पार्किशन बीमारी के लक्षण एंड बचाव / what are the symptom of parikshan disease and how can save hindi

 ,पार्किशन बीमारी के लक्षण  एंड बचाव / What are the symptom of parikshan  disease and how can save  hindi 

 पार्किशन की बीमारी मुख्य रूप से  बुजुर्को में देखने को मिलती है लेकिन कुछ नवजवानों में भी यह देखी गयी है। जो नवजवान जवानी में शराब   ज्यादा पीते है ओर उस दौरान वे सही भोजन नही ले पाते है जिसके कारण कुछ वर्ष बीत जाने के बाद  उनमें वो लक्षण देखे गए है जो बुजुर्को में पाए जाते है । जब तक वे एक पेग शराब का सेवन नही कर लेते है उनमें  वे लक्षण रहते है जो एक पार्किशन मरीज में रहते है जैसे हाथ का  कंपन शरीर का कंपन , याददाश्त का कमजोर होना  जकड़न इत्यादि।  यह समस्या खासकर उन लोगो मे होने की ज्यादा सम्भावनाये होती है जो किसी हार्मोन समन्धित समस्या  से  पीड़ित हो जैसे कि थायराइड ओर मधुमेह इत्यादि।

पार्किशन से बचाव

आर्युवेद में पार्किशन से बचाव संभव है बस आपको आर्युवेद हर्बल जड़ीबूटी को अपने जीवन मे अपनाना होगा। जो कि भारतीय लोगो के लिये आम बात हो सकती है। लेकिन सही समय ओर बराबर रोग की दशा में सेवन करते रहे। अब जाने की वे कोंन से हर्बल जड़ीबूटी है जो पार्किशन से छुटकारा पूरी तरह से दिला सकती है उनमें से मुख्य हल्दी है । अपने जीवन मे हल्दी का सेवन बढा देना चाहिये लेकिन इसको लेना का सही तरीका भोजन हो सकता है । आपको भोजन में कढ़ी बना कर इसका सेवन लाभदायक हो सकता है। दूसरा तरीका दूध में एक चुटकी हल्दी का सेवन लाभ दिल सकता है। शरीर मे जिस तांत्रिक तंत्र की वजह से यह समस्या होती है वह इसलिये होती है कि  हमारा शरीर जो रसायन शरीर से रिलीज करने होते है वह वह नही कर पाता है इसके लिये अदरक , काली मिर्च का सेवन अपने भोजन में समय समय पर करते रहे। जिन लोगो को यह समस्या हो रही है वे  खट्टे फलों में अदरक मिला कर ही उसके जूस का सेवन करे। बीमारी बढ़ने पर समय से किसी योग्य चिकित्सक की सलाह अवश्य लीजिये। इस  बीमारी को पूरी तरह रोका जा सकता है परंतु समाप्त नही किया जा सकता है।







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