जीवन कविता पाठ / jivan poem hindi

 जीवन कविता /Jivan poem hindi

जीवन मेरा सरल
मैं कभी न बनाता इसको कठिन
जीना मुझको आता
कैसे बनता ये सरल।

जीवन एक रस धारा
सबको जीना होता इस तरह
परन्तु उसमे आते कभी कठिन पल
और कभी आते सरल पल।

हम सब का जीवन
बहुत सरल
बस जीना आना चाहिये
बचपन से  बुढ़ापे तक।

जिसको जीना न आया
वह गुजरता कठिन रास्तों से
फिर अपना ही नुकसान कराता
क्योकि नही आता जीना उसको जो।

इसलिये जीवन जीना सीखो भाई
जीवन कठिन और सरल है 
जीवन की  कीमत पहचानो
क्योकि यह अनमोल है।

जीवन मे बचपन से बुढ़ापे तक
सुख दुःख आते अनेक 
क्योकि जीवन परीक्षा लेता मानव की
क्योकि परीक्षक ईस्वर जो हुए।

मानव हर परीक्षा को तैयार
जो ईस्वर ने उसके लिये बनाया
जीवन का यही सार
खुद जिओ दुसरो को जिनो दो।

जीवन मे प्यार के मूल्य को समझो
जीवन को सरल न समझो
जीवन एक कठिन डगर
मूल्य इसका  समझो।

लड़ाई झगड़ो से दूर रहो
बुरा किसी को न बोलो
वाणी पर अपनी लगाम लगाओ
जीवन को खुशहाल बनाओ।

जीवन का सार यही है
जीवन का आधार यही है
झूठ से दूर रहो
सत्य का पालन करो।


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