पति पत्नी के बीच प्यार कैसे बढ़ाएं / How to develop love in between Husband and wife hindi

पति पत्नी के बीच प्यार कैसे बढ़ाएं /How to develop love in between Husband and wife  hindi


पति पत्नी का रिस्ता बहुत नाजुक होता है। उस रिस्ते में शक की गुंजाइश नही होती। यदि दोनों के बीच किसी बात को लेकर शक पनप रहा है तो यह उनके ओर उनके बच्चों के लिये ठीक नही है। यदि समय रहते इसको रोक नही गया तो यह रिस्ता समाप्ति की ओर होता है। जिसका परिणाम तलाक होता है। यदि पति पत्नी दोनों खुशमिजाज हो। अपनी पसन्द से शादी मतलब लव मैरिज की हो। तब उस दशा में शक की गुंजाइश होनी ही नही चाहिये। लेकिन बहुत बार यह हो जाती है। जिससे पूरी  फैमिली पर ज़के असर पड़ता है। जब बिछुड़ने की नोबत आती है। तब सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है। परिवार का टूटना मतलब जिंदगी से हार का सामना जैसा है लेकिन आज लोगो ने इसका भी हल निकाल लिया है। आज लोग अपनी सम्पति का बंटवारा कर अपने रिस्तो को अलग होने के बाद भी निभाते है जो एक बड़ी बात है। भारत मे फ़िल्म स्टार रितिक रोशन यह कर रहे है। दूसरे देशों में भी अब अनेक उदाहरण ऐसे मिल रहे है। जो एक अच्छी बात है। हम अपने ब्लॉक में आज इसी पर चर्चा करेंगे कि कैसे हम अपने प्यार को बनाये रखे। यदि जीवन भर प्यार के साथ जोड़ी चलती है तो यह एक बड़ी बात होगी।

पति पत्नी के बीच प्यार कैसे बढ़ाएं /  How to develop love Husband wife hindi

आज हम पति पत्नी के बीच प्यार को किस तरह से तालमेल रख कर  सहेज कर रख सकते है। उसी के बारे में विस्तार से बाते बताएंगे। पति पत्नी किसी घर की बुनियाद की तरह है आगे की मंजिले उसी परिवार रूपी बुनियाद पर चढ़नी है। इसलिये बुनियाद का मजबूत होना जरूरी है। यदि बुनियाद मजबूत नही होगी तो वो पूरे घर को गिरा सकती है। दूसरी तरह पति पत्नी घर के धुरी के दो खंभों की तरह है जिनको पिलर कहते है इन खम्भो में ही सारी इमारत का  भार होता है। यदि ये खम्भे मतलब पिलर कमजोर होंगे तो सोचो इमारत का क्या होगा। यदि इमारत को मतलब परिवार को मजबूत देखना चाहते हो तो पति पत्नी का रिस्ता मजबूत होना जरूरी है। अब सवाल है कि यह पति पत्नी के बीच का रिस्ता कैसे मजबूत होगा। पति पत्नी के रिस्तो को मजबूत करने के लिये कुछ बातों पर हमेशा ध्यान दीजिये। यदि आप उन बातों को तजब्बो देते हो तो आपके रिस्ते सदाबहार बने रहेंगे। उन रिस्तो में रुकावट नही आएगी जो पीड़ा देने का काम करते है। नीचे हम कुछ पॉइंट्स दे रहे है उनको अमल में अपने जीवन मे लाने की कोशिश कीजिये।



1 पति या पत्नी को एक दूसरे की बातों को इस तरह से मानना चाहिये जैसे कि वो एक बहन भाई या दोस्त हो। यदि एक पति अपनी पत्नी को बहन की तरह सोचेगा जो कि उसे अपने रिस्ते जो पति पत्नी का है उसे बचाये रखने के लिये सोचना है न कि असल मे सोचना है। असल मे सोचने लगे तो फिर वो आपकी पत्नी नही रह जायेगी वो आपकी बहन बन जाएगी। यह सब सिर्फ इस लिये सोचना है कि आपको लगे कि इससे हमारा अपना गहरा रिश्ता है जैसे बहन से है। पत्नी को भी पति को अपने भाई की तरह ही सोचना है लेकिन असल भाई नही सोचना है अगर असल भाई सोचने लगे तो वह आपका पति नही रह पाएगा वो आपका भाई बन जायेगा। यह सब सोचने की जरूरत तब पड़ जाती है जब रिस्ते बिगड़ने लगते है तब उन रिस्तो को बचाने के लिये यह सोचा जा सकता है। कुछ लोग मेरी राय से इत्तफाक नही रखेगे लेकिन जिनके रिस्ते बिगड़े है वे करके देखे। फायदा अवस्य मिलेगा।

