कोरोना की दहशत कैसी/ corona ki dahshat kaisi hindi

 कोरोना की दहशत कैसी  / Corona  ki dahshat kaisi hindi

कोरोना की दहशत आज भारत ही नही दुनिया के सभी देशों में देखने को मिल रही है। कोरोना ने लोगो के बीच मे जो प्रेम था उसको समाप्त कर दिया। कोरोना इतना निर्दयी होगा ये किसी ने भी नही सोच था। आज की भागदौड़ की जिंदगी में लोगो के पास समय का वैसे ही अभाव रहता है। लोग अपने  पडोशी से भी ठीक से नही मिल पा रहे थे। काम ही इतना था कि लोग अपनी ब्यस्त जिंदगी में खुश थे। घर की ओरते कभी कभार एक दूसरे से मिल लिया करती थी। पुरुषो को ज्यादातर समय मिलने का  कहा  मिलता था। लेकिन आज जमाना कोरोना ने बदल दिया ।  आज समय है लेकिन हम एक दूसरे के घर जा नही सकते। यदि पड़ोश में कोई बीमार हो जाय  तो उसकी खबर लेना तो दूर की बात हम उसको शक की नजर से देखते है ओर जैसे उस घर का कोई दिखता है हम मुँह फेर लेते है  । मुँह फेरने वाली जो बात है वह यह है कि  कही वो हमसे मदद न मांग ले। या हमको अपने घर न बुला ले। यही चिंता हमको सताती है।आज किसी की खुशी हो या गम कोई भी किसी के घर तभी जाना पसंद कर रहा है जब सबको यह मालूम पड़ रहा है कि अमुक ब्यक्ति कोरोना से नही मरा है या अमुक के घर सब कुशल से है। कोरोना ने बैंक आफिस सब बन्द करा दिए। इस कोंन सा ड्रामा कोरोना ने दुनिया को नही दिखाया। पूरी दुनिया मे थाली करछी तक का परमोशन हो गया।अब बताओ ओर क्या देखना चाहते है।  पीपी किट ने तो डॉक्टर ओर हेल्थ वर्कर को मानो एक पैक्ड समान की तरह की चीज बना दिया। खेर कोरोना ने समय बदला है लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूप हुए है।  जो एक अच्छी है। देश मे कोरोना नियंत्रित रहे उसके लिये  वेक्सीन जरूर लगवाये। वेक्सीन के कोई साइड इफ़ेक्ट नही है। यह हमारे लिये कोरोना को नियंत्रित करने के उद्देश्य से बनी है फायदा उठाये। अंत मे यही कहूंगा जो लगाएगा व  वेक्सीन वो भारत के साथ ही दुनिया से कोरोना के अंत मे सहयोगी होगा। धन्यवाद।
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