लिली का स्नेह कहानी / Lili ka sneh hindi story

लिली का स्नेह / Lili ka sneh hindi story

लिली एक छह फूटी लड़की है। वह कानपुर शहर में रहती है। कानपुर शहर एक बड़ा शहर है। लिली ने स्नातक तक कि शिक्षा कानपुर से की है। उसके बाद उसकी शादी रामनगर के गांव में हो जाती है।  लिली बहुत ही स्मार्ट लड़की है। उसके पति एक कंपनी में काम करते है। लिली बहुत महत्वकांशी है। लिली चाहती है कि वह नॉकरी करे। लेकिन उसके घर के लोग संकीर्ण मानसिकता के है। वे नही चाहते है कि लिली घर से बाहर काम के लिये जाये। एक दिन लिली ने इस बात का तोड़ निकाल लिया। उसने अपने पति से कहा कि आप कही बाहर नॉकरी क्यो नही तलाश करते। लिली का पति बोला कि बाहर नॉकरी करने से कोई फायदा नही है। यदि हम किसी बड़े शहर में नॉकरी को जाते है तो हमे वहां पर 20 हजार से 30 हजार तक कि नॉकरी मिलेगी। जिसमे से 20 हजार कमरे का किराया और खाने में खर्च होंगे। आखिर बचेगा ही क्या। में यहां  घर पर नॉकरी करता है महिने में 18 हजार मिलते है । घर मे 8 हजार खर्च करने के बाद भी 10 हजार बचा लेता हूं। ऊपर से घर की ताजी सब्जी, घर की दाल , मिलती है। अपने यहां प्रदूषण मुक्त वातावरण है। हमारे यहां बच्चों के लिये अच्छे स्कूल है। घर मे रहकर मातापिता की सेवा करने का सुनहरा अवशर मिल रहा है। शहर में तो वो सब नही मिलेगा। शहर एक दिखवा है । शहर एक छलावा है। वहा पर प्यार नाम की कोई चीज नही है। रास्ते मे कोई भी ब्यक्ति यदि गिर जाता है तो पास से निकलने वाला ब्यक्ति उसके बारे में सोचता भी नही है। वह सोचता है कि कही किसी लफड़े में न फंस जाऊ। गांव इसके ठीक उलट है। गांव में हर ब्यक्ति में प्रेम है। गांव में इंसान तो छोड़ो यदि किसी ब्यक्ति की गाय या भैंस बीमार हो जाती है तो पड़ोसी उसकी खबर लेने आते है। बताओ लिली तुम्हारे कानपुर में ऐसा होता है क्या। लिली समझदार थी। उसकी समझ मे आ गया कि गांव में रहना फायदे का सौदा है। वह अपने पति से बोली कि मैं भी कुछ करना चाहती हु। जिससे घर की आमदनी  में मैं भी सहयोग करू। लिली के पति ने उसकी बात मान ली । लिली के पति जिनका नाम सुंदर था । वो वाकई दिल से भी सुंदर है इसलिये उन्होंने लिली के लिये एक स्कूल खोल दिया है। लिली वहां बच्चों को पढ़ाती है। उन्होंने गांव की दो लड़कियों को भी अपने स्कूल में जॉब दे दी है।  लिली अब दूसरा काम भी करने वाली है। वह गांव वालों से दूध खरीद कर शहर भेज रही है। उसने अपने पति की जॉब छुड़वा दी है। घर पर ही उसने डेयरी खोल दी है। अब लिली ने  अपना कारोबार बड़ा लिया है। बैंक भी उसको दिल खोल कर लोन देता है। लिली का अब अपने गांव से बहुत स्नेह है वह दूसरों को भी शहर जाने से मना करती है। लिली के सास ससुर उसको अब बहुत प्रेम करते है। क्योंकि लिली दिल से उनको स्नेह करती है। आपको मेरी कहानी कैसी लगी जरूर इस कहानी को शेयर करे। अन्य कहानी भी हमारी वेबसाइड में उपलब्ध है।

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