बहु बेटी में अंतर सामाजिक बुराई / Bahu beti me antar samajik burai hindi

 बहु बेटी में अंतर सामाजिक बुराई  / Bahu beti me antar samajik burai hindi

हमारे समाज मे बहु ओर बेटियों को अलग अलग नजर से देखा जाता है जो एक बुराई के सिवा कुछ नही है।  समाज मे जितना बहु का सम्मान है उतना ही बेटी का सम्मान भी है। लेकिन समाज मे कुछ परिवार बहु बेटी में अंतर करते है। वे यह नही समझते है कि जो बहु है वो भी किसी की बेटी है ओर जो आज हमारी बेटी है वह भी कल को किसी की बहू बनेगी। लेकिंन समाज के कुछ तत्व बहु बेटी में बहुत बड़ा अंतर मानते है वे बहु को पराया मानते है। समाज मे मैने बहुत बार देखा है की बहुओं को जो सम्मान मिलना चाहिये वो नही मिलता है जो सरासर गलत है यह समाज का व बहु बेटियों का अपमान है। यह एक सामाजिक बुराई के तौर पर फैल रही है लेकिन आज कुछ बहुये भी सास ससुर को अपने साथ रखना पसंद नही करती है उसके अनेक कारण है एक कारण देरी से लड़कियों का विवाह है वे अपने मायके में इतना रम जाती है कि उनको ससुराल  पराया लगने लगता है। लगे भी क्यो नही बेचारी 30 से 35 साल में  शादी
करेगी तो यही हाल होगा। यदि समय पर शादी बेटियों की हो जाय तो वे सास ससुर के साथ मातापिता का सम्मान भी बहुत करती है क्योंकि जिन लड़कियों की शादी 20 से 25 साल तक हो जाती है वे अपने सास ससुर को भी बहुत देखरेख करती है। उनका सम्मान व सेवा भरपूर करती है।
जब लड़की 35 से 38 कभी तो 40 साल में शादी जो लोग करते है वे शादी कम समझौता ज्यादा होता है। बहुत सारी लडकिया अपना कैरियर बनाने के चक्कर मे शादी नही करती है ऐसा लड़को के साथ भी हो रहा है जब तक कैरियर बनता है तब तक शादी की असली उम्र निकल जाती है वह विदेशियों की तरह सिर्फ समझौता करते है समझौते में शर्ते होती है जिसमे यह होता है कि मे अमुक शहर में रहूंगी ओर अमुक शहर में नही रहूंगी। मुझे सास ससुर के साथ नही रहना है।नन्द के साथ नही रहना है। परिवार के अन्य सदस्य के साथ नही रहना है। ऐसे अनेक बहाने मिल जाते है जो शादी को बोझ बना देते है। इसलिये बेटियों की समय से शादी कीजिये। बेटों की भी समय से शादी करनी चाहिये । लेकिन ओलाद एक या दो से ज्यादा नही। तभी आप देश भक्त कहलाने लायक होंगे। जो लोग बहु बेटियों को एक समान समझते है उनका समाज मे सम्मान बहुत होता है लोग उनको भद्र परिवार उच्च कोटि की फैमिली में वे लोग गिने जाते है लोग उनसे बातें करना रिस्ता करना अपना परम् सौभाग्य समझते है। जो लोग बहु बेटियों की इज्जत नही करते है समाज मे उनको लोग बुरी नजर से देखते है। लोग उनसे रिस्ते करना पसंद भी नही करते है। समाज मे उनको निम्न फैमिली का दर्जा प्राप्त होता है। इसलिये क्यो हम अपने को निम्न करे। हमे यदि समाज मे अपना स्थान उच्च बनाना है तो हमको बहु बेटियों की इज्जत करनी चाहिये । यही बहु बेटी किसी की पत्नी होती है किसी की मां होती है। किसी की बहन या अन्य रिस्ते से समन्ध होते है। इसलिये समाज मे अपने को बनाये रखने के लिये रिस्तो को डोर वो चाहे अंदुरुनी हो या बाहरी उसको समझना जरूरी है। तभी जाकर आप माथा उच्चा करके समाज मे जी सकते है।
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