बच्चो की ज्ञानवर्धक ( gyanvardhak children story) कहानी ठेकुआ / children story on a boy called name thekuwa hindi

बच्चो की ज्ञानवर्धक कहानी ठेकुआ/ Children story on a boy called name thekuwa  hindi


Gyanvrdhak Children story hindi /  ( ठेकुआ छोटे बालक की  ज्ञानवर्धक कहानी)

बच्चो आज हम आपको एक मजेदार कहानी बतला रहे है । आशा करते है कि आप ध्यान से इसको  पढ़ेंगे या सुनेंगे। बच्चो आज हम जो कहानी बतला रहे है उसका पात्र  एक बच्चा है जिसका नाम ठेकुआ है ओर जिसकी  उम्र आठ साल की है। वह क्लास थ्री का स्टूडेंट है। ठेकुआ अपने स्वभाव से बहुत सरल सीधा साधा है। इस वजह से उसने क्लास में अपने टीचर ओर साथी बच्चो का दिल जीत लिया है। अपने इन्ही गुणों के कारण ठेकुआ बालक को छोटे बड़े सब पसन्द करते है। घर मे ठेकुआ के माता पिता ज्यादा पढ़े लिखे नही है। वे एक प्राइवेट कंपनी में काम करते है। ( ज्ञानवर्धक कहानी )  ठेकुआ के मातापिता सुबह छह बजे घर से अपने काम के लिये निकल जाते है। ठेकुआ के लिये भोजन बना कर रख देते है। ठेकुआ के मातापिता शाम को  साथ बजे आते है तब तक ठेकुआ घर मे अपनी छोटी बहन जिसका नाम शालू है उसके साथ वह रहता है। शालू  2nd क्लास   में पढ़ती है। दोनों भाई बहन एक दूसरे का अच्छा ख्याल रखते है। वे आपस मे झगड़ा नही करते है। बच्चो तुम्हे भी अपने बहन भाई से झगड़ा नही करना चाहिये। ठेकुआ  की असली कहानी अब शुरू होती है।

 बच्चो ध्यान से सुनो, जैसे कि ठेकुआ नाम अजीब सा लगता है। इसलिये  ठेकुआ को उसके सहपाठी चिढ़ाते थे। एक दिन ठेकुआ घर से यह सोच कर निकला कि आज वह अपना नया नाम रखेगा ओर बच्चो को उसके बारे में बतलायेगा लेकिन उसको कोई नाम सूझ नही रहा था। ( ज्ञानवर्धक कहानी ) आज ठेकुआ फिर दुबारा घर से निकला कि कोई न कोई नाम तो वह सोच कर रहेगा ही। वह शहर की ओर निकल गया। रास्ते मे उसे एक महिला मिली  जो झाड़ू लगा रही थी तो उसने उसका नाम पूछा ,उसने अपना नाम लक्ष्मी बताया । ठेकुआ को वह नाम पसन्द नही आया बोला नाम तो लक्ष्मी है ओर झाड़ू लगा रही है। उसके बाद ठेकुआ आगे बढ़ा, तो उसको एक आदमी मिला , जो भीख मांग रहा था। ठेकुआ ने उससे उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम धनपति बताया।  ( ज्ञानवर्धक कहानी ) ठेकुआ को वह नाम भी अच्छा नहीं लगा। ठेकुआ ने दिल मे सोचा कि नाम तो  धनपति  है ओर भीख मांग रहा है। ठेकुआ फिर आगे बढ़ा तो उसने देखा कि एक आदमी को कुछ आदमी कंधें  पर ले जा रहे है ठेकुआ ने पूछा कि इस आदमी को कंधे पर लेकर क्यो जा रहे हो तो वे लोग बोले कि यह आदमी मर गया है । ठेकुआ ने उस आदमी का नाम पूछा तो उन्होंने  उस का नाम अमर सिंह बताया। ठेकुआ निराश होकर घर लौटा ओर बोला
लक्ष्मी जैसी झाड़ू मारती  धनपति मांगे भीख
अमरसिंह जैसे मर गये ठेकुआ नाम है ठीक।
बच्चो कहानी अच्छी लगी तो अपने दोस्ततो को भी यह कहानी सुनाओ।।












Previous
Next Post »