कत्था के फायदे और नुकसान जाने / Benefits of kaththa and also know about losses hindi

कत्था के फायदे और नुकसान जाने / Benefits of kaththa  and also know about losses hindi

पान में खाया जाने वाला कत्था जो लोग अक्सर मुंह को लाल करने के उद्देस्य से समझते होगे लेकिन कत्था के बहुत से स्वास्थ्य वर्धक फायदे भी है कत्था जो खैर के पेड़ से निकाला जाता है जिसका उपयोग अधिकार पान में किया जाता है लेकिन खैर के पेड़ से निकलने वाले  कत्था का उपयोग आर्युवेदिक दवाओं में भी किया जाता है। कत्था के फायदे क्या क्या है जिनका लाभ आप अपने घरेलू तौर पर ले सकते है उसी के बारे में हम विस्तार से बतला रहे है।

मुंह के छाले  में कत्था के फायदे

जब भी हमारे मुंह में घाव किसी कारण से होते है तब हम परेशान हो जाते है। मुंह में घाव का कारण किसी गर्म चीज का खा लेना या मशालो का अधिक प्रयोग हो सकता है। पेट की गर्मी के कारण भी मुंह में घाव अक्सर हो जाते है। मुंह के घाव में कत्था  का प्रयोग रामबाण है । आपको सबसे पहले कत्था को ठंडा पानी में भीगा कर 24घंटे रखना है उसके बाद जब यह पूरा गाड़ा घुल जाता है तब इसका लेप मुंह में लगा कर दवा के रूप में लाभ लिया जा सकता है। कत्था को मुंह के छाले में दो से तीन बार  लगाने से मुंह के घाव ठीक हो जाते है। मुंह के छाले में कत्था का उपयोग रामबाण है।

लीवर की सूजन में कत्था के फायदे

आर्युवेद में कत्था के फायदे बतलाए गए है जिनके मुताबिक कत्था का सीमित प्रयोग लीवर की सूजन को कम करता है साथ ही कत्था पाचन को दुरुस्त करता है। यदि सीमित मात्रा में कत्था का प्रयोग कभी कभार किया जाय तो यह दवा का काम करती है।

बालो में कालापन के लिए कत्था के फायदे 

यदि अपने बालो को नेचुरल लुक देना चाहते है तो बालो को प्राकृतिक भूरा रंग देना चाहते है तो महंदी में कत्था मिला कर इसका फायदा लिया जा सकता है।


पायरिया में फायदेमंद कत्था

दांत दर्द या मसूड़ों में खून आने पर कत्था और फिटकरी को पीस कर दांतो पर मालिश करने से पायरिया का रोग ठीक हो जाता है। जिन लोगो को ठंडा पानी पीने से परेशानी होती है और उनकी दांतो की समस्या  से परेशान रहते है उनके लिए कत्था ,फिटकरी और लॉग का पेस्ट बना कर दांतो पर रगड़ने से दांतो का मसूड़ों का संक्रमण दूर हो जाती है। कत्था में एंटी फंगल गुण होते है जिस कारण यह संक्रमण को रोकता है और त्वचा को सुरक्षित रखता है। 

कत्था के नुकसान

कत्था का अधिक प्रयोग पथरी का कारण हो सकता है।
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