जब भी हम घर मे मंदिर बनाते है। या बाहर से मंदिर बनवाकर लाते है। मन्दिर यदि बाहर का बना हो, तो सबसे पहले उसे शुद्धि करन करा लें। घर पर भी मन्दिर बनवाते है तो उसे भी शुद्ध कर ले। उस जगह का शुद्धिकरण करना जरूरी होता है जहाँ मन्दिर स्थापित हो।
Where is temple situated in a house according to vastu
अब बात आती है कि मंदिर कहा, किस जगह, पर घर मे स्थापित करे। आप हमेशा मन्दिर स्थापित करते समय यह ध्यान रखे ,की मन्दिर हमेशा ईसान कोण में या पूर्व में या उत्तर पूर्व में ही स्थापित करे।यदि किसी कारण इन जगहों पर मन्दिर स्थापित नही कर पा रहे है तो पश्चिम में मन्दिर इस्थापित करे।दक्षिण दिशा में कभी भी मन्दिर नही रखना चाहिए या इस्थापित करना चाहिए।
Where is temple situated in a house according to vastu
घर मे मन्दिर जहाँ बनाते है या रखते है।उस जगह सिर्फ पूजा का सामान रखे। घर के अन्य सामान न रखे। सुबह रोजाना मन्दिर में सफाई किया करे।साथ ही घर की सफाई भी करें। मन्दिर में रोजाना दीपक जलाना चाहिये। जहां मंदिर है उस जगह थोड़ी जगह छोड़ दे। जिससे पूजा करते समय आप आराम से बैठ कर पूजा कर सके व ध्यान भी लगा सके।