शरीर मे देवता आने का राज / Sarir me devta aane ka raj hindi

शरीर मे देवता आने का राज / Sarir me devta aane ka Raj hindi
देवता मतलब शक्तियां जिनके पास असीम सक्तिया है। क्या मनुष्य के शरीर मे देवता आते है। यहां में सीधी सी बात कहना चाहता हु की देवता सर्वसक्तिमान होते है। यदि वे मनुष्य के शरीर मे आते है तो वरदान भी देते लकींन ऐसा कुछ नही है। देवता उन्ही लोगो के शरीर मे प्रकट होते है  जो लोग नाबालिक या सीधे सरल होते है। किसी चतुर के शरीर मे देवता तभी प्रकट होते है जब उस घर मे देवता के नाम पर प्रकट करने के लिये किसी देवता का आह्वन किया जाता है। ये देवता आह्ववान पर ही आते है। आपने देखा होगा कि आह्वान के लिये वाद्य यंत्र बजाया जाता है । कोई पुराना गीत कहानी कही जाती है। कहने का मतलब है कि एक माहौल बनाया जाता है तब देवता प्रकट होते है। यह कितना सच या झूट है यह तो वे ही जाने जिनके देवता आते है। लेकिन देवता के पास असीम ऊर्जा होती है मनुष्य उसके ताप को सहन नही कर सकता है। इसलिये हमे तो लगता है कि देवता को जो बुलाने का आह्वान किया जाता है असल मे वो किसी की आत्मा होती है। जो तर नही रही है। हमे करना क्या चाहिये । मेरी नजर में हमे अपने पूर्वजो के नाम की डुबकी जब भी किसी पवित्र नदी में जाय लगानी चाहिये।उनके नाम का दान धर्म करना चाहिये।  ज्यादा करना चाहते है तो उनके नाम का पकवान श्राद में निकलना चाहिये। गाय कुत्ते को खिलाना चाहिये। आज कोई हार्ट से मृत्यु हो रही है तो उसको भी देवता का नाम दिया जाता है जो बिल्कुल गलत है हमारा शरीर एक प्रकिर्या के अंदर बना है। जिसको नशवर शरीर कहा जाता है परमात्मा ने इसके अंदर बहुत से मशीन फिट कर रखी है उसी के अनुसार यह चलता है। अंत मे नष्ट होता है। फिर दुबारा जन्म होगा। बस यही कालते रहता है।
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