दिमाक क्या है? दिमाक किसको कहते है ? दिमाक ओर बुद्धि को कैसे समझे / what is mind ? who call mind? How can understand mind and intellectual hindi

दिमाक क्या है ? दिमाक किसको कहते है ? दिमाक और बुद्धि को कैसे समझे / what is mind?  Who call mind ? How can understand mind and Intellectual hindi

दिमाक क्या है ? दिमाक किसको कहते है ? What is mind ?  Who & whom call to mind hindi
दिमस्क तीन अक्षरो का एक छोटा सा शब्द है। क्या आपको
इसकी गहराई का पता है। में समझता हूं कि बहुतो को इसके बारे में पता नही है। शायद अनभिज्ञ है। उसका कारण
दिमाक को छोटी सी या कह सकते है कि सामान्य सी खोपड़ी समझ लेते है। दिमाक कोई सामान्य सी खोपड़ी नही है। इसमें  भंडार है हमारी आकांक्षाओ का। जिनको हम पूर्ति करना चाहते है। समझो जब हम एक बालक होते है। 


हम उस समय छोटी छोटी चीजो की अभिलाषा रखते है। लेकिन जब हम बढ़े हो जाते है। तब हमारी अभलशाये भी बड़ी हो जाती है। दिमाक क्या चीज है। ये कहा से आता है। क्या ये हमारे जिन से आता है। अगर ये जिन से आता तो डॉक्टर का बेटा डॉक्टर बनता।मंत्री का बेटा मंत्री बनता।  आपने देखा होगा कि बहुत बार अच्छे मां बाप का बेटा भी कूबड़ मतलब मूर्ख निकल जाता है। 



बहुत बार आपने देखा होगा कि रिक्शे वाले का बेटा भी पढ़ने में बहुत तेज होता है। यह कह नही सकते  है कि जिन का रोल नही है। जिन का भी रोल है। जिन के अंदर यदि तेज दिमाक होगा। तब एक कम पढा लिखा व्यक्ति भी अच्छा काम कर लेता है। जो ब्यक्ति अच्छा काम करता है। इसका मतलब है कि उसका दिमाक
उसकी बुद्धि का सही तरीके से साथ दे रहा है।

दिमाक और बुद्धि में अंतर  / what is the difference in between mind & intellectual mind hind

 दिमाक ओर बुद्धि में अंतर ज्यादा नही है। दिमाक स्थिर होता है। बुद्धि चलायमान होती है। दिमाक होने के बाद भी हम बहुत बारअच्छा काम नही कर पाते है। एक कम दिमाक का व्यक्ति हमसे अच्छा कर जाता है। आखिर उसका कारण क्या है। उसका कारण उसकी बुद्धि है। जो उस दिमाक को चला रही है। क्योंकि बुद्धि चलायमान है। इसलिये वह दिमाक को वो सब करने को कह रही है । जिसके बारे में अगला बन्द सोच भी नही सकता है।


 बहुत बार तो वह खुद भी नही समझ पाता है कि इस केस हो गया । बहुत बार आपने किसी से सुना  होगा कि यार ये  कैसे हो गया। ये सब बुद्धि का कमाल है। एक बार एक ब्यक्ति पंडित जी के पास गया ओर बोला कि इसकी नॉकरी नही लग रही है। पंडित जी बोले के इसकी पास तो बुद्धि नही है। लेकिन अगले पल उसकी नॉकरी लग जाती है। पंडित जी ने जो ग्रह नक्षत्र के आधार पर देखा कि इसकी बुद्धि कम है । लेकिन वह ब्यक्ति अपनी दिन रात की मेहनत  से वह  कठिन परीक्षा को निकालने में सफल रहा। कारण दिमाक तो था । लेकिन ऊपर वाले ने बुद्धि 2 डिग्री तक ही दी थी । 


वह ब्यक्ति अपनी लगन  व बुद्धि के बल से वो मुकाम हासिल करने में सफल रहता है। जिसको पाना उसके लिये  कठिन था। इसलिये दोस्ततो जीवन मे परिश्रम खूब करो । काम करने में हिचकिचाहट मत करो। कोई भी काम छोटा बड़ा नही होता है। कोई आदमी भी छोटा बड़ा नही होता है। हर ब्यक्ति इस जिंदगी में अपनी मेहनत का खाता है। पर उनमे से कुछ लोग ही होते है। जिनको सब कुछ बिना किये ही मिल जाता है। 



दिमाक और बुद्धि को कैसे समझे / How can understand mind and intellectual mind hindi

आज हर ब्यक्ति दिमाक के बारे में सोचता है।काश मेरे पास भी तेज दिमाक होता। आपने देखा होगा कि बहुत बार थोड़ी सी  मेहनत से भी ब्यक्ति वो कर बैठता है। जिसको करने के लिये दूसरे बन्दे को रात दिन एक करना पड़ता है। फिर भी वह नही कर पाता है। इसलिये दोस्ततो दिमाक के साथ बुद्धि का सही इस्तेमाल भी करना सीखो।एक अनुभव हमारा कहता है कि ब्यक्ति को कभी भी सिंगल लाइन चलना
बहु घटक हो सकता है। 

यदि आप एक ही लाइन चलते है। तब बहुत बार हमको जो पाना होता है वह हम नही पा पाते है। उज़क कारण यह होता है कि हमको उस विषय के बारे में समझ नही होती है। समझ न होने के कारण दूसरे से ज्यादा दिमाक होने के बाबजूद भी हम उस आसान से  काम को नही कर पाते है। दूसरा तो हमे बताएगा नही । वह तभी बताएगा जब हम रातदिन कुछ नया खोजने की ललक हमारे अंदर होगी। हम यदि कुछ नया खोजेंगे तभी हम कुछ नया मिलेगा। यह समय बुद्धि का होता है ।


जब हम बुद्धि का इस्तेमाल सही समय व सही वक्त पर  करेगे। तभी हमें कोई संकेत किसी किस्म का मिल सकता है जो संकेत हमारे किस्मत के दरवाजे खोल सकता है। इसलिये जीवन मे सदा आदर्शों पर चलने के बुद्धि का भी जरूर इस्तेमाल कीजिये। कही ऐसा ना हो कि आदर्शों के चलते अपनी कुल्हाड़ी अपने पैर में ही मारो। यह उचित नही होगा । कुछ तो ऐसा करो कि दुनिया आपको मान जाय। कहे कि क्या बात है।।


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