What is Symptom & Treatment .Low blood pressure and How can it's danger in hindi / लौ ब्लड प्रेशर की पहचान, उपचार क्या है ओर ये कितना खतरनाक हो सकता है।

What is  Symptom & Treatment low blood pressure and How can it's danger  in hindi  / लौ ब्लड प्रेशर की पहचान,उपचार क्या है ओर ये कितना खतरनाक हो सकता है

लौ ब्लड प्रेशर की बात बहुत कम लोग करते है उसका कारण यह है कि लोगो को बहुत बार  पता ही नही होता है कि वे लौ ब्लड प्रेशर की समस्या कितनी खतरनाक हो सकती है। अक्सर लोग इसको मामूली समस्या समझ कर इग्नोर कर देते है जो बाद में अचानक से घातक हो सकता है।इस  ब्लॉक में लौ ब्लड प्रेशर की पहचान को जानिये और उसका तुरंत समाधान के लिए नीचे कुछ उपाय दिए जा रहे है उन पर अमल कीजिए।

लौ ब्लड प्रेशर की पहचान / Symptom of low blood pressure in hindi

1 लौ ब्लड प्रेशर के रोगी पैरों में दर्द से परेशान रहते है। चलने फिरने का मन बिल्कुल नही करता है।

2 लौ ब्लड प्रेशर के रोगियों में खून का संचार ठीक से नही हो पाता है जिससे उन्हें चलने फिरने में चक्कर का आते है। 

3  लौ ब्लड प्रेशर के मरीज का  ह्रदय ब्लड  पम्पिंग ठीक से नही कर पाता है। जिससे शरीर के सब हिस्सो में ब्लड पहुँच नही पाता है। जिस कारण से नींद का बार बार टूटना होता है। लो ब्लड प्रेशर के रोगी को कोलोस्ट्रोल भी हो सकता इसलिए कोलोस्ट्रोल की जांच समय समय पर कराते रहे। यदि इस पर समय पर ध्यान नही दिया तो ह्रदय रोग  हो सकता है। 

4  मधुमेह, थायरिओड, ह्रदय रोगियों को अपना ब्लड प्रेशर नपवाते रहना चाहिये।  इन रोगों में हार्मोन बदलाव के कारण और रेगुलर दवा लेने के कारण ब्लड प्रेशर में बदलाव विशेषज्ञ बतलाते है अपने चिकित्सक से समय समय पर जांच करवाते रहे। 

5  लौ ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रसित ब्यक्ति को आलस होता है ओर बहुत बार बैठे बैठे बातें करते करते नींद आ जाती है। जब नींद आती है तब इनको कोई  सोने से रोक नही सकता है। सड़क पर चलते उनको चक्कर आ सकते है । लो ब्लड प्रेशर रोगी किसी ऊंची जगह से गिरने का डर बना रहता है।

6 पुरुषो में लो ब्लड प्रेशर का पता उनके शिशन मतलब पेनिश में  कम्पन या जिसको झुरझुरी कहते है उससे भी पता चल जाता है। जिनको झुरझुरी महसूस होती है तो समझ जाइए की लो ब्लड प्रेशर है। तुरंत चिकित्सक से सलाह लीजिए। 

लौ ब्लड प्रेशर कितना खतरनाक /  How danger low blood pressure in hindi

लौ ब्लड प्रेशर खतरनाक हो सकता है। जब कभी आप घर पर हो तो उस समय काम कम होने की वजह से शरीर मे खून का संचार धीमा रहता है जिससे लौ ब्लड प्रेशर के दौरान गिरने से चोट लग सकती है। दूसरी चीज जब ब्यक्ति लौ ब्लड प्रेशर से ग्रस्त रहता है वह अपने रोजाना के कार्य करने से कतराता है। आलस उसमे भर जाता है जिस वजह से वह मधुमेह  ओर ह्रदय रोग की लपेटे में आ सकता है। उनका पाचन भी ठीक नही रहता है। उनके अंग अच्छा से काम नहीं कर पाते है।

लौ ब्लड प्रेशर का उपचार / Treatment low blood pressure in hindi

लौ ब्लड प्रेशर का इलाज  शुरुवात में बहुत आसान है इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से समय समय पर चेकउप करवाते रहे। खानपान का विशेष  ध्यान रखे। ऐसा न हो कि खानपान के नाम पर रस या रूखा सूखा नही चलेगा या मरीज जो कुछ भी खा रहे है उसमे नमक की मात्रा ठीक होनी चाहिए । नमक का कम होना नही चलेगा। आपको सीमित नमक चीनी नींबू की कुछ बूंदे गुनगुने पानी में घोल बना कर लेना लो ब्लड को ठीक रखता है ।।आपको पोष्टिक भोजन लेना होगा। जिसमें नमक की मात्रा सही हो।  पोष्टिक भोजन में अंडा चिकन दूध दही और साथ ही भोजन से पहले फल ले सकते है । काफी दिन में एक से दो बार चाहे तो समय के अनुसार कॉफी ले सकते है। अपने भोजन में ऐसी चीजो को कम मात्रा में ले जिनसे ब्लड प्रेशर घटता हो। जो लोग थायरिओड के मरीज है उनको अपनी dose डॉक्टर के मुताबिक ले। थायरिओड के मरीज को बहुत बार डॉक्टर भी सही dose नही दे पाते है इसलिये यदि उनको नींद सही से नही आ रही है या रात को नींद बार बार टूट रही है ओर ह्रदय रिपोर्ट कोलोस्ट्रोल की रिपोर्ट नार्मल है  या कोलोस्ट्रोल  थोड़ा बढ़ा है तो उनको अपनी dose डॉक्टर से कह कर बड़ा लेनी चाहिये। जब तक नींद आपको सही नही आती है तब तक dose पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। उनको डॉक्टर से कह कर सप्ताह में एक बार dose जरूर चेक करवा लीजिए। एक गलती भारी पड़ सकती है।।






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