Shayri romantic hindi / शायरी रोमांटिक
शायरी रोमांटिक / shayri romantic hindi
अपने हसीन लबो को किसी पर्दे से छिपा लिया करो
हम अजनवी है नजरो से भी चुम लिया करते है।
चाँद रोज बहुत मुस्कराता था
कल रात मेने उसे तेरी इतराती तस्वीर भेज दी
तुम हुस्न पर इतना गुमान क्यो करती हो
हम तो पहले ही दिल हार चुके है सनम
आज तुम मुस्करा क्यो नही रही हो
दिल हार चुकी हो या घोखे में गम के आक्षु पी रही हो
आज लगता है वो नाराज है
फोन लगते ही स्विच ऑफ हो जाता है
आज वैलेंटाइन डे है
प्रेम से बुलाओ नजर न फिराओ
नजर फिर फेर लेना
वैलेंटाइन पर आई लव यू बोल देना
ये कस्ती है प्यार की
अब बहुत हुआ नाराज मत हो यार
Sms तो करती हो कभी on लाइन भी आया करो
दिल को सुकून होगा कि तुम वही मेरा प्रेम हो
Cheting बहुत हो गयी
अब तो तुम्हारा हाल सामने से जानेंगे
Word up पर संदेश देख में चौक गया
मुझे डर था कि कही तुम नाराज ना हो जाओ
में इधर on लाइन हुआ
तुम उधर off लाइन क्यो हुई
में off लाइन इस लिये हुई
बाप सिर पर लठ लिये खड़ा था
लठ की चिंता छोड़
में एक दिन घर तुम्हारे हाथ मांगने आऊंगा
हाथ मांगने में देर ना करो मेरे सनम
अब और दर्द सहा नही जाता
दर्द भी दूँगा तो दवा भी दूँगा
चिंता ना करो प्यार भी खूब दूँगा