लोकी के 20 रुपये के बीज बनाये लखपति / Loki ke 20 rupye ke seed banaye lakh pati hindi

लोकी के 20 रुपये के बीज बनाये लखपति / Loki ke 20 rupye ke seed banaye lakh pati hindi

लोकी एक ऐसी सब्जी है जो हर भारतीय परिवार में खायी जाती है। लोकी को हल्का सुपाच्य भोजन मन जाता है। लोकी तासीर में ठंडी होती है। लोकी को कच्चा व पका कर दोनों तरह से खाया जा सकता है। लोकी एक स्वदिस्ट सब्जी है। लोकी से कोपते के अलावा लोकी की बर्फी भी बनाई जाती है। लोकी मरीजो के लिये तो बहुत ही बढ़या सब्जी है । डॉक्टर लोग मरीज को सब्जीयो में लोकी खाना जरूर कहते है। मरीज लोकी ओर रोटी उसका खास भोजन है। मरीज को लोकी का पानी उबाल कर पिलाया जाता जाता है। लोकी को उगाना बहुत ही आसान है इसको खेती से लेकर घर की छत पर उगाया जा सकता है। लोकी के पेड़ को बीज एक जगह जमा कर दूसरी जगह इसको ट्रांसप्लांट
भी किया जाता है  जिसको रोपण कहते है। अपने खाने के लिये शहर के लोग लोकी को गमले में लगा कर घर की छत पर रस्सियां बांध कर इसकी बेल को पूरा छत पर फैला कर 
घर की सब्जी का आनन्द ले सकते है। जो लोग गाँव मे रहते है उनके लिये लोकी उगाना आसान है । गाँव मे जगह की कमी नही होती है। वहा  गरीब आदमी पर भी 200 फिट जमीन जरूर होती है। ज्यादातर लोगों के पास एक बीघा से ज्यादा जमीन होती है। वहा पर छोटा किसान जिसके पास एक बीघा से 5 बीघा जमीन है वह भी लोकी को आसानी से अपना बिजनेश बना सकता है। लोकी की खेती एक मुनाफे का सोडा है। इसकी खेती किसानों को जरूर करनी चाहिये।
आज गाँव से शहर की आवादी ज्यादा बढ़ गयी है। शहर में सब्जी की भारी कमी देखी गयी है । यदि किसान सब्जी की खेती करते है तो उनका भरण पोषण तो होगा ही साथ ही शहर के लोगो को गाँव की ताजी सब्जी खाने का मौका मिलेगा। इसलिये हर किसान को सब्जी की खेती करनी चाहिये। सब्जी की खेती करना बहुत आसान है । जो लोग लोकी की खेती करना चाहते है । उनको लोकी के उन्नत बीजो का इस्तेमाल करना चाहिये। लोकी के उन्नत बीज ही ज्यादा लोकी पैदा कर सकते है। लोकी के लिये गोबर की खाद लोकी वाली जगह पर जरूर डालनी चाहिये। लोकी की खेती  जब भी करे बीजो को एक जगह रोप ले उसके बाद दो फिट गहरे गड्ढे में गोबर की खाद डाल कर  पानी देकर तीन दिन तक छोड़ दीजिये । यह देखते रहे कि जिस जगह बीज रोपे है वहा हल्की  नमी का होना जरूरी है। जिससे
आसानी से पौधे बाहर निकल सके। लोकी के लिये पूरे खेत को तैयार कर लीजिये। गोबर पूरे खेत मे डालने से अच्छा रहता है । खासकर लोकी की जड़ में गोबर को मिट्टी में मिलाकर जरूर डालना चाहिये। पौधों को  भोजन की जरूरत होती है जो कि पौधे सूर्य की रोशनी में बनाते है। उसके लिये सिंचाई समय समय कर करते रहना चाहिये। लोकी की खेती पानी  मांगती है। बीच बीच मे लोकी में पानी जरूर डालना चाहिये। लोकी की खेती के लिये चांग जरूर बनाना चाहिये गाँव के लोग छपर भी बना सकते है। लेकिन रस्सियों का चांग अच्छा रहता है। क्योंकि रस्सियों के ऊपर बेल फैलेगी और नीचे आसानी से बंधा गोभी, फूल गोभी,हरी मिर्च धनिया, बैगन की खेती कर एक बीघा में ही लाखो रुपए कम सकते है। बस आपको मेहनत दिन रात करनी है। समय पर बीजो को रोना है जैसे कि लोकी एक साल में दो बार इसकी फसल होती है। एक फरवरी में बीजो को रोपा जाता है जिसकी लोकी गर्मियों में खाने को मिलती है दूसरी लोकी बरसाती होती है जिसको जून से जुलाई में रोपा जाता है इसकी खेती नवंबर तक चलती है। इस लिये जो लोग गाँव के  बेरोजगार है  उनको शहर में जाकर 10 हजार की नॉकरी से अच्छा है कि गाँव मे खुद की खेती कीजिये। आज हमारे देश की आवादी का शहर में ज्यादा फैल रही है। शहर में सब्जी की भारी डिमांड है। आप खेती करके शहर की सब्जी की डिमांड पूरा कर सकते है। बस अंत मे यही कहना चाहता हु की लोकी में बीमारिया लगती है जो इसकी खेती को चौपट कर देती है। लोकी की खेती में दवा जरूर थोड़ी
झिड़कनी चाहिये।


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