नवजवानों को ठंड लगना कही स्वास्थ्य समस्या तो नही / The young blood feel cold it may health problem hindi

नवजवानों को ठंड लगना का कारण कही स्वास्थ्य समस्या तो नही / Young blood feel cold it may  health problem  hindi

अपने घर परिवार आसपास में बहुत से ऐसे नवजवानों को देखा होगा जो नहाने से कतराते है। एक नवजवान यदि नहाने से कतराता है तो उसके अनेक कारण हो सकते है। अपने अनुभव ओर बहुत सा स्वास्थ्य के बारे में जानकारी जुटाने के बाद नवजवानों को नहाने से कतराने के पीछे जो कारण सामने आये है  उनको  आप इस प्रकार समझये। 

नवजवान का आलसी होना
यह देखा गया है कि कुछ नवजवान आलसी प्रवत्ति के होते है। अपने आलस्य के कारण वे अनेक कार्यो को समय से पूरा नही कर पाते है। यहाँ तक कि शारीरिक ब्यायाम जो आज नवजवानों के लिये एक अति आवश्यक चीज बन गयी है उसको करने से भी कतराते है। पहले जमाने मे लोगो के पास शारीरिक काम बहुत था। कम से कम पैदल चलना तो हो ही जाता था लेकिन आज समय बदला है। लोग जब घर से बाजार निकलते है जो कि पास में ही बहुत बार होता है वो दूरी भी पैदल चलना नही चाहते है। उसके लिये भी किसी सवारी का सहारा लेते है जो किसी  भी मायने से ठीक नही है। जो लोग आलस से भरे होते है उनको नहाने में भी आलस आता है ये लोग बहुत बार तो 15 दिन से पहले नहाते ही नही है। यह लोग तब नहाते है जब उनको शरीर मे खुजली लगने लगती है। 

नवजवानों को ठंड लगना कही स्वास्थ्य समस्या तो नही
नवजवानों को ठंड लगना  स्वास्थ्य समस्या भी हो सकती है । यह अनेक अनुभवो से लिख रहा हु। इसको विस्तार से समझने की आवश्यक्ता है। आज की युवा पीढ़ी योग ब्यायाम धूप से दूर रहती है। उसका कारण शारीरिक श्रम का कम होना भी है।आज जब बच्चा जन्म के समय से ही उसको अस्पताल से लेकर घर तक धूप तो कम ही लोग दर्शन करवाते है। बच्चे को  लाड़प्यार के चक्कर मे घर से बाहर भी घूमने खेलने कम ही जाने देते है। ऊपर से  स्कूल से दिया होम वर्क ।  जब बच्चे की जॉब लग जाती है यदि उसमे भी शारीरिक श्रम नही है ऊपर से धूप के दर्शन नही हो रहे है तो स्वाभाविक है उसके शरीर मे विटामिन डी की कमी हो जाएगी। दूसरी बात फ़ास्ट फ़ूड के सेवन ज्यादा करने से घर का वो पुराना भोजन जिसमें हरा साग ओर रोटी दाल होते थे। वे सब थाली से गायब है। ऊपर से बच्चे फल खाना कम पसन्द करते है उन्हें जूस पीना पसन्द है। जिस वजह से बच्चो में विटामिन मिनरल्स की कमी हो रही है। जब बच्चो में विटामिन्स मिनरल्स की कमी होगी तो उनको अनेक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है जिनमे एक समस्या आजकल उभर कर आ रही है वह है थायराइड की समस्या। थायराइड में शरीर मे एनर्जी कम बनती है । जब शरीर मे ऊर्जा कम बनेगी तो शरीर को ठंड लगेगी । जब शरीर को ठंड लगेगी तब नहाने का तो कोई मत्तलब ही नही। नवजवान उस दशा में नहाना पसन्द करता है जब उसको शरीर मे कोई परेशानी होनी शुरू हो गयी हो जैसे खुजली वगेरह। थायराइड की समस्या को डॉक्टर लोग के पकड़ में भी बहुत बार नही आती है। यदि उन्हें थायराइड का शक होता भी है या वह मरीज के कहने पर थायराइड का ब्लड टेस्ट करवाते भी है तो वह इतना मामूली होता है कि रिपोर्ट में पता ही नही चल पाता है। थायराइड जो थायराइड ग्लैंड जो गले मे पंखुड़ी के आकार की होती है उसमे से जो लार निकलती है वो ऊर्जा शरीर को देती है यदि वह कम मात्रा में बन रही है जो कि 24 घण्टे में कई बार घटते बढ़ते रहता है। उस वजह से शरीर मे ऊर्जा नही बन पाती है। जिसके वजह से शरीर मे ठंड लगती है।  इसलिये युवा बुजर्क जो इस समस्या से पीड़ित होते है वो नहाने से कतराते है। ऐसे लोगो को जिनको थायराइड की समस्या अपने अंदर लग रही हो उनको आधी चम्मद अलशी भूनकर खाना थायराइड में लाभ देता है। थायराइड जो हार्मोन समन्धित समस्या है उसको यह नियंत्रित करता है। जो लोग थायराइड के लिये गोली जो डॉक्टर के द्वारा निर्धारित है उससे उनको कभी कभी असर यदि नही हो रहा है तो उनको भी अलसी को भून कर रख लेना चाहिये ओर रात को सोते समय यदि इसको आधा चम्मच लेते है तो यह हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करेगी। नींद अच्छी आएगी। सबसे बड़ी बात यदि रोजाना लेते है तो यह थायराइड को तो फायदा करेगी ही साथ ही यह दिल के रोग में बहुत लाभकारी है ओर जिनको खर्राटे आते है उनके लिये भी यह खर्राटे रोकने में मदद करती है। उनको बस कम काम ओर करना होगा कि अपने भोजन में अदरक लहसुन हल्दी को शामिल कीजिये।

