छोटू मोटू बच्चों की कहानी /Chhotu motu bachcho ki khani hindi
एक छोटू बंदर था उसका एक दोस्त मोटू वो बड़ा शातिर बंदर था। एक दिन नदी किनारे छोटू बंदर अपनी मां के साथ बैठा था। छोटू बंदर की मां उसको सहलाकर प्यार कर रही थी। अचानक मोटू बंदर आ गया उसने छोटू बंदर से कहा इधर आ जा। छोटू बंदर अपनी मां से बहुत डरता था। इसलिये उसने कहा मोटू भैया मैं नही आ रहा हु मां घर मे है।लेकिन मोटू बंदर बहुत शैतान था। वह बोला अरे मां से झूठ बोल कर आ जा की अभी आ रहा हु। छोटू बंदर बहुत सीधासाधा था वो उसके झांसे मैं आ गया ओर अपनी मां से झूट बोल कर आ गया। मोटू बंदर ने उसको आम के बगीचे में लेकर गया। वहाँ दोनों ने खूब आम खाये।इसी तरह वह रोज आम चोरी करके खाने लगे ।एक दिन आम के बगीचे के मालिक को पता चला कि उसके बगीचे के आम गायब हो रहे है तो उसने आमो के चोर को पकड़ने की सोची, ओर वह आम के बगीचे का पहरा करने लगा। छोटू मोटू की आदत बिगड़ गयी थी। वह दोनों फिर आम के बगीचे में आम चोरी करने पहुचे जैसे ही वह आम तोड़ने लगे , आम के बगीचे के मालिक ने दोनों को पकड़ लिया , और खूब पिटाई की। छोटू उस दिन अपने को कोस रहा था । कास में मोटू के चक्कर मे न पड़ता, तो आज यह दिन नही झेलने पड़ते । बच्चों इसलिये कभी भी बुरी संगत नही रहना चाहिये। अच्छे बच्चों से दोस्ती करनी चाहिये। बुरे काम का बुरा नतीजा।
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