20 साल पुरानी बबासीर का इलाज / 20 year old piles treatment hindi

20 साल पुरानी बबासीर का इलाज / 20 year old piles treatment hindi

बबासीर किंतनी ही पुरानी क्यो न हो उसका घरेलू इलाज संभव है। सबसे पहले यह जान लीजिये की बबासीर दो किस्म का होता है एक खूनी बबासीर ओर दूसरा  बादी बबासीर। अब इन दोनों के लक्षण नीचे  जाने।

1खूनी बबासीर 
खूनी बबासीर में पाखाने में खून निकलता है ओर  पाखाना करते वक्त दर्द नही होता है ।  बार बार खून बहने से अंदर जख्म हो जाता है जो बाद में अन्य रोग में परिवर्तित हो सकता है इसलिये समय पर इलाज जरूरी है।

2 बादी बबासीर
बादि बबासीर में  मस्से पाखाने वाले रास्ते पर बन जाते है जिससे कब्ज होने पर यह मस्से फूल जाते है ओर दर्द का कारण बनते है। 

बबासीर का इलाज
बबासीर यदि खूनी हो ओर वह आंतो की वजह से न हो क्योकि आंतो की समस्या होने पर भी पाखाने में खून निकलता है । इसलिये यदि पक्का हो जाये कि यह खूनी या बादि बबासीर है तो बकाइन के चूर्ण को पानी के साथ आधा छोटा चम्मच तीन से पांच दिन लेने से आशातीत लाभ मिलता है। कब्ज को तोड़ने के लिये त्रिफला , अलशी , दही का सेवन कीजिये। लाभ अवस्य होगा। 









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