रोमांटिक शायरी Romantic shayari hindi
प्रेमी गुलबदन मेरी सनम कहा हो यहां हो न वहां हो कहा हो
प्रेमीका जहा भी हु कुशल से हु
दुआ तुम्हारे लिये भी यही करती हूं
प्रेमी हम कैसे जाने तुमने दुआ हमारे लिये पढ़ी है
हम तो बहरे हो गये है। जब से तुम नही मिली हो।
प्रेमिका बहरे हो तुम्हारे दुश्मन तुम तो नादान हो
तख्ती लेकर अभी पढ़ने चले हो।
प्रेमी प्रेमिका की रोमांटिक शायरियां
प्रेमी हम तो सब पहले ही पढ़ लिया
ये तो सिर्फतुम्हे पटाने के लिये जाते है।
प्रेमिका बहाने मत बनाओ तुम दशवी फेल हो
में ना भी पढू तो भी ग्रेजुएट हु।
प्रेमी तुम अनपढ़ हो या ग्रेजुएट
मुझे कोई फर्क नही पड़ता है
काम तो में करूंगा
तुम तो बैठ कर खाओगी।
प्रेमिका शुक्र है तुम्हारा की
तुमने ये कबूल किया
में तो काम करने वाली नही थी
बर्तन तुम्हारी मां से मजवाने वाली थी।
प्रेमी आखिर मां की एक उम्र है
वह कब तक बर्तन माजेगी
एक दिन तुम मालकिन घर की बन कर
बर्तन साफ करोगी।
प्यार भरी शायरियां
प्रेमिका बर्तन भी माजुगी सिर भी दबाऊगी
तुम्हारे प्रेम में घर छोड़कर जब भी बुलाओगे
तुरत पहुँच जाऊँगी।
प्रेमी गलती से भी ऐसा मत करना क्या अपने खूसट बाप से मरवायेगी
प्रेमिका मरवाना नही है एक बार पिटवाकर
लड़कियों से बाते करने की तमीज सिखानी है।
प्रेमी तमीज भी इज्जत भी लड़कियों की करता हु
पर क्या करूँ तुमरे बतमीजी बाप ने इस लायक छोड़ा नही।