Suhagrat ki shayari hindi prem / सुहागरात की शायरी हिंदी प्रेम

Suhagrat ki Shayari hindi  prem /  सुहागरात की शायरी हिंदी प्रेम 

वो रात किसी के लिए खुशी का अहसास लाती है

यदि दिल से रिश्ता हुआ हो

खुशी से रिसता हुआ हो

अपने प्यार से रिसता हुआ हो

जिसको हमेशा पलको में बैठा  कर रखा हो

या जिसको जिंदगी भर चाहा हो

उसकी गोद में बैठने का मन 

किसी को भी खुशी दे सकती है।


लेकिन वही रात किसी के लिए

 दुःख दर्द की रात होती है

जो  बिना एक लडकी

की सहमति के रिसता  

उसका बना दिया जाता है

किसी अजनबी के साथ

जिसको वह पसंद भी नहीं करती हो

जो उसके मुकाबले बेडोल शरीर का हो

ऊपर से रंग रूप का भी ठीक नही

लेकिन क्या करे बेचारी

क्योंकि  उसका तो पैकेज से विवाह हुआ है

या सरकारी कर्मचारी से विवाह के चक्कर में

घर के लोग उसकी पसंद नापसंद सब भूल गए

इस रात वो कैसे खुशी मनाएगी 

वो तो तभी खुश उस रात हो सकती है जब उसकी

पसंद नापसंद का ध्यान उसके घरवाले काश रखते।

मत करना इस तरह की भूल अपने लोगो से

वो जीवन में कभी माफ नहीं करेगी

खुद तो दुखी  राहेगी 

आपको भी जीवन भर दुखी रखेगी।

तब आप सोच में पड़ जायेगे

खुद को जीवन में कभी माफ नहीं करेगे

उनका दुश्मन खुद को मान कर जीवन भर 

अपने को माफ नही करोगे।




सुहागरात वो रात है 

जब हर कोई हिला होता है

चाहे वो नर हो या नारी हो

चाहे वो पहलवान ही क्यों नही हो

हर कोई उस रात का हल अपने ढंग से निकालता है

कोई घुघट उठाने से पहले गिफ्ट देकर किसी तरह अपने को संभालता है

तो कोई किस्से कहानी का सहारा लेकर अपने दिल को बुझाता है



लेकिन जो बैल है वो तो कूदने को आतुर है

वो क्या जाने इस रात की महत्ता को

यह रात जिंदगी को संभालती भी है

ओर एक पल में उसको बिगड़ती भी है।

इसलिए इस रात का सम्मान करो

जितना प्यार लूटा सकते हो खुशी से लुटाओ

बस ध्यान इस बात का रखो की 

कोई दुःख दर्द उसको देकर

अपने को  मर्द न समझो।




सुहागरात नही है कोई खेल

यह है जन्म जन्मांतर का मेल

बस इसको जबरजस्ति  ना थोपो 

अपनो  की नाराजगी ना झेलो

यह भारी तुम पर भी पड़ सकती है

किसी नादान को ना सौपो 

किसी बूढ़े के संग।

बेमेल विवाह एक जुर्म है

यह जनता की अदालत  लेकर

ऊपर वाले की अदालत मैं

सजा इसकी  बहुत बड़ी है।




हसीन सपनो को दिखा कर

झूठ ना बोल बंदे

तू नही जानता 

जिसको लेकर तू आ रहा

वो न जाने कितने सपने उसने देखे होंगे

और तू उसके सपने मटियामेट मत करना

किसी दहेज के लालच में पड़कर किसी कन्या का जीवन बर्बाद न करना

यदि तूने ये किया तो एक दिन तू भी भुक्तेगा

जीवन तेरा भी नरक बन जायेगा

जब  तू उड़ती चिड़िया के पर कुतरने की सोचेगा।




ऐसा पाप कभी न करना

जीवन में उसी से मेल रखना

जो तेरे लिए  उचित हो

समाज की नजर में  तू महान लगे।




जिस दिन तू ये कर पाएगा

उस दिन समाज तो गुणगान तेरा करेगा ही

ऊपर वाले की नजर में भी तू महान होगा

एक दीप दान तू उस दिन करना 

धन्यवाद तू सबको कहना।



सुहागरात में पत्नी पत्नी किन बातों से बचना चाहिए

सुहागरात के दिन पति पत्नी को एक दूसरे के शादी से पहले प्यार के बारे में भूल कर भी जिक्र नहीं करना चाहिए। जो जिक्र करेगा वह आजीवन अपनी गलती के लिए पछताएगा। अगर ये बात करनी ही है तो शादी से पहले कर लीजिए। वैसे शादी से पहले भी यह बात करना ठीक नहीं होगा। रिसता बनते बनते टूट जायेगा।


एक लडकी को शादी के बाद कभी भी अपनी मायके की बुराई पति के सामने नही करनी चाहिए। याद कोई लडकी ऐसा करती है तो जिंदगी भर ताने सुनेगी।


प्रश्न सुहाग का मतलब क्या है 

उत्तर सुहाग का मतलब पति से है। एक लडकी का विवाह जिससे होता है वही उसका सुहाग होता है। सुहागरात का मतलब वो रात जिस दिन दूल्हा दुल्हन की मिलन बेला होती है जिसको गोल्डन नाइट कहते है। वही सुहागरात होती है लेकिन अब समाज में कुछ जगह बदलाब भी आया है। 


मेने देखा एक सपना

जिसमे  हुआ  तेरा मेरा मिलना

वो रात क्या हसीन थी

जिसमे तुम घुघट में थी

मैं तुमको प्यार से पुकार रहा था

तुम  सहमी सी लग रही थी।


अचानक तुम्हारे चेहरे का दीदार हुआ

उसके बाद मन मेरा  कुछ कुछ

शर्मिला हुआ झिझक दोनो तरह थी

पर में सोच रहा था बात किधर से शुरू करू

रात आधी से ज्यादा गुजर गई थी

दिल धक धक कर रहा था

लेकिन हाथ कांप रहे थे

घुघट केसे उठाता

यही सोच सोच सुबह हो गई

हो गई सुहागरात की  सम्पूर्ण कथा।

सुबह जब उठे नजर परिवार वालो से मिले

सबके चेहरे पर मुस्कराहट थी

लेकिन हम कुछ न कर पाने का

सोच सोच बेहाल थे।
















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