सौभाग्य का प्रतीक यह कीडा कब जाने

सौभाग्य का प्रतीक यह कीडा कब जाने

वर्षा शुरू हो गया है सावन की फुवारे में लोग मौसम का आनंद ले रहे है l लोग खुश है गर्मी से निजात जो पाई है लेकिन इस मौसम में  अनेक कीड़े भी जन्म ले लेते है। उन्ही कीड़ों में एक कीड़ा कनखजूरा है उसी के बारे में बात करेगे। यदि सावन में अनेक कीड़े आपको दिखाई देते है लेकिन कनखजूरा की बात ही अलग है यह शुभ और अशुभ दोनो होता है। कनखजूरा कब अशुभ होता है उसको समझे।


पंडित  परम जोशी के अनुसार कनखजूरा राहु का प्रतीक होता है यदि कनखजूरा आंगन में दिखाई देता है तो इसका मतलब राहु दोष से बच गए है और यदि यही कनखजूरा मृत्यु दिखाई देता है तो राहु का कोई संकट है ।


यदि कनखजूरा घर के सिंक या बाथरूम में दिखाई देता है तो राहु दोष किसी रूप में आपके साथ है इससे निपटने के उपाय करने होगे। राहु को गुरु की नियंत्रण में कर सकता है इसलिए गुरुजन्नो और बड़े बुजुर्क लोगो की सेवा सम्मान किया करे। राहु दोष से राहत मिलेगी।

कनखजूरा यदि घर से बाहर जाता दिखाई देता है तो यह राहु दोषों से मुक्ति का कारण है लेकिन यदि कनखजूरा घर के दरवाजे के अंदर दिखाई देता है तो यह राहु दोष बढ़ाने वाला होता है।


कनखजूरा यदि सिर पर चढ़े या शरीर पर चढ़े तो यह अति खराब है। कनखजूरा पैर पर चढ़े तो यह भी अशुभ राहु का प्रतीक है।

कनखजूरा कब शुभ 

कनखजूरा को शुभ कब माना जाता है इस सवाल को सब जानना चाहेंगे। कनखजूरा यदि घर के मंदिर में दिखाई देता है तो यह शुभ है घर का मंदिर पवित्र स्थल है वहा रोजाना पूजा होती है राहु अब शांत होगा ये इसका प्रतीक है।

कनखजूरा यदि दरवाजे से बाहर जाता दिखाई दे तो यह बहुत शुभ होता है। कनखजूरा घर से बाहर या दरवाजे से बाहर जाना राहु संकट से राहत का संकेत है।







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