शायरी की आपबीती / Shayri ki aapbiti

 शायरी की आपबीती पर कहानी चित्रण / shayari ki  AABITI par khani churn hindi

इस कहानी में हम शायरी की आपबीती सुना रहे है। शायरी
आज कितना परेशान है। शायरी का कोई भी अपना सगा नही है। बेचारी परेशान है। उसका कारण यह है कि जब लोग मौजमस्ती में होते है तो शायरी गा कर उन्मादी आनन्द उठाते है। जब प्रेम में पड़ जाते है तब  भी वो प्यार की शायरी अपने प्रेमी प्रेमिका को भेज कर इजहार करते है।
जब दुखः में होते है तब sad शायरी लिख कर गुनगुना कर
संदेश में भेज कर मेरी नब्ज टटोलते है। ये दुनिया वाले मेरी नब्ज टटोलने की बीमारी से घिरे हुए है। अगर किसी से प्यार हो जाय तो उनके  काम मे ही आती हु। अगर किसी का बिछुड़ना होता है तो मै ही काम आती है। कोई उदास है तब भी मेरी शायरी ही काम आती है। मै शायरी रातदिन इनके साथ चलती फिरती हु। दिल बहलाती हु।रस भारी शायरियां सुना कर दिल को इनके सगुन देती हूं। क्योंकि मैं एक शायरी हु। मेरा काम ही यही है। दिल बहलाना लोगो को  पटाना । फिर में शायरी बहुत दुखी हूं। मेरा कोई भी अपना नही है जिसको मैं अपना दुखड़ा सुना सकू। मेँ  शायरी प्रेम की मारी दुःख की  सहती । कोई नही मुझे पूछता जब काम लोगो का निकल जाता। कोई मुड़ कर फिर मेरी ओर नही देखता। मै 
ठहरी शायरी। 
शायरी की बहन थी कविता । कविता भी शायरी की तरह बहुत परेशान थी। असल मे कविता के सहयोगी जिंदगी में 
बहुत परेशान रहती है। कुछ लोग खुशकिस्मत होते है जो कविता के साथ रह कर भी धैर्य धारण करते है। क्योंकि वे
अपने जीवन मे कविता को अपना चुके है। इसलिये कविता
उनका साथ देती है। परंतु धन के बारे में  कुछ नही कह सकते है। क्योकि ये कविता के हाथ मे नही है। कविता एक कुशल ब्यक्तिव है। वह इंसान के माफिक सुख दुखः झेलती है। उसका अपना लाइफ स्टाइल है। वह गरीब व अमीर में भेद नही करती है।  क्योंकि वो कविता है। उसको कोई लालच फंसा नही सकता है। वह सजक ओर गम्भीर है। कविता खुश रहना चाहती है परंतु कुछ लोग उसके  पीछे पड़े रहते है। वह आदर्शवादी है ।   परंतु घमंडी तो बिल्कुल नही है। वह तो कविता है किंतनी प्यारी दुलारी जब कोई उसको गाये तो वह मदमस्त हो जाती क्योकि वह तो कविता  है।





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