लगना या अन्य रोग हो सभी मे अर्जुन के पेड़ की छाल लाभकारी है। इसके लिये हमको अर्जुन छाल को पानी के साथ लेना लाभकारी है। यदि शुगर मधुमेह के मरीज है तो डॉक्टर के निर्देश पर ले। लीवर के लिये यह किसी अम्रत से कम नही है। इसलिये इसको हम लीवर टॉनिक भी कह सकते है। 

अर्जुन सेक्स से जुड़ी समस्याओं में लाभकारी है/ Arjun benefits in sex problem hindi

अर्जुन पेड़ की छाल सेक्स से जुड़ी समस्याओं में लाभकारी है। यदि अर्जुन पाउडर को दूध के साथ रात को लेते है तो यह भागदौड़ वाली जिंदगी में सेक्स की कमजोरी को दूर करता है। सेक्स में नसों की कमजोरी को दूर करता है।इसका कारण हार्ट की पम्पिंग का बढ़या तरीके से पम्पिंग करना भी है। जब हार्ट बढिया तरीके से पम्पिंग करता है तो  शरीर मे रक्क्त का संचार ठीक ढंग से हो पाता है इसलिये नसों की समस्या ठीक रहती है उनमें तागत आती है। इसलिये सेक्स में भी एक किस्म से बहुत लाभकारी  है।

अर्जुन मुख पाक में फायदा Arjun bark benefits in 2 hindi

अर्जुन छाल पाउडर में तिल का तेल मिलाकर मुँह के अंदर लेप करने के बाद 10मिनट छोड़ दे।उसके बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर ले।राहत मिलती है।

हड्डी जोड़ने में मदद करता है/ Arjun chhal is beneficial in bone fracture hindi

अगर किसी कारण से हड्डी टूटी है। तो अर्जुन छाल का प्रयोग कुछ दिन खाने में करने से लाभ मिलता है। कमजोर हड्डी मजबूत होती है। हड्डी टूटी जगह पर अर्जुन छाल को देशी घी मिला कर लगाने से लाभ मिलता है। अर्जुन छाल का आधी चम्मच चूर्ण को दूध के साथ लेने से हड्डी रोगो में लाभ मिलता है। ब्यक्ति मजबूत होता है। शारीरिक रूप से भी ब्यक्ति स्वास्थ्य रहता है।

अर्जुन छाल के फायदे  डियाबिटिक मरीजो में/Arjun bark benefit in diabitc hindi

अर्जुन छाल डायबिटिक में बड़े हुए शुगर लेबिल को नियंत्रित करता है।पर ध्यान रहे कि शुगर मरीज किसी डॉक्टर के निर्देशन पर यह ले सकते है। क्योंकि शुगर कम होना भी घातक हो सकता है। इसलिये सीमित मात्रा में शुगर मधुमेह के रोगी अर्जुन छाल को ले सकते है।अपनी शुगर बराबर नपवाते रहे। मधुमेह रोगी अर्जुन छाल और जामुन के बीज को सम भाग में कूट कर बारीक पाउडर बना ले। सम भाग में इसका सेवन लगातार पानी से  करते रहे। यह बड़ी हुई मधुमेह को नियंत्रित करता है। मधुमेह की जांच भी बीच बीच मे करते रहे। इस विधि से मधुमेह रोगी अपनी शुगर को नियंत्रित रख सकते है।


अर्जुन छाल मूत्र रुकावट को दूर करे साथ ही पथरी को बाहर निकाले

अर्जुन छाल चूर्ण मूत्र की रुकावट को दूर करती है। यह  मूत्र वर्धक है। गुर्दे की पथरी को पिसाब के द्वारा  बाहर निकलती है। इसके लिये अर्जुन छाल के  कूटे पाउडर को  पानी के साथ उबाल लें। उसके बाद इस पानी को पी ले। क्योकि यह मूत्रवर्धक ओषधी है। यह पिसाब की समस्त रुकावट को दूर करती है। गुर्दे की मूत्रलाय की पथरी बाहर कुछ दिनों में निकल जाती है।।










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