एक लव स्टोरी जिसने जिंदगी मेरी बदल कर रख दी
यह कहानी उन दिनों की है जब मैं बेरोजगार था। दिल्ली की गलियों की खाक झांक रहा था। अचानक में मेरी जिंदगी में एक मोड़ आया । एक लड़की जिसका नाम रेणु था वो एक बस स्टॉप पर मुझको मिली। उसके रूट की बस आने में समय था तब तक पता नही क्या हुआ कि हमारी आँखे दो की चार हो गयी। पता नही यह मेरी किस्मत थी या जवानी का आकर्षण ।
मैं 6फिट का हैंडसम जवान ओर वो भी भला की खूबसूरत थी । शायद जोड़ी परफेक्ट थी । इसलिये आँखे दो की चार होने में समय नही लगा। मुझे कुछ पता नही था कि मुझे कहा जाना है बस दिन किसी तरह से काटना था ओर मैं इरादा पूरी दिल्ली घूमने का भी था कि अगर दिल्ली में कही जॉब मिल जाये तो रिस्तो बस वगेरह की जानकारी अच्छे से हो जाये।
उसी सफर में मुझे रेणु मिली । रेणु बेहद की खुशमिजाज लड़की थी। बोलने में बातचीत करने में वह बिल्कुल हिचकती नही थी। मैंने भी उसके आकर्षण के कारण उससे बातचीत की ओर जब बस आ गयी तो हम दोनों एक ही सीट पर सवार थे। उस समय मेरी उम्र19 साल की थी। यह उम्र बहकने के लिये काफी होती है।
मैं भी उस सुंदरी के हुस्न पर बहक गया था। और उसको चाहने लगा था। वो भी उसमे इंटरेस्ट लेने लगी थी।लेकिन समस्या यब थी कि उसके पास एक नॉकरी थी मेरी पास बोलने के लिये कुछ नही था। वो अपने आफिस की तारीफ मार रही थी और मैं खामोश होकर सब सुन रहा था। उसे एक घण्टे ओर आगे जाना था।
अचानक वह मुझसे पूछ बैठी की आपको कहा जाना है मेने बताया कि मेरे पास जॉब नही है ओर मैं तो हवा में घूम रहा हु ओर अगर यह कह की तुम्हारे पीछे लगा हु तो बड़ी बात नही होगी। लड़की बोली तुम पढ़े लिखे लगते हो । मेने कहा हा तो वह बोली किसी लड़की का पीछा करने से कुछ नही मिलेगा ।
आप अच्छे लडके जान पड़ते हो । किसी परीक्षा की तैयारी करो। प्राइवेट नॉकरी में कुछ नही रखा है। मेने उसकी बात ऐसी मानी की अगले साल सरकारी जॉब ले ली। आज भी जब भी मैं उन पलों को याद करता हु तो वह लड़की बहुत याद आती है जिसने मेरी जिंदगी ही बदल ली। ये वो जवाना था जब प्राइवेट जॉब आज की तरह की आई सेक्टर की जॉब या अन्य जॉब नहीं हुआ करती थी। आज तो प्राइवेट जॉब में भी बहुत पैसा है लेकिन उस समय चुनिंदा कंपनियों की जॉब में ऐसा था। मैं आज भी अपने उन पलों की याद करके खुद ही दिल दिल में मुस्कराता हु।