अच्छा संपन्न ससुराल कुंडली के हिसाब से किसे मिलता है जाने

अच्छा  संपन्न ससुराल  कुंडली के हिसाब से किसे मिलता है जाने

जीवन में कुछ लोगो को छोड़ दिया जाय तो अधिकतर लोग विवाह करना पसंद करते है जब विवाह की बात चलती है तो ससुराल कैसा मिलेगा इसको लेकर लड़के हो या लडकिया सभी उत्सुक रहते है। कुंडली में विवाह के लिए जिम्मेदार भाव सातवा होता है अब जब सातवा भाव विवाह के लिए जिम्मेदार है तो उस भाव में बैठे ग्रह एक संपन्न या सामान्य और या गरीब  या  सम्मान या असम्मान ससुराल के लिए जिम्मेदार होते है। हम कितनी ही कोशिश कर ले लेकिन ग्रह विवाह के लिए उसी घर में लेकर जायेगे जहा किस्मत लिखी है किस्मत विवाह के लिए जन्म कुंडली में सातवा भाव होता है यदि सातवे भाव में राहु केतु  शनि जैसे ग्रह बैठे हो तब अच्छा ससुराल नही मिलता है अच्छा नही मिलने का मतलब एक सामान्य परिवार से आपका विवाह होगा जहा आपका सम्मान भी कम ही होगा। वही इसके उलट यदि सातवे भाव में शुभ ग्रह बैठे हो या सातवे भाव के स्वामी के साथ शुभ योग बन रहा हो या सातवे भाव में शुभ ग्रह जैसे बुध, चंद्रमा  गुरु सूर्य शुक्र हो तब संपन्न ससुराल मिलता है यह ससुराल समाज में सम्मान दिलाता है ।



 यह इस तरह की ससुराल होगी जो वक्त पर आपको मदद भी कर सकती है लेकिन बहुत बड़ी मदद के लिए कुंडली के दूसरे घर भी शुभ होने चाहिए लेकिन इस तरह के ससुराल से सम्मान और मदद थोड़ी मात्रा में मिलते ही रहती है। शुभ ग्रहों  की दृष्टि जैसे सूर्य चंद्रमा गुरु बुध शुक्र जैसे  ग्रहों की  दृष्टि भी बहुत कुछ बोलती है यही सातवे भाव में शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तब भी ससुराल अच्छा और संपन्न मिलता है और पत्नी या पति भी अच्छा ही मिलेगा। कुंडली में दशम भाव भी महत्वपूर्ण भूमिका में रहता है यदि दशम भाव हो या शुभ ग्रहों की शुभ दृष्टि हो या कुंडली का दूसरा भाव, चौथा भाव , भाग्य स्थान नवम भाव दशम भाव या  एकादश भाव  में से चार भाव भी शुभ।हो और उन पर किसी। पाप ग्रह की दृष्टि नही हो और कुंडली में शुभ योग का निर्माण हो रहा हो तब भी धन लाभ अनेक माध्यम से बनता है। यदि किसी कुंडली में मंगल के साथ शुक्र होने पर कुछ।लोग ठीक नही समझते है लेकिन इतना समझ लीजिए कि इस तरह के लोग कर्मठ होते है और जिंदगी भर कमाई करते है।



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