Hyperkelemiya Sympotom meance poteshiyam increase in blood know hindi / हाइपरकेलेमिया खून में पोटेशियम का बढ़ जाना लक्षण इलाज जाने

Hyperkelemiya  Sympotom meance Poteshiyam increase in blood know hindi / हाइपरकेलेमिया खून में पोटेशियां का बढ़ जाना लक्षण और इलाज जाने

हाइपर केलेमिया का मतलब खून में पोटेशियम का बढ़ जाना होता है लेकिन हाइपर केलेमिया की समस्या क्यों आती है क्या इसका कोई इलाज है आज के ब्लॉक में इसके बारे में जानेंगे। हाइपर केलेमिया का पता तब लगता है जब हम कुछ ऐसी चीजे ज्यादा खा लेते है जिनमे पोटेशियम ज्यादा होता है। पोटेशियम अधिकतर खाने पीने वाली चीजों में मिलता है जैसे दाल,  सब्जी या अन्य डेयरी प्रोडक्ट या  या एनिमल प्रोडक्ट। अधिकतर में कम या ज्यादा पोटेशियम मिलता है लेकिन कुछ चीजों में ज्यादा ही पोटेशियम मिलता है उनमें खास है रामदाना के लड्डू जो की अधिकतर व्रत में खाए जाते है और चोलाई के पत्ते , संतरा , ड्राई फ्रूट में भी पोटेशियम ज्यादा पाया जाता है। पोटेशियम शरीर के लिए जरूरी भी है। पोटेशियम का काम शरीर में विद्युत पैदा करना है जो की शरीर को चलाने के लिए जरूरी है।




शरीर में पोटेशियम बढ़ने के लक्षण

शरीर में पोटेशियम बढ़ने के जो लक्षण सामने आते है उनमें खास लक्षण मुंह से  एक खास किस्म की दुर्गंध निकलती है जो पोटेशियम की होती है यदि ये थोड़ा लंबे समय रहती है तब किडनी या हार्ट की प्रोब्लम हो सकती है अधिक बढ़ने पर किडनी फैलर या हार्ट अटैक या लकवा भी हो सकता है इसमें यदि  समय समय पर यूरिन नही निकलता है तो जलोधर का रोग भी हो सकता है जिसमे पेट में पानी भरता है। पोटेशियम के बढ़ने से दिल पर असर पड़ता है और हार्ट अटैक भी हो सकता है।






हाइपर केलेमिया में क्या करे

यदि पोटेशियम शरीर में बढ़ रहा है  और उसके लक्षण सामने आ रहे है जिसमे यूरिन का नही होना या नींद का ठीक से नही आना तब उस दशा में अपने नजदीकी डॉक्टर को दिखाना चाहिए। छोला छाप डॉक्टर से बचे।  मरीज चाहे तो किसी नेफ्रोलॉजिस्ट या हार्ट स्पेलिस्ट को दिखना चाहिए। मरीज स्वतः। मरीज खून की जांच जिसमे किडनी फंक्शन टेस्ट लीवर फंक्शन टेस्ट और  ECG करवा सकते है हार्ट से समंधित  या किडनी से  समंधित डॉक्टर  बीमारी को तुरंत पकड़ लेगे और उचित इलाज मरीज को देगे।















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