2 पत्नी को शिकायत का पूरा मौका दीजिये। पति का कर्तब्य है कि वो पत्नी की बातों को शांति से सुने। उसके बाद ही अपना फैसला किसी बात पर दीजिये। पत्नी की बातों को बीच मे काटने का आदत बहुत से पतियों को होती है जो बातें पत्नियों को नागवार गुजरती है। इसलिये पत्नियों की कद्र करना सीखो। पत्नी को कुछ लोग कभी दूसरे की घर की लड़की बेटी समझ कर जुल्म करते है। इसलिये हमने ऊपर कहा कि बहन यदि झगड़ते समय सोच लो तो सारा मसला हल हो जाएगा। यह उनके लिये संकेत है जो पत्नी को पराए घर की बेटी समझते है ओर इसलिये उसकी कद्र कम करते है।



3 पत्नी को भरपूर प्यार दीजिये। जब भी इधर उधर से आते है उन पर मुस्कराते नजर जरूर डाले। इससे पत्नी का दिल बाग बाग हो जायेगा। जब आप पत्नी को मुस्कराते नजर डालेंगे तो वो भी जवाब में मुस्करायेगी तो हो गया न प्यार। झगड़ने की बात कही बन भी रही होगी । वो भी समाप्त हो जाएगी। पत्नी से जब भी मिले उनको चूमने का मौका नही छोड़ना चाहिये। खासकर जब आपकी नयी शादी हो। यह चूमने वाली चीजें प्रतिकिया देती है । जिससे पत्नी के प्रेम का पता चलता है। यह आसान तरकीब है कि पत्नी किंतनी खुश आपसे है या दुखी होगी तो जबरजस्त  प्रतिकिर्या देगी। तब आपको मालूम हो जाएगा कि वो आपसे नाराज है। उनकी को सी बातें है जिनको पूरा करने की आवश्यक्ता है। कही बात बिगड़ न जाये। 

4 पति पत्नी के  प्रेम में पति का  कर्तब्य के की वो उसे बाहर घुमन ले जाया करे समय समय पर। बाजार या किसी पिकनिक स्पोर्ट पर जाकर आइसकिरिम खाना। दही जलेबी खाना समोसे मिठाईयां  खाना बड़ा उत्साह  दोनों के रिस्तो को देता है। पत्नी को अच्छी पार्टीयो में लेकर जाना भी उनके उत्साह में वृद्धि करता है। जीवन यदि पति पत्नी में एक का भी नीरस रहता है तो जीवन काटना मुश्किल हो जाएगा। इसलिये जीवन को आदर्श बनाये रखने के लिये पत्नी की बातों को महत्व भी दो ओर यदि वे कुछ नही जानती है तो उनको समझाओ की तुम जैसा कह रही हो वैसा  नही  है।  समझाने से वह समझ जाएगी।

5 पति पत्नी में एक अहम चीज यह है कि कभी भी दूसरी ओरत की तारीफ के पुल अपनी पत्नी के सामने नही करनी चाहिए। दूसरी ओरत की तारीफ कर के से बहुत बार पत्नियां नाराज हो जाती है। उन्हें लगता है कि वे दूसरी ओरते के सामने कम है। पति उनको महत्व के। दे रहा है। एक जलन की भावना उनमे उत्पन्न हो जाती है। जिससे पति पत्नी के प्रेम में खटास पनप जाती बे फिर पत्नी झगड़ने का मौका तलाशती है। यह नही होना चाहिये। पति पत्नी के यह छोटे छोटे झगड़े बहुत बार तलाक तक पहुंच जाते है। ऐसे चीजो से सतर्क रहें।

6 पति पत्नी के बीच प्यार अहम है । अपनी पत्नी को भरपूर प्यार दीजिये। प्यार में उनको उपहार अपनी हैसियत से दीजिये। उनकी बातों में जब आपको रस मिलेगा तो प्यार तो अपने आप ही हो जाएगा। प्यार किसी भी पति पत्नी के बीच पुल का काम करता है। प्यार की नोकछोक ही पति पत्नियों में प्रेम को बढ़ाती है। प्रेम ही जीवन है इसलिये यदि पति पत्नी में प्रेम रहेगा तब ही जीवन मे बच्चो को भी कुछ सीखा पाएंगे। जीवन मे सब कुछ चाहिये लेकिंन प्रेम ही जीवन का आधार ही है उस आधार को जीवंत रखना चाहिये। जीवन मे सुख दुःख पति पत्नियों में लगे रहते है।लेकिन प्रेम ही जीवन का आधार है उस आधार के बल पर हम अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दे सकते है। 

