Benefits Services of your respective elders know hindi / अपने बड़े बुजुर्को की सेवा के फायदे जाने

Benefits Services of your respective elders know hindi/ अपने बड़े बुजुर्को की सेवा के फायदे जाने

भारतवर्ष के लोग अपने बड़े बुजुर्को की सेवा आदिकाल से ही करते आए है उसका उदाहरण श्रवण कुमार से बढ़िया क्या हो सकता है जिसने अपने मातापिता की भरपूर सेवा की और उन्हें सारे तीर्थ अपने कंधो पर करवाए। वो अलग बात है की उस  दौरान वे दुर्घटना हो गई । जो की राजा दशरथ द्वारा अनजाने में हुई मानी जाती है। शास्त्रों में यही कहा गया है लेकिन आज हम अपने बुजुर्क मातापिता की सेवा की बात करेगे की कैसे उनकी सेवा से हमको डबल ट्रिपल पुण्य मिलता है आज हम उसी के बारे में बात करेगे। बुजुर्को की सेवा भाव को नीचे विस्तार से समझे।

बुजुर्को की सेवा कैसे करे

बुजुर्को  ही है जिन्होंने पूरी जिंदगी अपनी हमारे लिए खपा दी है और ऐसा भी नहीं है की उसमे उनका कोई हिट नही हो। बुजुर्को ने खासकर मातापिता ने जो कुछ भी हमारे लिए किया उसका सबसे पहले फायदा तो  उन्होंने खुद भी उठाया होगा उसके बाद जो कुछ बचा होगा वो हमारे लिए छोड़ा होगा। ऐसा आजकल की पीढ़ी का सोचना है लेकिन यह सबके साथ नही होता है सबके मातापिता इतना समृद्ध नही होते है जो लोग समृद्ध होते है उनके बारे में यह कह सकते है। जो लोग दो जून की रोटी बड़ी मुस्किल से जुगाड करते है उनके बारे में  भी हमे सोचना चाहिए वल्कि बहुत बार देखा गया है की ऐसे लोगो के बच्चे अपने मातापिता की अच्छी सेवा करते है उसका कारण वे अपने बच्चो के टच में ज्यादा रहते है। जिसका उनको और उनके मातापिता को समझने और उनकी कठिन दिनचर्या का पता चलता है। जिससे प्रेम का भाव मातापिता के लिए निकलना तो तय ही है। यही से सेवा भाव का मन अपने मातापिता के प्रति जागृत होता है। आप अपने जीवन में कितना ही धन जमा कर रख लो यदि आपका बच्चा आपको नही समझता है तो वो धन बेकार है। इसलिए कहते है की अपने बच्चो को  अच्छे सस्कर दीजिए। धन तो वह खुद कमा लेंगे।

अपने बुजुर्को की सेवा तब करे जब वे आपको अपनी सेवा के लिए पुकारे। उस वक्त एक फोजी की तरह आपको उनकी सेवा को तैयार रहना चाहिए। बहुत से मातापिता अपने बच्चो के लिए जीवन में कुछ नही कर पाते है तब भी कोशिश करे की उनकी सेवा करे। हम सनातन से जुड़े है सनातन धर्म ने हमको यही सिखाया है उसका पालन हमको करना चाहिए। बुजुर्को की सेवा हम उनको समय  पर उनको दवाइया भोजन देकर कर सकते है और जरूरत पड़ने पर उनकी बॉडी मसाज जरूर करे । बॉडी मसाज बुजुरको की इसलिए करे क्योंकि बुजुर्क व्यायाम नही कर पाते है और इसलिए उनको व्यायाम की सख्त जरूरत होती है। उसके लिए उनकी मसाज की जा सकती है । उस मसाज से आपको खुद भी फायदा होगा । आपका खुद का व्यायाम भी हो जायेगा। और उनके शरीर के कोलोस्ट्रोल तो घटेगा आपका भी खुद का कोलोस्ट्रोल कम होगा। हुआ की नही ट्रिपल फायदा।

















Previous
Next Post »