एक लड़की की कहानी /ek ladki ki khani hindi
एक लड़की गुड़ी थी। वह मध्यम परिवार की लड़की थी। गुड़ी के सपने बहुत बड़े थे। उसके मातापिता बहुत मेहनती थे। दिनरात मेहनत करते ओर गुड़ी के सपनो को पूरा करते। गुड़ी का एक भाई भी था वह गुड़ी को बहुत चाहता था। उसे गुड़ी भाई की तरह दिखती। गुड़ी की शादी हो गयी तो वह ससुराल चली गयी। गुड़ी की एक अनब्याही बहन भी थी। जो गुड़ी के मातापिता के साथ रहती। गुड़ी के भाई की जब नॉकरी लग जाती है तो वह दृर की शहर में जाकर नॉकरी करने लगता है। लेकिन वह अपनी बहन को बहुत चाहता था। गुड़ी भी अपने भाई को बहुत चाहती थी। एक दिन गुड़ी अपने मातापिता को अपनी ससुराल के पास चलने को कहती है गुड़ी सोचती है कि उसके बुजर्क मातापिता उसके नजदीक रहेंगे तो वह अपने मातापिता की देखरेख अच्छे से कर सकेगी। यह सोच कर वह अपने मातापिता का पुश्तेनी घर बिकवा देती है ओर अपने शहर में ही उनके लिये एक प्लाट खरीद लेती है। उसके बाद उस प्लाट में वह अपने मातापिता के रहने के लिये घर भी बना देती है जो कि बहुत सुंदर घर होता है। यह वह इसलिये कर पाती है कि उसकी अच्छी जॉब लग जाती है। क्योंकि उसके मातापिता ने उसे खूब पढ़ाया जो था। उधर उसके भाई की शादी हो जाती है नई बहू को यह बताया जाता है कि यह घर उसके भाई का है। लेकिन ऐसा है नही क्योकि क्योकि गुड़ी ने अपनी मेहनत की कमाई उस घर मे लगाई है। गुड़ी उस घर मे अपने परिवार व मातापिता के साथ रहती है। गुड़ी के मातापिता ने आधी जमीन उस प्लाट की गुडी के नाम कर रखी है। गुड़ी ने उस जमीन पर ही घर बना रखा है। गुड़ी चाहती है कि उसका भाई भी उसके साथ रहे लेकिन भाई अब गुड़ी के साथ रहना नही चाहता है क्योंकि गुड़ी के भाई की पत्नी चाहती है कि वो सारा घर जमीन उसके पति की है । यदि हिस्सा देना है तो पूरा देना चाहिये लेकिन ऐसा हो नही सकता है। गुड़ी के मातापिता गुड़ी के साथ ही क्योकि गुड़ी उनकी खूब सेवा करती है। गुड़ी एक समझदार लड़की है उसकी भी लडकिया है वह भी अपनी लड़कियों को पढा लिखा कर किसी बड़ी जॉब में भेजना चाहती है । इसके लिये वह खूब मेहनत खुद भी करती है और बच्चों से भी कराती है। गुड़ी को अपने मातापिता से परिवार से बहुत प्रेम है।