थायराइड  मरीज का भोजन कैसा हो
थायराइड के मरीजो का भोजन हल्का होना चाहिये। वैसे उनके लिये  परहेज तो है लेकिन कुछ चीजो का इस्तेमाल अपने भोजन में करने से आप काफी कुछ खा पी सकते है। 
जिन लोगो को थायराइड की समस्या है उनको अपने भोजन में हल्दी अदरक लहसुन प्याज काली मिर्च को जरूर शामिल करना चाहिये। किस चीज को कैसे खाना है अब उसके बारे में जानिए।

1अदरक 
अदरक में जिंजरोल नामक तत्व पाया जाता है। जो शरीर मे अग्नि पैदा करने का काम करता है। थायराइड के मरीजो के अंदर ऊर्जा कम बनती है जिससे भोजन सही से पच नही पाता है। अदरक पाचन को दुरुस्त करने का काम करता है।जो थायराइड मरीजो के लिये एक औषधि की तरह काम करता है। थायराइड के मरीज  ठंडा पानी से बहुत बार उल्टी कर देते है। इसको रोकने का काम भी अदरक करता है। थायराइड के मरीजो को ठंडा पानी कम ही पीना चाहिये । ज्यादातर उनको गुनगुने पानी का ही इस्तेमाल  करना चाहिये। ठंडा पानी उनको तब ही पीना चाहिये जब गुनगुने पानी से मन भर गया हो। 

2 लहसुन
लहसुन जिसको आर्युवेद में अमृत कहा गया है। यह शरीर मे ऊर्जा  को बढ़ाने का काम करता है। पाचन के लिये भी यह दुरुस्त है। शरीर मे अनेक किस्म के दर्द ओर नसों की समस्या के लिये यह रामबाण है। वात पित्त कफ का बैलेंस बना कर रखती है। यह एक महाऔषधि है। थायराइड में यह बहुत लाभकारी है । जिस तरह की समस्या थायराइड में पाचन व नसों  होती है उनके लिये यह लाभकारी है। 

3 हल्दी
हल्दी में  गुणकारी है यह अनेक रोगों में लाभकारी है। हल्दी में जो तत्व पाया जाता है वह शरीर मे एंटीबायोटिक का काम  करती है। हल्दी को थायराइड के मरीज दूध में डाल कर पी सकते है। जिससे कि उनका कोलोस्ट्रोल लेबिल ठीक रहता है। थायराइड मरीजो का कोलोस्ट्रोल लेबिल बिगड़ा रहता है। इसलिये उनको दूध में हल्दी डालकर पीना चाहिये।जिससे ह्रदय को भी लाभ मिलता है। रक्तवाह्निया भी साफ रहती है। ह्रदय को खून का संचार ठीक रहता है।

4 अलशी 
थायराइड के मरीजो के लिये अलशी किसी रामबाण से कम नही है जब दवा काम नही करती है या आप अपनो डोज को बढ़ाना नही चाहते है तो अलशी बहुत लाभकारी है। यह थायराइड को नियंत्रित करती है।

5 काली मिर्च
थायराइड के लिये काली मिर्च भी किसी रामबाण से कम नही है जब नींद नही आ रही हो उस दौरान यदि घर मे अलसी नही है तो काली मिर्च के पाउडर का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह थायराइड को नियंत्रित करने में लाभकारी है।

6 थायराइड की गोली किंतनी जरूरी
थायराइड की समस्या होने पर डॉक्टर के मुताबिक डोज लेना चाहिये। क्योंकि यह समस्या आयोडीन की कमी की है। इसलिये गोली लेना बहुत जरूरी होता है। जिन लोगो को समय पर इस रोग का पता लग जाता है उनकी समस्या ठीक हो जाती है। जिनका रोग देरी से पता चलता है उनको यह दवा जिंदगी भर लेनी पड़ती है।





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