Mother in low SEENING in dream hindi / सपने में सास को देखना कितना शुभ अशुभ हिंदी / Sapne me sas ko dekhna kitna shubh Ashubh hindi

Mother in low SEENING in dream hindi / सपने में सास को देखना  कितना शुभ अशुभ









सपने में सास को शांत स्वरूप में देखना कितना शुभ ओर अशुभ  क्या होता है। दोस्तो नमस्कार जो बहु बन कर आई है उसकी सास जरूर होगी। जब सास होगी तो वह कभी सपने में भी आ सकती है। किसी सास का सपने में आना क्या कहलाता है तो यह सपने में निर्भर करता है। आप कोन सी अवस्था में सास को देख रहे है यदि सास जिंदा आई है ओर वह अच्छे कपड़े में शांत स्वरूप में दिखाई देती है चाहे वो सास सुहागिन हो या विधवा। सपने में सास को देखने का मतलब यह है की आपकी मनोकामना पूरी होनी वाली है कोई खुशी आपको मिलने वाली है। कोई पुरुस्कार या धन की आवक होगी। उन्नति आपके कदम चुनेगी। यदि सास आपसे दूर रहती है तो हो सकता है की उनका प्यार की वजह से वे आपके पास भी आ सकती है। यह एक अच्छा सपना है।।इस सपने को शुभ सपना कह सकते है।।










Fight with Mother in low in dream hindi / सपने में सास से लड़ाई देखना

सपने में सास से लड़ाई देखना क्या कहलाता है। एक सपने में सास से लड़ाई करना या सास का बहु से लडना क्या कहलाता है। दुनिया की हर बहु ये जानना चाहेगी। यदि आप खुद सास से लड़ रही है तो इसका मतलब यह है की आप सास को अच्छा नहीं पाती है। सास की सेवा आप करना नही चाहती है। सास की प्रॉपर्टी हड़पना या उसका।लालच करने की वजह भी यह सपना हो सकता है। एक वजह यह भी।हो सकती है की आप सास को अपने साथ नहीं रखना चाहती हो। ऐसी अनेक वजह इस सपने की हो सकती है। यदि सास बहू से लड़ रही है तो इसका मतलब यह है की सास बहू को नापंद करती है। वह बहु से ज्यादा बेटी या बेटे को चाहती है। खैर सपना जो भी हो एक बहु को सास की सेवा करनी चाहिए। यही बहु सास बेटे ससुराल मायके के हक में होता है।


Died Mother in low SEENING in dream hindi / सपने में मरी सास को देखना

सपने में मरी सास को देखना बहुत ही शुभ है। बस आपको मरी सास की देखभाल उनके जिंदा रहते ठीक से की हो।।यदि मरी सास पितृ पक्ष में दिखाई देती है तो उनके नाम का दान कर दीजिए। भोजन   ब्राह्मणों को करा दीजिए। इस धरती पर ब्राह्मण श्रेष्ठ है उनको दान भोजन का हक है इसलिए उनको पितृ लोगो के नाम का दान व भोजन देना ठीक रहता है। परिवार में संपन्नता आती है। उनकी तिथि का श्राद्ध भी जरूर करना चाहिए। ब्राह्मणों को दिल की इच्छा से खूब दान देना चाहिए। पितर खुश तो सब खुश ऐसा समझ लीजिए।।






Previous
Next Post »