कोरोना के केस बढ़ने के कारण
कोरोना लगातार बढ़ रहा है। ओर हम लापरवाह होकर घूम रहे है। जब बीमार होते है तोो सरकार को देश देते है। आखिर सरकार क्या हमाारी दुुुश्मन लगती है हम खुद अपने
दुश्मन बन बैठे है। यदि हम खुद अपने दुश्मन नही होते तो आज हम लोकडौन की ओर न जा रहे होते। कोरोना के अंदर तो फिर भी दया है लेकिन हम खुद दया के पात्र नही है। हम अपने समाज को कोरोना की चपेट में घकेलने का काम कर रहे है। आज हमारी परीक्षा का समय है यदि हम अपने को अपने समाज देश को कोरोना महामारी से बचाना चाहते है तो हमको कोरोना में एक तो मास्क पहनना होगा दूसरा वेक्सीन लगानी होगी तीसरी जो कोरोना की गाइड लाइन का पालन करना होगा। घर से बाहर फालतू घूमना बन्द करना होगा। सरकार के हर कदम में साथ देना होगा। वेक्सीन के लिये खुद को तैयार रखे। जब भी मौका मिलता है वेक्सीन लगवा लीजिये। हम अपने को एक सभ्य समाज का हिस्सा तो मानते है लेकिन जब मास्क की बारी आती है तो मास्क के प्रयोग से भागते है। हमे मास्क का प्रयोग जरूर करना चाहिये।