रात को दही खाने से क्यो बचना चाहिये / why not ate Curd at night hindi
मानव प्राणी या अन्य कोई प्राणी जो मनुष्य की प्रकृति का हो उसके शरीर को एक सामान्य तापमान की जरूरत होती है जिस वजह से मानव शरीर ज्यादा गर्मी या ज्यादा सर्द बर्दास्त नही कर सकता है। इसलिये हम जहाँ गर्मियों में गर्मी से बचने के लिये पंखा कूलर एयर कंडीशनर का प्रयोग करते है । सर्दियों में ठंड से बचने के लिये हीटर ब्लूमर का प्रयोग करते है। जो हमारे शरीर को उचित तापमान में रखते है जिस वजह से हम अच्छा और तंदुरुस्त महसूस करते है यह बात तो हुई बाहरी तापमान को कंट्रोल करने की अब शरीर के अंदुरुनी तापमान को नियंत्रित करने के लिये हमको कुछ चीजों की जरूरत होती है जिस वजह से हम मनुष्य प्राणी कुछ पेय पदार्थो का सहारा लेते है खासकर गर्मियों में लस्सी, कोल्ड ड्रिंक , सरबत ओर सर्दियों में चाय कॉफी का सेवन करते है। ये पेय पदार्थ हमारे शरीर के भीतरी तापमान को नियंत्रित रखते है जिससे हम स्वस्थ रहते है और बीमार नही पड़ते है।
रात को दही खाने से क्यों बचे / curd not ate at night hindi
आज हम रात को दही खाने के बारे में बात करेगे। रात का तापमान कम होता है सर्दियों में तो यह और भी कम हो जाता है इसलिए रात को दही नुकसान दे सकता है। आर्युवेद में रात को दही खाने को मना इसलिए किया गया है। लेकिन फिर भी कुछ लोग रात को दही खा सकते है खासकर वे लोग जिनके शरीर की तासीर गर्म रहती है ओर जो हमेशा शरीर को गर्म रखने वाली चीजो का सेवन करते है जैसे अदरक हल्दी ,लहसुन ,काली मिर्च, बड़ी इलाइची जैसे मशाले का हमेशा प्रयोग अपने भोजन में करते है और साथ ही जिनके शरीर की तासीर गर्म हो। ऐसे लोग यदि रात में दही का इस्तेमाल करेगे तो उनको खास नुकसान नही होगा। लेकिन वे भी उन्ही दिनों इसका इस्तेमाल कर सकते है जब उनको ठंड व सर्दी से पीड़ित न हो और किसी वात के रोग से पीड़ित नही हो। जिनके शरीर का तापमान ज्यादातर सामान्य या ठंडा रहता है उनको रात को दही नही खाना चाहिये ऐसे ब्यक्तियो को दिन में भी दही का सेवन कम करना चाहिये। यदि ऐसे ब्यक्ति मशालों का सेवन जैसे हल्दी अदरक काली मिर्च लहसुन का सेवन अपनी सब्जियों में करते है तो वे दिन में दही का सेवन कर सकते है।। लेकिन रात को दही खाने से हमेशा बचे।
अब सवाल यह आता है कि रात को दही खाने से होता क्या है। राते ठंडी होती है इसलिये रात को दही का सेवन करने से यह सबको पचता नही है। दही खासकर उन लोगो को नही पचता है जिनका लोवर कमजोर होता है ओर जिनके शरीर की तासीर ठंडी रहती है। लीवर कमजोर होने के कारण ओर शरीर की तासीर ठंडी होने से ह्रदय तक खून ले जाने रक्क्त वाहनिया शीतिल पड़ जाती है क्योकि शरीर मे ऊर्जा का अभाव हो जाता है। लोवर ओर ह्रदय इन दोनों का आपस मे गहरा समन्ध रहता है। रात्रि में क्योकि हम सोये रहते है जिस कारण शरीर का सारा कार्य ह्रदय को करना पड़ता है ह्रदय का काम बढ़ जाता है उधर ह्रदय तक यदि पर्याप्त खून नही पहुँचता है तो रात को बार बार नींद टूटती है। ह्रदय स्लो चलता है। इसलिये अगर कभी ऐसा होता है तब उस दौरान उठ कर घर की सीढ़ी तीन से चार बार चढ़ने उतरने से यह समस्या ठीक हो जाती है। घवराने की तुरन्त जरूरत नही है। मैं भी इस चीज को फेस कर चुका हूं। जिनके ह्रदय की धड़कन कमजोर रहती है ह्रदय कम धड़कता है उनको ब्यायाम करना चाहिये। पत्नी के साथ सोने से भी हर्ज नही क्योकि वो भी दिल की धड़कन बढ़ाती है। जब धड़कन बढ़ेगी तो सब ठीक हो जाएगा। इसलिये रात को दही खाने से बचे। डॉक्टर की सलाह किसी किस्म की परेशानी होने पर तुरन्त लीजिये खासकर ह्रदय समन्धित रोगो में।
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