sesame in hindi

Sesame in hindi
What is sesame ? सीसेम क्या है? 
सीसेम तिलों को कहते है। तिल दो तरह के होते है। एक तिल काला होते है। दूसरे तिल सफेद होते है। दोनों ही तिल पोस्टिक होते है। काले तिलों को सफेद तिलों से ज्यादा पोस्टिक माना जाता है। उसकी वजह उनके काले रंग में लौह तत्व की अधिकता के कारण होता है। यदि पूजा में सफेद तिल यदि नही मिलते है।तब काले तिलों को भिगोकर
ही सफेद बनाया जाता है। तिलों की पोस्टिकता को देखते हुए हमारे पूर्वजो ने इसे पूजा से जोड़ा व साथ ही सीमित मात्रा में खाने की सलाह भी दी। 

तिल के गुड़ के साथ पाक बना कर लड्डू व दूसरी बहुत सारी मिठाईयां व पत्तियां बनाने का चलन भारत मे है। तील की तासीर गर्म होने के कारण इसको सर्दियो में खाया जाता है। गुड़ के साथ मिलाने से इसकी शक्ति  बहुत बढ़ जाती है। जो स्वास्थ्य के लिये बहुत
लाभकारी है।   तील की मिठाइयों का प्रयोग ज्यादातर सर्दियो में किया जाता है। गुड़, मावा, व दूसरी चीजो को मिला कर तील की मिठाईयां व लड्डू बनाये जा सकते है। जो स्वास्थ्य के लिये बहुत ही गुणकारी व लाभकारी है।

सिसमे के फायदे ह्रदय में/ sesame good for heart hindi
तिलों का प्रयोग सर्दियो में करने से यह सर्दियो की वजह से जो ह्रदय को नुकसान होने की संभावना रहती है। उसके लिये गुणकारी है। तिलों की वजह से ह्रदय की समस्याएं कम होती है।

सिसमे के फायदे हड्डियो व त्वचा के लिये/ sesame is good for bone and skin hindi

तील में बहुत ज्यादा पोषक तत्व होते है। इसलिये यह हड्डियो व त्वचा के लिये लाभकारी है। कहते है कि तील के एक लड्डू में इतनी तागत होती है। इतना पोषक तत्व होता है। जितना कि एक किलो मांस में होता है। इसलिये यह शरीर को बलिस्ट बनाता है। हड्डियो को मजबूत बनाता है।
सीमित मात्रा में सेवन से कोई नुकसान भी नही है। सर्दियो में इसका प्रयोग खाने में करना चाहिये।

सिसमे के डायविटीज और हाई ब्लड प्रेशर में फायदे/ sesame is good for diabetic and high blood pressure hindi
सिसमे का प्रयोग डायविटीज व हाई ब्लड प्रेशर में लाभ देता है। तील में मौजूद फाइवर व मैग्नेशियम के तत्व  इन्सुलिन व ग्लूकोज को कंट्रोल करने में मदद करते है। तील का प्रयोग करने से शुगर के लेबिल के बढ़ने का खतरा कम रहता है। जो डाईविटीज की दिक्कतों को दूर करने में मदद करता है। अनेक अध्याननो मे ये साबित हो चुका है कि तील के तेल का प्रयोग  हाई बी पी को कंट्रोल करता है। डायविटीज में यह लाभ देता है।

 तील के फायदे पाचन व बबासीर  में / sesame is good for digestion and piles hindi
तिल का प्रयोग कब्ज के तोड़ने के लिये बहुत गुणकारी है। यह पाचन को दुरुस्त करता है।काले तिलों का प्रयोगखाने   में करने से यह कब्ज से छुटकारा दिलवाता है।  बबासीर जिसको पाइल्स कहते है। उसकी वजह कब्ज होती है। काले तिलों का प्रयोग करने सेकब्ज से छुटकारा मिलता है। बबासीर जो कब्ज की वजह से परेशान करता है। कब्ज की वजह से पाखना में जोर लगाने से पाखना की नसों फूल जाती हैव  घाव हो है। इसलिये यदि समय पर सिसमे का प्रयोगकरते है।बबासीर पुरानी से पुरानी से भी  छुटकारा मिल जाएगा व घाव भी नही होगा। अब सवाल उठता है इसको कैसे खाये जाये।सरल तरीका है। इसके गुड़ के   साथ लड्डू बना कर खाये जाय तो बहुत जल्द फायदा देता है।

Sesame ओरल हेल्थ में फायदे/ sesame benefits in oral health hindi

सिसमे मसूड़ो को मजबूत बनाने के साथ ही प्लाक की समस्या को भी दूर करता है।मुँह की बदबू, मसूड़ो से खून आना,दाँत खराब, होने की परेशानियों से मुक्ति दिलाता है। उन समस्याओं से लड़ने में कारगर है।बस जीवन मे समय समय पर इसका प्रयोग खाने में करते रहिये। जाड़ो के मॉसम में  समय समय पर जरूर इसको खाइये।

सिसमे सीड के फायदे स्वास्थ्य के लिये/  Sesame seed benefits for health hindi
सिसमे के बीज  स्वास्थ्य के लिये बहुत लाभकारी है। यह शरीर की इम्युनिटी को मजबूत करते है। कुछ बीमारियो में शरीर की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है।जैसे डियाबिटिक, थायराइड, में यदि उस दौरान हम सिसमे सीड का प्रयोग खाने में करते है। यह भोजन को हमारे नास्ते को टेस्टी व हेल्थी बनाता है। शरीर मे एनर्जी को भी बढ़ावा देता है।


सिसमे  के गुण क्या है / what is qualities of sesame hindi 
सिसमे  में एंटीबैक्टेरियल एंटीऑक्सीडेंट प्रोपेर्टिस पिपल्स एक्ने और डार्क पैच के कारणों को दूर करता है ।झुर्रियों की समस्या से निपड़ने में मदद करता है।

सिसमे सिर्फ खाने के काम ही नही आता है। इसका आयल बालो में लगाया जा सकता है।डेन्टरफ कि समस्या बालो से दूर करता है। बाल झड़ने की परेशानियो को दूर करता है।


सिसमे के नुकसान
जैसे हर चीज के फायदे होते है। उसी तरह हर चीज के नुकसान भी होते है। सिसमे के नुकसान कुछ लोगो को हो सकता है। यह उनके लिये एलर्जिक हो सकता है। इसका ज्यादा खाने से डायरिया हो सकता है। जो पहले से हाई बी पी के मरीज है । उनको इसको सीमित खाना चाहिये। ज्यादा खाना से बचना चाहिये। 
सिसमे आयल हेयर फॉल रोकता है। अगर इसका ज्यादा इस्तेमाल या ज्यादा समय तक बालो में लगा कर रखा जाय तो यह बालों को झाड़ भी सकता है। सिसमे आयल को हाफ ऑवर के बाद वाश कर देना चाहिये।



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