स्वादिष्ट ठेकुआ ( chhath thekuwa) प्रसाद के रूप में अमृत / Swadist thekuwa prasad ke rup me amrat hindi
बिहार का मशहूर छट पूजा जो दीपाली के बाद मनाई जाती है। इस दिन घर की महिलाये छट मइया का व्रत रखती है।ज्यादातर महिलाएं नदी किनारे जाकर सूर्य को अर्ग देती है । जिन जगहों पर नदी उपलब्ध नही है वे लोग तालाब किनारे छट मईया की पूजा करते है ओर जल में रहकर सूर्य को अर्ग देते है। इस दिन प्रसाद के रूप में आटे से बना ठेकुआ का प्रसाद बनता है। जिसको बनाने की विधि इस प्रकार है।
1आटा 500 gram
2 गुड़ 200 gram
3 इलाइची 5grm
4 देशी घी 500grm तलने के लिये।
आटे को गूंध लीजिये । उसमे गुड़ का पाक बना कर मिला लीजिये। गुड़ में भी गूँध सकते है। इलाइची के चूर्ण को मिलाकर उसके हाथ से चपटे आकार के साइज बना लीजिये। चकले पर रोटी बनाकर उसको आकार दीजिये। आजकल बाजार में ठेकुआ का सांचा मिल जाता है तो उससे भी ठेकुआ को आकार दे सकते है। जब ठेकुआ अपने आकार में आ जाय तो उसको घी में तल लीजिये। जब ठेकुआ लाल सा रूप लेने लगे ओर लगे कि ठेकुआ पक गया है तो उसको नीचे थाली में परोस लीजिये। यह बहुत उत्तम तरीका है। ठेकुआ बनाने का। ठेकुआ को ओर स्वादिष्ट बनाने के लिये जिससे कि ठेकुआ खस्ता हो जाये तो उसके लिये आटा गुड़ में गूथते समय घी मिला लीजिये। बहुत स्वादिष्ट ठेकुआ बनेगा। ठेकुआ को छट मइया को प्रसाद के रूप में चढ़ाइए ओर प्रसाद का आनन्द लीजिये। खुद भी खाये अपने मित्रों को भी खिलाओ। सूजी आटा ओर सूजी मैदा का भी ख़स्ता ठेकुआ बनता है । ठेकुआ बनाने की विधि एक समान ही है।