How Can possible to prevent divorce before marriage know hindi

How Can possible to prevent divorce before marriage know hindi 

क्या तलाक को शादी से पहले ही रोका जा सकता है उत्तर हा परंतु यह सुनने में अजीब सा लगता है की शादी से पहले ही तलाक को कैसे रोका जा सकता है। हा ये सुनने में अजीब तो लगता है परंतु ये काफी हद तक तलाक को शादी से पहले ही रोका जा सकता है अब ये कैसे तलाक को शादी से पहले ही रोका जा सकता है उसको समझे। 

शादी से पहले तलाक रोकने के टिप्स

शादी से पहले तलाक रोकने लिए कुंडली मिलान जरूरी है किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी की मदद ली जा सकती है। यदि खुद सॉफ्टवेयर से कुंडली मिलान कर रहे है और गुण २१तक मिल  रहे है तो विवाह हो सकता है। लेकिन कुंडली मिलान।में ही तलाक का एंगल काफी हद तक देखा जा सकता।है लेकिन जरूरी नहीं की तलाक हो। यदि दोनो  अच्छे परिवार घर से आते है जहा बालक और बालिका दोनो का परिवार में से किसी परिवार में घमंडी वाली बात नही हो और लड़की को गलत  फहमी नही होनी चाहिए की उसकी झूठी बातो को उसके परिवार वाले सहारा देगे तब इन हालात में दोनो में झगड़ा होगा लेकिन तलाक नही होगा।

कुंडली यदि खुद मिला रहे है तो कुंडली में टकराव वाले ग्रह के योग को इस प्रकार देखे

कुंडली में मंगल के साथ राहु , केतु किसी भी भाव में हो तो अंगारक योग का निर्माण होता है इस तरह के युक्ति परिवार में उथल पुथल मचाती है जिससे झगड़ा झंझट होगा और कभी ये इतना बढ़ेगा की नौबत तलाक पर आ सकती है। यदि किसी एक की कुंडली में यह योग है और दूसरे की कुंडली में नही है तब यह योग रिश्ता में समस्या खड़ी कर देगा और तलाक हो सकता है। इस तरह के रिश्ते में तलाक से। बचने का एक ही उपाय है है की दूसरी लड़की या लड़का देखो या मित्र ग्रह के पूरे प्वाइंट है तब काफी हद तक बात बन सकती है।

तलाक के लिए कुंडली का सातवा भाव भी जिम्मेदार है यदि कुंडली के सातवे भाव में किसी एक के तेज ग्रह है जिनमे क्रूर ग्रह या पापी ग्रह है जैसे सूर्य शनि मंगल राहु केतु  तब भी परिवार में बहुत खटपट होती है और नौबत तलाक की आ सकती है। इससे बचने का उपाय दूसरे पार्टनर का भी केंद्र में कोई ग्रह कम से कम तेज हो जो दोषों को मिटा सकता है। इससे भी तलाक से बचा जा सकता है।

स्त्री की कुंडली में चंद्र शनि युक्ति को भी अच्छा नहीं माना जाता है इसको विष  योग की संख्या दी गई है 

स्त्री की कुंडली में वृहस्पति शुभ भाव में हो तो स्त्री के पति संतान परिवार  धन दौलत सबके लिए शुभ रहता है और यदि शुक्र भी अच्छी स्थिति में है तो धन दौलत  घर बंगला की कमी नही रहती है। सब बढ़िया रहता है।
 लेकिन यही शुक्र कई बार स्त्री के लिए परेशानी खड़ा करता है इसलिए शुक्र प्रधान कुंडली स्त्री हो या पुरुष  दोनो को एक साथ ही जॉब   करनी चाहिए या यह कहें की कम  से कम रात में एक साथ रहे मतलब बिछड़ कर नही रहे   पता चला कोई दिल्ली है तो कोई कही और ये स्थिति ठीक नही होती है बाद में पति पत्नी में मदभेद का कारण हो सकते है।  पुरुष हो या स्त्री की कुंडली में वृहस्पति और शुक्र का शुभ भाव में होना जरूरी है लेकिन सातवे भाव में शुक्र और गुरु को ठीक नही माना जाता फल देरी से मिलते है।अगर वृहस्पति की दृष्टि सातवे भाव को देख रही है तो यह शुभ स्थिति है घर परिवार संतान पति पत्नी के रिश्ते अच्छे रहते है तलाक कभी नही होगा।

यदि सातवे भाव में सूर्य शनि है तो पति पत्नी में तकरार और संतान से अच्छे रिश्ते नही बनेंगे। यदि एक की कुंडली में केंद्र में शुक्र है और दूसरे की कुंडली में सातवे भाव में सूर्य और शनि और साथ ही अंगारक योग भी हो तो तलाक के कई मौके  आयेगे लेकिन समझदारी से टल जायेंगे जो की थोड़ी देर के लिए भयंकर होगे फिर भी टल जायेंगे । क्योंकि इसमें लेकिन यदि शुक्र की जगह गुरु होगे तब भी तलाक टल जाएगा ।  कुंडली में शुभ ग्रह बुध ,चंद्रमा ,शुक्र ,वृहस्पति , इसलिए शादी से पहले कुंडली दिखा लीजिए।




















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