Intestinal Gas from anus how can treatment through home remedies know hindi / बदबूदार पाद से परेशान तो इस तरह करे घरेलू इलाज जाने

Interestinal Gas from anus how can treatment through home remedies know hindi / बदबूदार पाद से परेशान तो इस तरह करे घरेलू इलाज जाने 

अक्सर हम अपने सार्वजनिक जीवन में बदबूदार पाद आने पर अपने को दोषी ठहराते है जो की बिल्कुल गलत है पाद आना एक प्राकृतिक प्रोसेस है इसको हम रोक नही सकते है । जब कभी सार्वजनिक जगह में हमको पाद आती है तो हम अपने को दोषी ठहराते है और अपने अंदर ही अंदर शर्म महसूस करते है जबकि इसमें शर्म की कोई बात नही है यह एक प्राकृतिक प्रोसेस है जो खराब खानपान की वजह से असमय प्रकट हुआ है।


बदबूदार पाद के कारण

बदबूदार पाद या दुर्गंध आने के कारण खराब पाचन, लीवर की कमजोरी, आंतो को सही फाइबर भोजन में नही मिलना, पेट में गड़बड़ी या खानपान में उच्च नीच, लहसुच या प्याज का ज्यादा प्रयोग।

* बदबूदार पाद आने के कारण गलत खानपान है जिसमे जंक फूड  ज्यादा तला भुना भोजन और या  बासी भोजन करना भी हो सकता है ।

* डायटिशियन सीमा कहती है की कम पानी पीना या दिन में चार से पांच लीटर पानी नही पीने के कारण भी पाखाने से बहुत बार बदबूदार पाद आती है। यही पाद अक्सर अन्य समय में भी प्रकट हो जाती है।

* दूसरी चीज डायटिसिन सीमा बतलाती है की कम फाइबर भोजन में लेने से भी बदबूदार पादे आती है। भोजन में फाइबर का होना जरूरी है।

बदबूदार पाद रोकने के घरेलू उपाय

* बदबूदार पाद रोकने के लिए दिन में चार से पांच लीटर पानी पीना जरूरी है।

* कोई दूसरी ड्रिंक पी सकते है जिसमे भुना जीरा थोड़ा नमक देकर पिया जा सकता है उसमे चाहे तो थोड़ा धनिया पाउडर भी मिला सकते है। इससे भी शरीर में पानी की पूर्ति होगी और बदबूदार पाद से छुटकारा मिलेगा।

* भोजन में फाइबर के लिए फूल गोभी बांधा गोभी हरी सब्जियां और कुछ दाल जैसे मूंग, काला चना, साबुत उरद खा सकते है लेकिन दाल सब्जियों में हींग का प्रयोग जरूर करे। 

* दो समय  पाखाना जरूर जाना चाहिए। बदबूदार पाद आना कोई बीमारी नही है बस थोड़े से उपाय करके छुटकारा पाया जा सकता है।

* अपने भोजन में दूध पीना बंद कीजिए और दही का प्रयोग बढ़ा दीजिए। ब्रेड, बिस्कुट, समोशा खाने से बचे।

* एक्सरसाइज सुबह करे लेकिन उससे पहले दो गिलास गुनगुना पानी पी लीजिए और उसके बाद पाखाना कर लीजिए तभी एक्सरसाइज करनी चाहिए। भोजन में चिकनाई का प्रयोग कम ही करे।






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