थाने में उत्तराखंड पुलिस हर शख्स का स्वागत करेगी / thane me uttrakhand police har shaks ka swagat karegi hindi
देहरादून, उत्तराखंड पुलिस ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए थाने में हर शख्स का स्वागत करने का निर्णय लिया है।
उत्तराखंड डीजीपी श्री अशोक कुमार जी ने कहा है कि अक्शर फरियादियों की शिकायत रहती है कि थाने में उनकी
शिकायत नही लिखी जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुये उत्तराखंड पुलिस ने निर्णय लिया है कि वह हर शख्स का थाने में स्वागत करेगी । पुलिस महानिदेशक की व्यवस्था
के अनुसार हर थाने में एक महिला डेस्क होगी जो रिसेप्शन
सेंटर की तरह काम करेगी। यह आने वाली शिकायतों का
रिसीविंग ( रसीद) भी दी जाएगी। डेस्क पर एक रजिस्टर भी
तैयार किया जाएगा। जिसकी हर 15 वे ओर 30 दिन अधिकारी समीक्षा करेंगे। शनिवार को उत्तराखंड ड़ीजीपी
श्री अशोक कुमार ने इस समन्ध में आदेश जारी किये। उनका कहना था कि अक्शर लोगो को शिकायत रहती है कि थानो में उनकी शिकायते रिसीव नही की जा रही है। ऐसे में उन्हें उच्च अधिकारियों के दपतरो और फिर कोर्ट में भी चक्कर लगाने पड़ते है। लेकिन अब इस व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। थाने में हेड मोहर्रिर या मुंशी के पास बहुत से कम होते है। इसलिये अब यह जिम्मेदारी महिला डेस्क को दी जा रही है। नयी ब्यवस्था रिसेप्शन सेंटर की तरह काम करेगी। यहां तैनात कर्मचारी मुदु स्वभाव वाली होगी। पीड़ित लाचार दिव्याग के प्रति संवेदनशील ब्यवहार करेगी। यदि कोई पीड़ित अपने साथ प्राथना पत्र नही लाता है तो उसे शिकायत लिखने के लिये स्टेशनरी भी उपलब्ध करायी जाएगी। महिला हेल्प डेस्क प्रतिदिन प्राप्त होने वाली शिकायतों प्राथना पत्रों को एक रजिस्टर में दर्ज
करेगी। इसका 15 दिन में सीओ 30 दिन में पुलिस अधीक्षक समीक्षा करेंगे।
हरिद्वार कुंभ समाचार
कुम्भ में नही लगेंगे संतो के शिविर आखाड़ो से स्नान करेगे संत । यह जानकारी मेला प्रशासन ने दी है। इस बार गंगा किनारे संतो के शिविर नही लगेंगे। संत अपने आखाड़ो से ही
शाही स्नान के लिये निकलेंगे। आखाड़ो की छावनियों को मेला प्रशासन सभी मूलभूत सुविधाएं मुहेया करायेगा।वैरागी अखाड़ा के संतों की ठहरने की व्यवस्था पर अखाड़ा परिषद
ओर मेला प्रशासन की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। केंद्र सरकार पहले ही कुम्भ को लेकर जारी एसओपी में बड़े स्तर पर शिविर लगाने,सत्संग,कथाओं ओर बड़ी धार्मिक सभाओं
के आयोजन पर रोक लगा चुकी है। मेला प्रशासन ने दो टूक कहा दिया है की सभी संत अपने आखाड़ो छावनियों और आश्रमो से गंगा स्नान के लिये निकलेंगे। पूर्व की तरह गंगा किनारे संतो के शिविर नही लगाए जाएंगे।
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