सोशल मिडिया का बच्चों पर दुष्प्रभाव / social media ka bachcho par dushprabhav hindi

सोशल मीडिया का बच्चों पर दुष्प्रभाव / social media ka bachcho par dushprabhav hindi

सोशल मीडिया का बच्चों पर जितने लाभ हो रहें है। उतने ही नुकसान भी हो रहे है। आज सोशल मीडिया पर संदेशों की बाढ़ सी है। उसमें अच्छे बुरे संदेश सब किस्म के है। एक बच्चा जिसकी कच्ची उम्र है उसको किसी भी तरह मोड़ा जा सकता है। यदि कोई गलत संदेश उसके दिमाक पर  बैठ गया तो उज़क तो भविष्य ही चौपट हो जाएगा। आपने देखा होगा कि आजकल सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार खूब चल रहा है। सब प्रचार करने वालो का अपना हथकंडा है। उनको किसी से कोई मतलब नही है। 


वह तो अपना उल्लू सीधा करना चाहते है। अब दंगो की बात ही ले लो।ऐसी ऐसी गलत अपवाह फैलाई जाती है कि कोई भी ब्यक्ति गुस्से में आ जाये। इसका परिणाम यह होता है कि लोग भड़क जाते है। भड़क  क्या है कि दंगे करने वालो को सही मौका मिल जाता है।  सोसल मीडिया का दुरुपयोग सबसे ज्यादा लड़ाई झगड़े माहौल खराब करने में किया जाता। देश के दुश्मन असली में  इसका गलत फायदा उठाते है।  नवजवान लड़के गुमराह हो जाते है। वे गलत राह पकड़ लेते है। कभी तो वे देश विरोधी लोगो के साथ मिल देश के खिलाप काम करते है। हमे सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव को रोकना होगा। लोगो को इसके प्रति जागरूप करना होगा। हमे भी लोगों  को जागरूप करने के लिये सोशल मीडिया का सहारा लेना होगा। उसकी काट यही है।


सोशल मीडिया का दुरूपयोग युवा जाल में फंसे/ social media ka durupyog yuwa jal me fanse hindi

सोशल मीडिया पर गलत  वीडियो तस्वीर फैलाने की धमकी देकर लोगो को ब्लैकमैल किया जाता है। इस वजह से बहुत से लोग अपनी जान देने की सोचते है। बहुत तो आत्महत्या कर लेते है। उनका पता ही नही चलता है कि उन्होंने आत्महत्या कैसे की।  सोशल मीडिया का यह चलन बहुत ही  खतरनाक है। हमे लोगो को इसी सोशल मीडिया से जागरूप करना होगा। आजकल के जो भी आंदोलन होते है उनमें सोशल मीडिया का सहारा लेकर लोगों को गलत सूचना देकर इकठ्ठा किया जाता है। ये प्रयास देश द्रोही जैसे लगते है। इसमें युवा उनके झांसे में आकर फास जाते है फिर जेल की हवा कहते है। उसके बाद उनके मातापिता रट है । कहते है कि बेय इसी दिन के लिये तुझे पल। क्योकि वे पुलिस  कोर्ट वकील की भारी फीस झेल कर परेशान हो चुके होते है।एज़लिय हमे युवाओं को जागरूप करना होगा। उन्हें इस तरह की गतिविधि  में जाने से रोकना होगा। तभी हम सोशल मिडिया के दुरुपयोग से युवाओं को रोक सकते है। 

 

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