लालच बुरी बला / Lalch buri bala hindi

 लालच बुरी बला /Lalch buri bala hindi

लालच बुरी बला है आज इस ब्लॉक में हम लालच के बारे में बतलायेंगे की लालच हमेशा अपना ही नुकसान करवाता है। एक बार की बात है कि एक ब्यक्ति ने अपने भाई का हक मार पुश्तेनी जमीन न देकर मार दिया। कुछ साल के बाद जब वह ब्यक्ति मर जाता है तो वह उसी ब्यक्ति के घर मे जन्म लेता है जिसका उसने हक मारा था। वह वहां उसके नाती के रूप में जन्म लेता है। 


यह बात किसी को पता कैसे चलती। एक दिन उस बच्चे को अपने पूर्व जन्म की बात याद आ गयी । उस बच्चे को यह याद आ जाता है कि जिसका उसने हक मारा था। उसी के घर मे उसका जन्म हो गया। वह सोचने लगा कि  मैने अपने पुत्र मोह में जिस ब्यक्ति का हक मारा है आज में उसका नाती हु। कहने का मतलब यह है कि उसने अपना ही हक मारा है। वह बालक यह बात अपने पिता को बताता है। जब बालक की बात को उसके पिता ओर परिवार वाले सुनते है तो  उन्हें आश्चर्य होता है। 


उस बालक से उसका पिता अब ज्यादा ही प्यार करने लगा। लेकिंन उसका दादा ने जब यह बात सुनी तो उन्हें उस बालक पर क्रोध आता था। उनका मानना था कि इस बालक के पूर्व जन्म के कारण उसका हक मारा गया। दादा उस बालक को जब भी मौका मिलता पीटता था। बालक जब पीटता उस समय बालक का पिता नाराज रहता। लेकिंन दादा हमेशा नाराज रहता। वह बालक की खूब ठुकाई करता है ओर कहता तूने मेरा हक मारा  ओर बालक पीटता। 



दोस्तो यह धन संपत्ति किसी की नही है यह सब यही रह जायेगा। बस जाएगा आपके साथ नेकी। आपने जो कर्म किये उन्ही के अनुसार फल भगवान देता है। इसलिये पुत्र या पुत्री मोह में पडने  से कुछ भी गलत  यदि होता है तो भुगतना तो पड़ेगा ही। सब माया मोह है । माया ने सबको मोहित कर रखा है। इसीलिये जिंदगी चल भी रही है।









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