फूल एक कहानी / phul ek kahani hindi

फूल एक कहानी /  phul ek kahani hindi

फूल एक कहानी

फूल की अपनी कहानी है एक दिन फूल अपने दुखड़े सुनाने 
लगी तो पता चला कि सुंदर से दिखने वाला फूल जिसकी 
महक से लोग प्रसन्न होते है जिसको मन्दिर में चढ़ाया जाता 
है वह भी प्रसन्न आजकल नही है जब फूल ने अपना दुखड़ा लोगो को सुनाया तो पता चला कि फूल भी कोरोना नेनाखुश है ।


जब लोगो ने उससे यह जानना चाहा कि इसका कारण क्या है तो फूल कहने लगा कि कोरोना में मेरा सम्मान घटा है । पहले लोग मुझको भगवान पर चढ़ाते थे। मैं भगवान के गले का हार बनता था लेकिन अब ऐसा नही है।अब लोग मन्दिर नही जाते।पूजा पाठ नही कराते। 

अब तो म्रत्यु सैया पर भी लोग मुझे नही चढ़ाते । न जाने मुझसे ऐसा कौन सा अपराध हो गया  जो लोग कोरोना मैं मुझको भूल गये। लोगो ने फूल से कहा चिन्ता मत कर बहन बहुत जल्द अच्छे दिन आएंगे , फूल रानी तुम्हारे दिन फिर फिरेंगे ,लोग तुमको पूजा के लिये खुशी खुशी लेकर जाएंगे। 

हर शुभ समारोह में  पूजा स्थलों की जगहों में तुमको लेकर तुम्हारी खुश्बू से दिल को सबका मोहेंगे।  फूल तुम जनता की पसन्द थे और जनता की पसन्द रहोंगे। फूल तुम अनेक रंगों अपनी अनेक किस्मो अपनी अनेक  खुशबू से सबक मन मोहत्ते हो। फूल तुम पूजनीय हो इसलिये सभी पूजनीय जगहों पर तुम्हारी उपस्थति रहती है। 

फूल तुमको लोग इसलिये पसन्द करते है क्योंकि तुम सबका मन मोह लेती है। फूल तुम वंदनीय इसलिये हो कि तुम दुसरो को अपनी ओर आकर्षित करते हो। फूल तुम्हारी चमक इतनी सुंदर है कि की तुम दुसरो को मोहने के साथ ही अपनी खुशबू को उसके दिल मस्तिष्क में बिखेर देते हो। फूल तुम महान हो ।















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