दिमाक तेज कैसे करे गर्भ में/ Dimak tej kaise kare garbh me
दिमाक तेज कैसे करे गर्भ में यह जानना एक पुरुष व महिला के लिये जरूरी है। जब बच्चा मां के पेट मे होता है । उस समय पोषण की कमी की वजह से होने वाला शिशु /बच्चा कमजोर हो जाता है। जब बच्चा कमजोर होगा तो उसकी स्मरण शक्ति भी कमजोर होगी। अगर स्मरण शक्ति कमजोर होगी तो उसका दिमाक ज्यादा बोझ पढ़ाई व दूसरे कामो का नही झेल पायेगा। बच्चा भी कमजोर पैदा होगा।
इसलिये जीवन मे जब भी बच्चा पैदा होने वाला होता है। उस समय बच्चे की मां की स्पेशल केअर की जरूरत होती है। यदि बच्चे की मां की स्पेशल केअर होगी। समय पर हर चीज मुहैया कराई जाएगी तो बच्चा भी स्वस्थ्य होगा। हेल्दी होगा। कोशिश करे कि किसी डॉक्टर की देखरेख में बच्चे की केयर कीजिये व साथ ही बच्चे को जन्म भी डॉक्टर की देखरेख में दीजिये।
दिमाक तेज कैसे करे
दिमाक तेज करने के लिये शिशु जब मां के गर्भ में होता है। उस समय मां को आयरन व कैल्शियम की जरूरत बहुत ज्यादा होती है। इसलिये गर्भ के दौरान मां को हरी सब्जियां भरपूर मात्रा में दीजिये। ग्रीन वेजिटेबल्स में आयरन भरपूर मात्रा में होते है। दूसरा फलो में केला सेब अंगूर आम कीवी व दूसरे सीजनल फल दीजिये। फलो में बहुत सारे विटामिन मिनरल्स होते है । जो मां व बच्चे जो गर्भ में पल रहा है उसको इसकी बहुत जरूरत होती है। माँ को गर्भ के दौरान कैल्शियम की पूर्ति के लिये दूध दही भरपूर देना चाहिये। दूध दही में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होते है। यह बच्चे का सर्वाग्रीण विकाश करेगे। गर्भ के दौरान मां को काजू बादाम अखरोट भी देने चाहिये। बादाम दूध गर्भ में बहुत फायदा करता है। केसर वाला दूध दे सकते है। यह भी फायदा करता है।समय पर तीन टाइम मां को भोजन ग्रहण करना बच्चे के साथ साथ खुद के लिये भी फायदा करता है।हल्की फुल्की काम भी करे। रोजाना पैदल 2 से 3 किलोमीटर चलने से बच्चे को भी फायदा मिलता है। बच्चे को शरीर मे किसी किस्म की कमी नही होती है। डिलीवरी के समय प्राकृतिक डिलीवरी होने की पूरी उमीद होती है। बच्चा जन्म के दिमाक का भी बहुत तेज होगा।शरीर मे भी तंदुरुस्त होगा।
जन्म के बाद बच्चे की स्पेशल केअर
जन्म के बाद भी बच्चे की स्पेशल केअर होनी चाहिये। तभी बच्चा दिमाकदार बनता है। बच्चे को मां का दूध तो पिलाना ही है । मां के दूध में बहुत पोस्टिक तत्व होते है। जो बच्चे का सर्वागींण विकाश करते है। साथ हो बच्चे को गाय का दूध भी पिलाना चाहिये। फलो का जूस बच्चों को पिलाना चाहिये। फलो में बहुत से विटामिन्स मिनरल्स होते है। जो दिमाक व शरीर के लिये बहुत जरूरी होते है। डॉक्टर के निर्देश से बच्चे का लालनपालन करने में उनकी मदद लेनी चाहिये। इस तरह से बच्चा का लालन पालन करने से जरूर बच्चे का दिमाक का तेज बनेगा व तेज हो जाएगा।