ह्रदय मतलब दिल के रोग के कारण लक्षण उपचार / Heart means heart diseases reason symptom and treatment hindi

ह्रदय मतलब दिल के रोग के कारण लक्षण उपचार / Heart means heart diseases  reason symptom and treatment hindi

दिल के रोग के कारण ओर उन पर नियंत्रण
ह्रदय रोग जिसको दिल की बीमारी के नाम से भी पुकारते है। यह रोग कोई नया रोग भी नही है लेकिन पश्चिम के देशों ने अपने खानपान पर लगाम लगा कर इसे नियंत्रित कर लिया है। पश्चिम में के लोग फैट जो कोलोस्ट्रोल का कारण है ओर ह्रदय के लिये नुकसानदेह है वहा की सरकार ने उस पर दिशा निर्देश तय कर दिये है। वहा पर लोग घर का खुद का दूध भी नही पी सकते है। वहा पर पहले दूध का फैट निकाला  जाता है तभी लोग उसे पी पाते है। जो लोग उसका उलंधन करते है उसके लिये सजा का प्रावधान भी है। भारत मे ऐसा नही है यहां पर लोग खुद का दुध बिना माखन निकाल कर पीते है जो  ह्रदय के लिये नुकसानदायक है। हमे फैट को अत्यधिक लेने से बचना होगा। उड़द की दाल जब भी खाये उसमे लहसुन अदरक लाल मिर्च जैसे मशाले डाल कर ही खाना चाहिये। कोलोस्ट्रोल मुक्त चीजो को अपने भोजन में शामिल करें । तेलीय पदार्थो से जितना हो सके उतना बचे। अंडा एक सीमित मात्रा में ही खाना चाहिये। अंडे का पीला भाग कोलोस्ट्रोल बढ़ाने में सहायक है। हरी सब्जियों को अपने भोजन में जितना हो सके शामिल कीजिये। मांसाहारी लोग मछली को अपने भोजन में शामिल कीजिये। 

दिल के रोग के लक्षण / 

दिल के रोग के कुछ मुख्य लक्षण है उनको यदि आप समय से पहले जान जाते है तो दिल के रोगों को नियंत्रित किया जा सकता है। लक्षण इस प्रकार है।

1 दिल का तेज धड़कना

2 दिल का धीमा होना रात को नींद में पलटी बार बार मरना।

3  तेज चलते चलते अचानक धीमे हो जाना।

4 सीने में भारीपन।

5 सीने में दर्द ।

ये मुख्य लक्षण दिल की बीमारी के है। जब भी किसी भी ब्यक्ति को लगे कि उसे इस तरह की समस्या है तो तुरन्त नजदीकी ह्रदय रोग चिकित्सक से जाकर मिले ओर उन्हें अपनी समस्याओं को बताओ।

उपचार /

जब कभी भी किसी को हार्ट अटैक आ जाता है ओर उस समय कोई चिकित्सक नजदीक नही है तो रोगी को लाल मिर्च का घोल बना कर  पीला कर जिंदगी बचाई जा सकती।  है। उसके तुरन्त बाद डॉक्टर को दिखलाओ।


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