7 पति पत्नी को प्यार का जीवन अपने  बुजुर्को की सेवा करके भी मिलता है । बड़े बुजर्क किसी पुल की तरह पति पत्नी में प्यार को पनपने का मौका देते है। जो जीवन कोई नही दे सकता है वो परिवार में मिलता है। परिवार में बच्चे अपने आप पल जाते है। यदि बुजर्क साथ रहते है। इसलिये जब बुजर्क साथ रहते है तब पति पत्नी में प्रेम भी अच्छा पनपता है। उसका कारण अपने बड़े बुजर्क अपने बच्चों को प्रेम इसलिये देते है कि उनके बच्चे खुश रह सके। जिससे वे भी बच्चों में पल जाये।




8 पति पत्नी में जब प्यार बढ़ेगा तो उनके अंदर कामेच्छा भी जागेगी। उस कामेच्छा को पूरा करना पति का कर्तब्य है। इसलिये पति को अपने भोजन के साथ ही पत्नी के भोजन का भी ध्यान रखना चाहिये। पति पत्नी को अपने भोजन में वे सभी चीजो को लेना चाहिये जो शरीर मे अंदुरुनी शक्ति को बढ़ावा देती है। जब अंदुरुनी शक्ति मतलब इम्युनिटी शरीर मे बढ़ेगी तभी पति ओर पत्नी एक दूसरे की कामेच्छा को पूरा करेंगे। कुछ पति खांली अपनी शक्ति  जो काम की शक्ति है उसको अपने अंदर ही बढ़ाते है । यह गलत है । पति को पत्नी की काम भावना को भी बढ़ाना होगा तभी जाकर तो पत्नी पति को वो सब खुल कर दे पाएगी जिसकी पति को जरूरत है। काम भावना एक ऐसी चीज है यह जब तक पति पत्नी दोनों में समान रूप से नही भड़केगी तब तक दोनों अतृप्त रहेंगे। इसलिये पति पत्नी दोनों को भोजन उत्तम किस्म का करना चाहिये। जिसमें दूध ओर घी पनीर के साथ दूसरी सभी चीजें होनी चाहिये जो शरीर को मजबूती के साथ ही कमजोरी को दूर करे ओर काम की भावना को शांत करें।

9 पति पत्नी कामेच्छा कैसे भड़काये इसको जानना जरूरी है। बहुत बार यह देख गया है कि सब कुछ खाते पीते भी कामेच्छा नही भड़कती है। उसके लिये पति पत्नी दोनों को ऐसे ब्लॉक पढ़ना चाहिये जो कामेच्छा भड़काने में सहायक हो। लेकिन उनका गलत प्रयोग न करे। गन्दे ब्लॉक कभी न पढ़े। आजकल कुछ लोग बहुत उल्टा सीधा लिखते है ऐसे ब्लॉकों को पढ़ने से बचे। यह ब्लॉक किसी  भी परिवार को खराब कर सकते है। एक सीमित दायरे वाले ब्लॉक ही पढ़ने चाहिये। जो हेल्थ को इम्प्रोव करे। पति पत्नी को कानो में गरमागरम बाते करनी चाहिये। इससे दोनों में कामेच्छा बढ़ेगी साथ ही प्यार भी एक दूसरे के प्रति उमड़ेगा। यही प्यार सेक्स में बदलेगा। जब यह प्यार सेक्स में बदलेगा तब पति को पत्नी के साथ खुल कर रोमांश करना चाहिये ओर दोनों को अपनी तृप्ति पूरी करनी चाहिये

10 पति पत्नी जब भी अपनी प्यास बुझाने के लिये एक दूसरे से लिपटे रहते है। उस समय उनके दिल मे बस एक दूसरे के लिये प्यार ही होना चाहिये। उस दौरान वो जितना ज्यादा रोमांश करेगे उतना ही मिठास उनके प्यार में आगे चल कर बढ़ेगी। प्यार के समय पति को अपनी पत्नी को अनेक नामो से सम्भोधित करना चाहिये। जिसमे प्रेमिका लवर, प्राण प्रिये ,मेरी जान ओर खुद के उनके नाम से भी संबोधित करने से पत्नी के दिल मे असीम प्यार उमड़ता है। पत्नी भी चाहे तो पति को प्राण नाथ लवर मेरे दिलवर जैसे शब्दों से संबोधित कर सकती है।

11  प्यार में बच्चो का योगदान जरूरी है। जब पति या पत्नी बच्चो को प्यार करती है तब भी दोनों पति पत्नी का आपसी प्यार बड़ता है क्योंकि जो बच्चे है यह बच्चे उनकी प्यार की निशानी है। जो आनन्द अपनी कामेच्छा को पूरा करने के लिये उन्होंने लिये थे आज उन्ही का फल है कि आप उन नन्हे मुंन्हे बच्चो के साथ खेल पा रहे हो। इसलिये पति पत्नी दोनों को अपने बच्चों से खूब प्यार करना चाहिये। प्यार ही है जो इन बच्चों के रूप में उपहार में मिला है। 


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