How to treatment kidney through Aryuvedic remodose and medicine know hindi / किडनी का आर्यवेदिक दवा और होम रिमोड्स के द्वारा इलाज कैसे करे

How to treatment kidney through Aryuvedic remodose and medicine know hindi /किडनी का आर्युवेदिक  दवा और होम रिमोड्स द्वारा इलाज कैसे करे 

किडनी का आर्युवेदिक में सफल इलाज उपलब्ध है जहा एलोपैथ में डिलाइसिस और किडनी ट्रांसप्लांट ही ऑप्शन है लेकिन वही आर्युवेद में किडनी का सफल इलाज उपलब्ध है एलोपैथी चिकित्सको को इस इलाज को अपने मरीज को यदि देते है तो उनकी चिकित्सा उत्तम तरीके से हो सकती है बड़े बड़े एलोपैथी चिकित्सक न्फ्रोलॉजिस्ट इसको मानते है और एलोपैथी चिकित्सको को इसको अपनाने को कहते है अब आप सोच रहे होगे की इस दवा का नाम क्या है तो इस आर्युवेदिक दवा का नाम नीरी केएफटी है जो की किडनी के एक सफल इलाज के तौर  पर इस आर्युवेदिक दवा को देखा जा सकता है वैसे तो यह दवा बिना चिकित्सक की पर्ची के भी मिल सकती है लेकिन यदि चिकित्सक को दिखा कर जांच करा कर इस दवा को लेते है तो दवा लेने के चौबीस घंटे में ही यूरिन ट्रेक इन्फेक्शन यूटीआई का ठीक होना और किडनी से समंधित दूसरी समस्या भी ठीक हो जाती है जिसमे पेट में जबरजस्त कब्ज गैस का पास नही होना जैसी समस्याएं धीरे धीरे ठीक होने लगती है मरीज को यूरीन में दर्द जलन से  यह दवा राहत देता और मरीज का टॉयलेट भी प्राकृतिक तरीके से क्लियर आता है। यह दवा जलोधर रोग में भी कारगर है  वैज्ञानिकों ने  अनेक रिसर्च में इसको जलोधर रोग में किडनी के साथ ही कारगर माना है जैसे की किडनी रोग में भोजन के अपशिष्ट हमारे शरीर से बाहर नहीं निकल पाते है जिस कारण यूटीआई जैसी प्रोब्लम मरीज को होती है और साथ ही  किडनी रोग से जूझना पड़ता है और उसके साथ ही जलोधर  रोग की समस्या आ जाति है जिसमे लीवर पानी को बाहर नही भेज पाता है। जिस कारण रोगी पानी नही पी पाता है यह रोग थायराइड के और मधुमेह के मरीजों में ज्यादा देखा जाता है । बस इस रोग में नीरी केएफटी की बड़ती कीमत को सरकार को रोकना चाहिए। आजकल आर्युवेदिक दवाओं की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि देखी गई है सरकार को इनको कम करना चाहिए। किडनी होम रिमोड्स के बारे में आगे बतलाएगे।

किडनी और जलोधर होम रिमोड्स

किडनी की प्रारभिक समस्या होने पर इसका इलाज घर पर ही किया जा सकता है परंतु इसको तभी करे जब चिकित्सक की सुविधा उपलब्ध नही हो या दवा का परबंध नही हो जब उस दौरान सुबह काली मिर्च अदरक पीपली का काढ़ा बना कर पिया जा सकता है या इन चीजों को पानी में गर्म करके हल्की पत्ती डाल कर अच्छा से उबाल लीजिए और चाय के तौर पर पिया जा सकता है। जो की किडनी की समस्या में टॉयलेट का क्लियर नही आना या जलोधर में लाभदायक रहता है इसके लिए रात में त्रिफला को दूध के साथ लिया जा सकता है। जो की टॉयलेट की समस्या खासकर जो थायराइड के मरीजों के लिए तो बहुत ही लाभकारी है थायराइड के मरीजों को अदरक काली मिर्च लहसुन नींबू को किसी न किसी रूप में लेते रहिए यह उनके लिए लाभकारी है जो खासकर लीवर किडनी जलोधर के लिए लाभकारी रहता है लेकिन चिकित्सक की राय हमेशा सर्वोपरि है।






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